300 से ज्यादा एनकाउंर करने वाले दबंग IPS नवनीत सिकेरा की कहानी
देश में कई बार कुछ ऐसे शैतान पैदा होते रहे है जिनके सामने सिस्टम हार जाता है…जब पुलिस विभाग को समझ नहीं आता कि क्या करना है? लेकिन उसी दौर में कुछ ऐसे वीर अधिकारी भी पैदा हुए जिन्हें एक से बढ़कर एक माफियाओं, डाकू, और देशद्रोहियों की कमर तोड़ दी! हम आपको चार ऐसे IPS अधिकारी की कहानी सुनाते है…300 से ज्यादा एनकाउंर करने वाले अधिकारी से लेकर छोटा राजन गैंग की सफाई करने वाले दबंग IPS की कहानी…जिनपर फिल्म बनी, पत्नी पर हमला हुआ पर कभी नहीं हारे…इस लिस्ट में पहले नंबर पर हैं आईपीएस नवनीत सिकेरा… जिन्हें देखकर कई लोग ऑईपीएस बनने का सपना देखते हैं…नवनीत सिकेरा न सिर्फ दिमाग के तेज़ है बल्कि हिम्मत वाले ऑफिसर में नंबर एक पर है!

IPS नवनीत सिकेरा राकेश कालिया को पकड़ने के लिए बनें थे दुल्हन
कभी UP की राजधानी लखनऊ में माफिया राकेश कालिया का कब्जा था, कालिया को पकड़ना पुलिस के लिए नामुमकिन था, सिस्टम हार गया था, वो एक के बाद एक हत्या करवाता, रेलवे की ज़मीन पर कब्जा करवाता पर उसका पुलिसवाले कुछ नहीं कर पाते…माफिया राकेश कालिया को पकड़ने की जिम्मेदारी तात्कालीन लखनऊ SP नवनीत सिकेरा को मिली, कई बार ऑपरेशन फेल हो गया, हालांकि जब कालिया का अंत आया तो IPS को दुल्हा बनना पड़ा, और सहयोगी महिला इंस्पेक्टर को दुल्हन बनाया गया….

राकेश कालिया ने 12 फरवरी 2005 को इम्तियाज नाम के एक व्यक्ति से रंगदारी मंगवाई, ये बात IPS नवनीत सिकेरा को पता चल गई, इम्तियाज को साथ लेकर लखनऊ की पुलिस बाराती बनकर जाते हैं, IPS नवनीत सिकेरा दुल्हा होते हैं, बैंडबाजा देखकर रमेशा कालिया के गुर्गे गच्चा खा गए, पुलिस ने सबसे पहले इम्तियाज को 40 हज़ार लेकर भेजा, ये देखकर कालिया गुस्सा होता है, और इतनी ही देर में लखनऊ पुलिस बारात लेकर कालिया के सामने पहुंच जाती है, कुछ सेकेंड में ही राकेश कालिया मारा गया, ये देश के सबसे शानदार एनकाउंटर में से एक माना जाता है…
नवनीत सिकेरा के नाम 50 से ज्यादा एनकाउंटर है, UP के मुजफ्फरपुर के एसपी रहते हुए, उन्होंने वहां का पूरा गैंग साफ कर दिया था…इस लिस्ट में नवनीत सिकेरा से भी बड़ा नाम हैं
छोटा राजन और बबलू श्रीवास्तव जैसे गैंगस्टर से टक्कर लेने वाले दया नायक की कहानी

IPS दया नायक का…1995 में मुंबई पुलिस ज्वाइन करने वाले दया नायक के नाम 85 एनकाउंटर हैं. उनके खौफ से 90 के दशक में मुंबई के डॉन थर-थर कांपते थे. छोटा राजन और बबलू श्रीवास्तव जैसे गैंगस्टर से टक्कर लेने वाले दया नायक को एक निडर अधिकारी माना जाता है. जो गोलियों के सामने कूद जाया करते थे और अपराधी को ढेर करके ही दम लेते थे. 2004 में आई नाना पाटेकर की फिल्म अब तक छप्पन आपने देखी होगी. उसमें नाना पाटेकर दया नायक के किरदार को ही पर्दे पर उतारा है….आज भी अगर इन्हें कोई ऑपरेशन दिया जाए तो वो अंजाम तक ज़रूर पहुंचेगा
114 एनकाउंटर करने वोले आईपीएस प्रदीप शर्मा की कहानी

इस लिस्ट में तीसरा नाम हैं, प्रदीप शर्मा का…जिनके नाम कुल 114 एनकाउंटर है, मुंबई पुलिस से जब कोई केस नहीं संभलता था तब प्रदीप शर्मा को याद किया जाता था, जिस वक्त मुंबई पर माफिया और अंडरवर्ल्ड डॉन की तूती बोलती थी, उसी वक्त उनके गुर्गों का सफाया करने के लिए इन्होंने हथियार उठाया और अपने करियर में 114 एनकाउंटर ऐसे किए जिसका आंकड़ा सरकार के पास है, जबकि कई ऐसे एनकाउंटर के आरोप लगते है जिसका कोई आंकड़ा सरकार के पास भी नहीं था…1983 बैच के IPS प्रदीप शर्मा ने 2006 में छोटा राजन के गैंग के गुर्गों का तेजी से सफाया किया…
सीएम योगी के सबसे खास आईपीएस एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, प्रशांत कुमार 300 से ज्यादा एनकाउंटर

जबकि इस लिस्ट में चौथा नाम हैं, UP के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, प्रशांत कुमार का…योगी की सफलता में इनका सबसे बड़ा योगदान माना जाता है, कहा जाता है कि UP से माफियाओं की सफाई में इनका बड़ी भूमिका है…अब तक के करियर में कुल 300 से ज्यादा एनकाउंटर किए, जबकि 175 अपराधियों की एनकाउंटर में मौत हो गई, खुखार संजीव जीवा, मुकीम काला, सुशील मुंछ, अनील दूजाना, सुंदर भाटी, और साबिर गैंग का सफाया किया है, कहा जाता है कि UP का डीजीपी कोई भी हो फिलहाल UP पुलिस का कंट्रोल प्रशांत कुमार के पास होता है, 2017 में योगी ने अपने पास बुलाया और माफिया मुक्त यूपी बनाने की जिम्मेदारी सौंपी, जिसमें ये सफल रहे, अमृतपाल से बड़े-बड़े अपराधी यूपी में मानी मांग रहे है…