अफ्रीका के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद भी रोहित को रातभर नींद नहीं आने वाली, बीसीसीआई के सेलेक्टर्स को भी ये मैच बार-बार रिप्ले करके देखना पड़ेगा, क्योंकि इस मैच में जो कमाल नए खिलाड़ियों ने किया है, वो देश के महान खिलाड़ी भी नहीं कर पाए. जब पूरा देश एक सुर में कह रहा था कि भुवी और बुमराह के बगैर टीम इंडिया की गेंदबाजी नहीं चमक सकती, बड़े-बड़े लोग अर्शदीप को नया गेंदबाज कह रहे थे तो अर्शदीप ने तीन विकेट झटककर ये बता दिया कि मैं दुनिया का बेस्ट बॉलर हूं.

ये वही अर्शदीप हैं, जिनसे एक कैच छूटने पर रोहित गुस्सा हो गए थे, वर्ल्ड कप की टीम में भी शायद नहीं रखना चाहते थे, लेकिन बुमराह और भुवी फॉर्म में नहीं हैं, इसलिए रखना पड़ा, तो क्या टीम इंडिया को वर्ल्ड कप के लिए बदलाव कर देना चाहिए, 6 दिन बाद बीसीसीआई को फिर से मीटिंग बुलाकर बड़ा फैसला ले लेना चाहिए, या उसी टीम को जाने देना चाहिए, आपको क्या लगता है हमें कमेंट कर बता सकते हैं लेकिन हम जो आपको बताने वाले हैं, उसे सुनकर आप यही कहेंगे कि कुछ तो बदलाव जरूरी है. बीसीसीआई ने वर्ल्ड कप के लिए जो टीम चुनी है उसमें पंत को हटा दें तो बैटिंग ऑर्डर बिल्कुल शानदार है.
इस मैच में रोहित जीरो पर आउट हो गए और कोहली तीन रन बनाकर चले गए लेकिन एक मैच से आप इनकी परफॉर्मेंस का अंदाजा नहीं लगा सकते, ये दोनों खिलाड़ी वर्ल्ड कप में जब चलेंगे तो विदेशी बॉलर भी पनाह मांगेंगे, सूर्या अभी से फॉर्म में हैं, केएल राहुल अर्धशतक लगाकर ये संदेश दे रहे हैं कि मुझे बाहर मत करना, मैं लय में लौट रहा हूं, दीपक हुड्डा और हार्दिक पांड्या इंजरी की वजह से बाहर बैठे हैं, दोनों में पांड्या का परफॉर्मेंस ज्यादा बेस्ट है, इसके अलावा दिनेश कार्तिक ने बीते दो मैचों में फिनिशिर की भूमिका निभाकर अपनी अहमयित टीम को बता ही दी है.
इधर बॉलिंग ऑर्डर में देखें तो युजवेन्द्र चहल आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में सिर्फ दो विकेट ले पाए, उससे पहले जून के महीने तक उनका आंकड़ा 20 मैचों में 23 विकेट चटकाने का था, इसीलिए रोहित जब अफ्रीका के खिलाफ उतरे तो उन्होंने चहल की जगह आर आश्विन पर भरोसा जताया, इसके अलावा 19वें ओवर में रन लुटाने वाले महान गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की जगह अर्शदीप पर भरोसा करना फायदेमंद रहा, बुमराह की जगह दीपक चाहर को टीम में जगह दी गई जिन्होंने अफ्रीकी टीम को पानी पिला दिया, मतलब बीसीसीआई ने जिन 15 लोगों की टीम चुनी है, उसका प्लेइंग 11 इस मैच से ही फाइनल हो चुका है. जिसमे

रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, हर्षल पटेल, आर अश्विन, दीपक चाहर और अर्शदीप सिंह
का नाम होना चाहिए, ताकि वर्ल्ड कप खेलने के लिए जब टीम इंडिया जाए तो चाहे पिच पर ओस पड़ रही हो, या फिर पिच बॉलर या बैट्समैन के हिसाब से न हो तो ये न कहे कि हमें तो पिच अच्छी नहीं मिली इसलिए हार गए, क्योंकि क्रिकेट में एक बात बड़ी कॉमन कही जाती है कि आप टॉस भले ही किस्मत से जीत सकते हैं, लेकिन मैच आपको अपनी मेहनत से ही जीतना होगा, अफ्रीकी टीम का मिडिल ऑर्डर बेहद शानदार चला, 5 विकेट के बाद भी 106 रन की पारी तक पहुंचना काबिल-ए-तारीफ रही, लेकिन जब बॉलर ही खराब हों वो विकेट नहीं ले पाएं तो फिर मिडिल ऑर्डर भी फेल हो जाता है, टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर के लिए सूर्या जैसे धुरंधर बल्लेबाज हैं, जो तभी काम आएंगे जब बॉलर शानदार होंगे, क्योंकि कई मैचों में भारत ने 180 से ज्यादा स्कोर भी बनाए और फिर भी 19वें ओवर में हार गए, इसलिए इसका तोड़ निकालना होगा, क्योंकि 19वें ओवर में इस बार अर्शदीप ने भी ज्यादा रन लुटा दिए.