आख़िरी ओवर में जीत के लिए 13 रन चाहिए थे, यहां कप्तान की हिम्मत को देखा जाना था, बिल्कुल धोनी स्टाइल में हार्दिक पांड्या ने एक ऐसा फैसला किया जिससे सब हैरान हो गए, आख़िरी ओवर का रोमांच बताएं उससे पहले सुनिए नए साल में भारत के नए कप्तान ने बिल्कुल नए खिलाड़ियों के साथ मिलकर क्या नया कीर्तिमान रच दिया है…पूरी रिपोर्ट देखने के बाद आप कहेंगे यंग टीम जो कर सकती है वो KL राहुल जैसे थकेले प्लेयर कभी नहीं कर सकते हैं, पांड्या ने बताया कैसे करते हैं कप्तानी, भारत के दर्शकों को एक उम्मीद दिखाई कि फिर धोनी की तरह एक दिलेर कप्तान मिल गया है…पहले सुनिए कैसे धुरंधरों के आगे नए खिलाड़ी साल के पहले ही मैच में छा गए

भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी की, शुरूआत में ईशान किशन का ऐसा तूफान आया कि पहले ही ओवर में किशन ने 16 रन बनाए जिसमें शानदार एक छक्का और दो चौका शामिल था…T-20 में डेब्यू कर रहे शुभमन गिल सिर्फ सात रन बनाकर OUT हो गए, सूर्या का बल्ला साल 2023 के पहले मैच में ख़ामोश रहा और वो सिर्फ 7 रन बनाकर OUT हो गए, संजू सैमसन भी कुछ ख़ास नहीं कर पाए, कप्तान हार्दिक पांड्या भी 29 गेंद पर 27 रन बनाकर OUT हो गए, पर कहते हैं ना ऑलराउंडर टीम का हीरो होता है, दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल ने टीम इंडिया को उस स्कोर तक पहुंचाया जहां से मैच जीता जा सकता था…भारत के 94 के स्कोर पर पांच विकेट गिर गए थे, पर दीपक हुड्डा ने सिर्फ 23 गेंदों पर 43 रनों तूफानी पारी खेल श्रीलंका की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, हुड्डा ने अपनी पारी में सिर्फ एक चौका लगाया जबकि चार छक्का मारा, दूसरी तरफ से अक्षर पटेल ने भी साथ निभाया और 20 गेंदों पर 31 रन बनाए, मात्र 162 का स्कोर वानखेड़े के मैदान पर बहुत कम था, इतना कम स्कोर कभी कोई टीम बचा नहीं पाई, पर अब बारी थी कप्तानी की और नए गेंदबाज़ों की अग्निपरीक्षा की…नए गेंदबाज़ शिवम मावी का ये पहला मैच था

एक तरफ श्रीलंका VS इंडिया का मैच था दूसरी तरफ डेब्यू खिलाड़ी शिवम मावी और श्रीलंका के बल्लेबाज़ों के साथ मैच था…4 ओवर में सिर्फ 22 रन देकर उन्होंने चार विकेट लेकर दिखा दिया कि भारत को एक और शानदार गेंदबाज़ मिल गया है…मैच के बाद शिवम ने साफ कहा, मैं 6 साल से इंतज़ार कर रहा था, मुझे बीच में काफी चोट लगी थी, एक समय लगा था कि मेरा सपना अधूरा रह जाएगा लेकिन हार्ड वर्क के दम पर मुझे मौका मिला, मेरा सपना पूरा हुआ

मावी ने अकेले श्रीलंका की टीम को धूल चटा दी, एशिया कप की हार का बदला पांड्या ने चुका लिया…भारत के स्कोर का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ने हर कोशिश की पर भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या की सूझबूझ भारी पड़ी…उमरान मलिक ने ने फिर साबित किया कि वो इंडिया के नए स्पीड किंग है, श्रीलंका के बल्लेबाज़ों को उमरान की गेंद ठीक से समझ नहीं आई, और दो विकेट लेकर फिर दावा किया कि ये कश्मीर का लाल भारत का नाम रोशन करेगा…अब बारी थी आख़िरी ओवर की…श्रीलंका का स्कोर था, 19 ओवर में 151 रन, जीत के लिए चाहिए थे सिर्फ 13 रन, हार्दिक पांड्या का ओवर बचा था, सबको लगा पांड्या ही गेंदबाज़ी करने आएंगे, पर आख़िरी वक्त पर पांड्या ने गेंद अक्षर पटेल को थमा दी, ये देखकर क्रिकेट के दिग्गज चौंक गए पर जो हुआ वो सुनिए

अक्षर पटेल की पहली गेंद वॉइड थी, यानि अब 6 गेंद पर 12 रन चाहिए था, ऐसा लगा भारत मैच हार जाएगा, अक्षर पटेल की पहली गेंद पर एक रन मिले, यानि अब 5 गेंद पर जीत के लिए 11 रन चाहिए, ऐसा लगा भारत मैच जीत जाएगा…दूसरी गेंद पर कोई रन नहीं मिला, यहां से सबको लगा भारत की जीत पक्की, पर तीसरी गेंद पर कुछ हुआ…अक्षर की तीसरी गेंद पर करूणारत्ने ने जोरदार छक्का मारा, भारतीय दर्शकों की सांसे थम गई, अब तीन गेंद पर जीत के लिए सिर्फ 5 रन चाहिए थे…ऐसा लगा भारत मैच हार जाएगा..पर हार्दिक ने ठीक धोनी वाला काम किया…
हार्दिक तुरंत अक्षर पटेल के पास गए, उन्हें लंबे वक्त तक समझाया कि क्या करना है! अब 3 गेंदों पर पांच रन कैसे बचाने हैं, चौथी गेंद पर कोई रन नहीं दिया, अक्षर की पांचवी गेंद पर बल्लेबाज़ ने गेंद को खेला, एक रन पूरा किया दूसरा पूरा करते उससे पहले दीपक हुड्डा ने शानदार थ्रो मारा और बल्लेबाज़ रन OUT हो गए, अब भी एक गेंद पर चार रन चाहिए थे…सबकी सांस अटकी थी..आख़िरी गेंद पर चार रन बनाना कोई मुश्किल काम नहीं था, पर पांड्या रोहित की तरह झल्लाएं नहीं बल्कि हंसते रहे और समझाया कि क्या करना है, आख़िरी गेंद पर फिल्ड की सजावट देखिए, पांचों खिलाड़ी कहां खड़े किए, अक्षर को समझाया कि ऐसी गेंद फेंकना कि बल्लेबाज़ की मज़बूरी हो यही पर मारना, और हुआ भी ठीक वैसा ही…और श्रीलंका सिर्फ 1 रन बना पाई…और भारत तीन विकेट से मैच को जीत लिया…यहां तीन बातें साफ होती है, नई टीम को ही मौका देना चाहिए, हर खिलाड़ी देश को जीता सकता है, दूसरी बात ऊंची दुकान फीकी पकवान से अच्छा है उनको मौका दो जिनका नाम नहीं है, खेल में दम है, और तीसरी बात ये कि अगर भारत को वनडे वर्ल्ड कप जीतना है तो रोहित को नहीं बल्कि हार्दिक की कप्तानी की तरफ देखना चाहिए