आज इस रिपोर्ट के बाद कमेंट में ये पता चल जाएगा आपके लिए शाहरूख ख़ान ज़रूरी हैं या फिर संत और सनातन संस्कृति के प्रचारक पंडित धीरेंद्र शास्त्री…शाहरूख ख़ान की फिल्म पठान का विवाद अब बागेश्वर धाम मध्यप्रदेश तक पहुंच गया है! एक वक्त था, जब बॉलीवुड की फिल्मों में संस्कार दिखता था, अब कितने करोड़ की फिल्म है ये इंपॉर्टेंट नहीं है, बल्कि इंपोर्टेंट ये है कि हीरोइन ने कितने कितने छोटे कपड़े पहने हैं! हमें तीन वीडियो मिले, एक योगी का, जिसमें वो शाहरूख ख़ान को अपने अंदाज में समझा रहे हैं, दूसरा बागेश्वर धाम सरकार का और तीसरा कथावाचक ठाकुर देवकी नंदन महाराज का. सबसे पहले बात धीरेंद्र महाराज की करते हैं फिर आपको बताते हैं योगी ने वीडियो में क्या कह दिया है? पंडित धीरेंद्र का एक छोटा सा वीडियो वायरल है जिसमें वो शपथ दिलाते हैं कि हम ऐसी फिल्में का बहिष्कार करेंगे जो हमारे धर्म का नाश करना चाहती हैं? और शाहरूख ख़ान के लिए जो कहते हैं वो शायद आपने पहले नहीं सुना होगा

तुम्हें सौगंध है, पूरे भारत के लोगों को, तुम्हें शपथ है, जो सनातन का विरोध करे, चाहे वो नेता हों या अभिनेता हों, देखो तुमने एक अभिनेता की फिल्म बॉयकॉट की तो कलावा बांधने लगे, तिलक लगाने लगे, वैष्णो देवी मंदिर भी जाने लगे, जिनके नाम के पीछे लिखा है KHAN.
पीठाधीश्वर की पठान विवाद में एंट्री से बॉलीवुड में भूचाल आ गया. एक तरफ शाहरूख ख़ान का बयान आया कि हमें हवाएं हिला दें इतना कमज़ोर नहीं हूं तो दूसरी पंडित धीरेंद्र शास्त्री के वीडियो के बाद ये मुद्दा बड़ा हो गया है! फिर भी क्या शाहरूख से नाराज़ होने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री अकेले संत हैं या फिर कोई और है? ये है सीएम योगी का एक वीडियो, जिसमें वो शाहरूख से बेहद नाराज़ हैं, पहले सुनिए योगी कहते क्या हैं, फिर आपको बताते हैं ये वीडियो कब का है और क्यों नाराज़ है?

शाहरुख खान को इस बात को याद रखना चाहिए कि अगर इस देश का बहुसंख्यक समाज उनकी फिल्मों का बहिष्कार कर देगा तो एक आम मुसलमान की तरह उनको भी सड़कों पर भटकना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री का यह बयान साल 2015 का है. उस वक्त गोरखपुर से सांसद थे…बेशक ये वीडियो पुराना है और गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है पर इतना साफ है कि संत योगी भी शाहरूख से पहले से ही नाराज़ हैं, योगी के सीएम बनने के बाद कई बॉलीवुड एक्टर मिलने आए पर शाहरूख और योगी की मुलाकात कभी नहीं हुई. ये साफ दर्शाता है कि जो भगवा धारी सच्चा संत होगा वो हमेशा धर्म के पक्ष में आवाज़ उठाता है..बात बागेश्वर धाम से निकलकर मथुरा-वृंदावन तक पहुंची. मथुरा के महान कथावाचक ठाकुर देवकी नंदन महाराज भी शाहरूख से नाराज़ हैं और कहते हैं!

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर कहते हैं आप बस उन्हें इग्नोर करें, अपनी संस्कृति का दर्शन करें, उसका प्रदर्शन करें. माथे पर तिलक, गले में कंठी, हाथ में कलावा और मुंह में भगवान का नाम, यही सनातन की पहचान है, लेकिन आजकल लोग अपनी पहचान भूल गए हैं, लड़के-लड़कियां वेस्टर्न ड्रेस में खुद को मॉडर्न समझ रही हैं, जबकि सच ये है कि इससे आपकी संस्कृति खत्म हो रही है

अभी हॉलीवुड की एक फिल्म आई है अवतार 2. उस एक फिल्म की लागत है 2000 करोड़, फिल्म आते ही दुनिया भर में पसंद की जा रही है.पर बॉलीवुड वालों की तरह कहानी न तो घिसी पीटी है, न ही किसी धर्म का मज़ाक बनाया गया. हमारे कहने का मतलब ये है कि जब हिन्दुस्तान किसी रंग, या किसी भी भावना को अपने धर्म से जोड़ता है तो उस रंग की बिकिनी पहनकर नाचने से क्या मिल जाता है? इसलिए जब विचारों की लड़ाई चले तो आपको साफ करना चाहिए कि आप किधर हैं, भगवा बिकिनी के साथ या भगवाधारी संत पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ!