तीन साल में कोरोना ने जितनी तबाही मचाई, उससे भी बड़ी तबाही साल 2023 में मचने वाली है. इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अकेले चीन में 80 करोड़ कोरोना केस आने की आशंका है, जिसमें से 10-15 लाख लोगों की मौत हो सकती है, जबकि बाकी के देशों में 10-15 लाख मौत हो सकती है. ये तस्वीरें चीन की है, जहां माएं आलु से बच्चों का बुखार उतार रही हैं, क्योंकि हॉस्पिटल में इतनी भीड़ है कि मरीजों को भर्ती तक नहीं किया जा रहा, बेड ही नहीं बल्कि नीचे जमीन पर लिटाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. अमेरिकी रिसर्च एक्सपर्ट के मुताबिक जनवरी महीने में पहली, फरवरी में दूसरी और अप्रैल में तीसरी लहर आने वाली है

ये वैरिएंट इतना खतरनाक है कि इससे संक्रमित एक व्यक्ति 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है
इससे संक्रमित होने पर गले में गंभीर संक्रमण, दर्द, शरीर में दर्द और हल्का या तेज बुखार होगा
ये वायरल ऊपरी श्वांस नली पर अटैक कर रहा है,जिससे न्यूमोनिया से मरीजों की मौत हो रही है
कोरोना के नए वैरिएंट BA.5.2 और BF.7 का पहला मरीज फिलहाल गुजरात के वडोदरा में मिला है

इसलिए कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि अभी से ही चीन से आने वाली फ्लाइट बंद कर देनी चाहिए, लेकिन चीन में जिस हिसाब से अफरातफरी मची है, हॉस्पिटल से लेकर श्मशान तक में लोगों की लंबी कतार लगी है, उसे देखते हुए भारत सरकार ने अभी से ही अलर्ट जारी कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाईलेवल मीटिंग कर राज्यों को ये कहा है कि आप कोरोना टेस्टिंग के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजिए, ताकि आसानी से मरीज ट्रैक हो सके. जिसे देखते हुए योगी सरकार ने नई गाइडलाइन जारी भी कर दी है. अब विदेशों से आने वाले सभी लोगों की जांच करवाई जाएगी, ताकि चीन वाली हालत न हो.
ऐसा कहा जा रहा है कि साल 2019 में भी दिसंबर महीने में ही कोरोना की शुरुआत हुई थी और इस बार भी दिसंबर में ही नया वैरिएंट आया है, इसलिए ठंड के मौसम में ये तेजी से पांव पसारने वाले है, लेकिन आंकड़े फिलहाल इस ओर इशारा नहीं करते. बीते हफ्ते हिंदुस्तान में करीब 1100 मामले सामने आए और 20 लोगों की मौत हुई, जबकि चीन में बीते एक महीने से हालत खराब है. हिंदुस्तान में इसलिए भी ये वैरिएंट ज्यादा प्रभावी नहीं हो सकता क्योंकि यहां वैक्सीन के दो डोज लगाए जाने के बाद ज्यादातर लोगों को तीसरी डोज भी लगा दी गई है, जिसे लेकर सरकार निश्चिंत है, लेकिन फिर भी एहतियातन इंतजाम किए जा रहे हैं, हालांकि कोरोना का नया वैरिएंट इतनी तेजी से रूप बदलने में माहिर है कि इस पर सही रिसर्च के बाद ही स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है

फिलहाल लॉकडाउन की गुंजाइश नहीं दिखती लेकिन इतना जरूर है कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क अनिवार्य हो सकता है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी जा सकती है. कुछ ऐसी ही सलाह केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी को भी दी है, जो इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा में जुटे हैं, ऐसी ख़बर है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जो हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा से लौटे हैं, कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री ने ये सलाह दी है कि भारत जोड़ो यात्रा में आप गाइडलाइन का पालन करें और हो सके तो यात्रा स्थगित कर दें, हालांकि इसके जवाब में कांग्रेस का तर्क है कि क्या मोदीजी मास्क लगाकर त्रिपुरा में रैलियां कर रहे थे, लेकिन राजनीति से हटकर आप देखें तो हमारी और आपकी सुरक्षा के लिए बेहतर यही है कि एहतियात बरतें.