क्रिकेट के मैदान पर धोनी की बात हर खिलाड़ी सुनता था और आज भी लोग चाहते हैं कि धोनी नए खिलाड़ियों को क्रिकेट के गुर सीखाएं लेकिन धोनी की अपने घर में ही नहीं चलती. वो अपनी पत्नी साक्षी और बेटी जीवा से तो खूब प्यार करते हैं, लेकिन अपनी भाभी और भइया की नजरों में खटकते हैं, आज धोनी करोड़ों के बंगले में रहते हैं लेकिन उनके भाई आम इंसान की तरह नॉर्मल घर में रहते हैं.

सिर्फ आईपीएल से अरबों कमाने वाले धोनी के भाई कुछ दिनों पहले राजमिस्त्री का काम करते दिखे थे, हालांकि ये फोटो सही नहीं थी, नरेन्द्र सिंह धोनी एक राजनेता हैं, पहले बीजेपी से जुड़े और फिर सपा से, रांची में खुद का रेस्टोरेंट चलाते हैं और नॉर्मल लाइफ जीते हैं. लेकिन कहा जाता है कि कई खिलाड़ियों का करियर संवारने वाले धोनी अपने बड़े भाई के लिए विलेन की तरह हैं, आखिर इसकी वजह क्या है वो हम आपको बताएं उससे पहले कुछ तस्वीरें दिखाते हैं.
ये तस्वीर एक साल पहले की है, जिसमें महेन्द्र सिंह धोनी अपने भाई नरेन्द्र सिंह धोनी के साथ जिम में पसीना बहाते नजर आ रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि दोनों भाइयों के बीच रिश्ते ठीक हो रहे हैं, लेकिन वो भी एक वक्त था, जब भारत और इंग्लैंड के बीच साल 2013 में मैच हो रहा था, नरेन्द्र सिंह अपने भाई को मैच खेलते हुए देखना चाहते थे, इसके लिए बकायदा उन्हें लाइन में खड़े होकर आम लोगों की तरह टिकट खरीदनी पड़ी, इसे भी कुछ लोगों ने रिश्ते से जोड़कर देखा, हालांकि आपके दिमाग में एक सवाल जरूर उठ रहा होगा कि क्रिकेट की पिच पर एकदम कूल माइंड रहने वाले और सभी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलने वाले धोनी अपने बड़े भाई के साथ क्यों नहीं रहते.
इसे समझने के लिए आपको धोनी के शुरुआती करियर को समझना होगा, ये वो वक्त था जब धोनी रांची स्टेडियम में क्रिकेटर बनने की शुरुआत कर रहे थे, स्टेडियम में चौके-छक्के जड़कर घर आते तो मां और बहन खुश होतीं, जबकि पिता कहते पढ़ना लिखना है नहीं सिर्फ बैट पकड़े और चल दिए, ऐसे कैसे आगे बढ़ोगे, उस वक्त धोनी के बड़े भाई नरेन्द्र सिंह धोनी उत्तराखंड की अल्मोड़ा यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे. दोनों में उम्र का फासला करीब 10 साल का है, इसलिए दोनों के बीच उतना प्यार देखने को कभी नहीं मिला, यहां तक कि साल 2016 में जब महेन्द्र सिंह धोनी पर बनी फिल्म रिलीज हुई तो उसमें भी उनके भाई का किरदार नहीं दिखाया गया, सुशांत सिंह राजपूत ने फिल्म में धोनी का किरदार निभाया तो वहीं कियारा आडवाणी ने उनकी गर्लफ्रेंड रहीं साक्षी का और उनकी बहन जीविका का किरदार भूमिका चावला ने निभाया था. इस बात से नरेन्द्र सिंह धोनी नाराज थे. उन्होंने कहा

भाई, ये तो डायरेक्टर का फैसला है, मेरा माही की जिंदगी में उतना योगदान नहीं रहा है, मैं नैतिक रूप से उसके साथ हमेशा खड़ा रहा, लेकिन उसे शायद महसूस नहीं हुआ होगा, मैं जब छूट्टियों में घर आता था तो माही का मैच देखने स्टेडियम जाता था, मुझे खुशी है कि वो मेहनत की दम पर यहां तक पहुंच गया. हमारे बीच कोई मंनमुटाव नहीं है.

हालांकि महेन्द्र सिंह धोनी ने कभी इस पर खुलकर बात नहीं की, धोनी 40 रुपये के वैद्य के पास दवाई लेने तो चले जाते हैं लेकिन अपने ही बंगले से थोड़ी दूरी पर रहने वाले अपने नेता भाई से मिलने नहीं जाते. कुछ लोग कहते हैं धोनी अपने बड़े भाई से इस वजह से नाराज रहते हैं क्योंकि वो नशे के आदी हैं, जबकि कुछ लोग कहते हैं कि धोनी के बड़े भाई ने धोनी के लिए बहुत कुछ किया लेकिन पैसा आते ही धोनी बदल गए, ये लड़ाई भी बिल्कुल हार्दिक पांड्या और उनके भाई क्रूणाल पांड्या की तरह दिखती है, लेकिन पैसे में इतनी ताकत होती है कि सारी लड़ाई खत्म हो जाती है. बाकी आपको क्या लगता है हमें कमेंट कर बता सकते हैं.