नई दिल्ली: सोशल मीडिया की चकाचौंध में शुरू हुई दोस्ती एक भयावह अपराध में बदल गई. बड़वानी जिले की एक शादीशुदा नर्सिंग छात्रा को शॉपिंग का लालच देकर बुलाने वाले आरोपी ने होटल के आड़ में अपनी नीयत उजागर कर दी. आरोपी, जो एक महिला सरपंच के पति और जयस संगठन के युवा नेता हैं, ने न केवल दुष्कर्म किया, बल्कि शिकायत की धमकी पर राजनीतिक रसूख का हवाला देकर जान से मारने की चेतावनी भी दी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शकुंतला रूहल के अनुसार, पीड़िता की शिकायत पर आरोपी पप्पू डाबर के खिलाफ बलकवाड़ा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया. उसे तुरंत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जज ने न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. दोनों पक्षों का मूल निवास बड़वानी जिले का ही है, जहां आरोपी जुलवानिया क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत में सरपंच के पति के रूप में जाना जाता है.
कहानी की शुरुआत कुछ हफ्ते पहले सोशल मीडिया पर चैट से हुई. बातें बढ़ीं तो आरोपी ने पीड़िता को धार जिले के धामनोद में शॉपिंग के लिए बुलाया. वहां से लौटते हुए खरगोन के बलकवाड़ा इलाके के एक होटल में डिनर का बहाना बनाकर उसे कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म को अंजाम दिया. पीड़िता ने जब पुलिस में रिपोर्ट करने की बात कही, तो आरोपी भड़क गया और बोला, "मैं बड़ा नेता हूं, मेरा कुछ बिगड़ेगा नहीं."
इस बीच, बड़वानी के कांग्रेस नेताओं ने भी कथित तौर पर दबाव डालने की कोशिश की. इस घटना ने राजनीतिक हलचल भी मचा दी. अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. रैलास सेनानी ने खरगोन के कसरावद थाने पर धरना देकर विरोध दर्ज कराया. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी के जयस कनेक्शन और राजनीतिक दबाव के चलते बलकवाड़ा पुलिस शुरू में केस दर्ज करने में टालमटोल कर रही थी.
डॉ. सेनानी ने कहा कि आरोपी की बड़बोली ने ही सच्चाई उजागर कर दी, जिसके बाद कार्रवाई तेज हुई.पुलिस ने मामले को जीरो एफआईआर के तहत दर्ज कर बलकवाड़ा थाने को सौंप दिया है. पीड़िता की सुरक्षा और त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए जांच तेज कर दी गई है. यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और सोशल मीडिया पर बढ़ते खतरे को फिर से उजागर करती है.