कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय पर चला बुलडोजर वजह जानिए
हर कोई ये जानना चाहता है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने पर विदेशी मीडिया क्या कह रही है, जो हम बताएं उससे पहले ये तस्वीर देखिए, कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय पर बुलडोजर पहुंच गया है, हर कोई ये देखकर हैरान है कि क्या कांग्रेस पार्टी को जड़ से खत्म करने की तैयारी चल रही है, आप इस तस्वीर को कैसे देखते हैं, कमेंट में बता सकते हैं, लेकिन जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक एमसीडी अधिकारियों का कहना है

कांग्रेस के मुख्यालय के निर्माणाधीन भवन के बाहर बनी सीढ़ियां अवैध रूप से बनी हैं, फुटपाथ वाले क्षेत्र में सीढ़ियों का निर्माण बिना एमसीडी के मंजूरी के हुआ, इसलिए इसे तोड़ा गया है.
राहुल गांधी को इस केस फसाने में क्या उनके वकीलें का है हाथ!

अब सवाल ये है कि कांग्रेस पार्टी के बड़े-बड़े वकील अब कहां है, अभिषेक मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल जैसे वकील जो एक फोन पर जमानत दिलवा देते थे, कोर्ट के ऑर्डर पर स्टे लगाने के लिए बड़ी-बड़ी दलीले देते थें, पर अब वो सीन से लगभग गायब दिखते हैं, सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को जिस मामले में सजा सुनाई, उसमें भी वकील अभिषेक मनु सिंघवी नहीं थे, बल्कि सूरत के मशहूर वकील केसी पानवाला, मंगुबाई और कई नए वकील थे, जिन्होंने राहुल गांधी को ये सलाह दी कि आप माफी मत मांगिए, अपनी दलीलों से आपको केस जीतवा देंगे, पर हुआ ठीक इससे उलट, जिसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वकीलों की गलत सलाह ने राहुल को हरवा दिया, क्योंकि राहुल को माफी मांगने में कोई आपत्ति नहीं थी, इसकी वजह ये भी है कि चौकीदार चोर है के बयान पर सुप्रीम कोर्ट में राहुल ने 3 बार माफीनामा दिया, ऐसे में एक बार और माफी मांग सकते थे, मानहानि के मामले माफी के साथ ही खत्म हो जाते हैं, और अरविंद केजरीवाल को तो इसका सबसे तगड़ा अनुभव भी है, पर कहते हैं जो होना है वो तो होकर रहेगा. अब राहुल की सांसदी जाने पर देश से लेकर विदेश तक बवाल मचा है. जब हमने विदेशी अखबारों के पन्ने पलटने शुरू किए तो पता चला कि
विदेशी मीडिया ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने पर क्या-क्या लिखा जानिए
चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने तो इस ख़बर को तवज्जो ही नहीं दी, जबकि राहुल का चीन प्रेम कई बार सामने आया है.

अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा- मोदी सरकार ने राजनीतिक विरोध में खड़े आखिरी राष्ट्रीय चेहरे को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया है. राहुल काफी समय से संसद का इस्तेमाल मोदी के खास अडानी की जांच के लिए कर रहे हैं.

ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने लिखा- राहुल गांधी का राजनीतिक करियर फिलहाल अस्पष्ट दिख रहा है, अगर हाईकोर्ट राहुल की सजा रद्द कर देती है तो राहुल गांधी लोकसभा सीट वापस पा सकते हैं.

पाकिस्तानी अख़बार द डॉन ने लिखा- राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया जाना भारतीय विपक्ष को तगड़ा झटका है.

हालांकि अखबार भले ही ये लिखे लेकिन पाकिस्तान के कई लोग इस फैसले से खुश हैं, उनका कहना है कि भारत में कानून हर किसी के लिए बराबर है, वहां पाकिस्तान वाली हालत नहीं है, पाकिस्तानी रक्षा और राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ कमर चीमा ने तो यहां तक कह दिया कि राहुल गांधी हिंदुस्तान के इमरान खान बनते जा रहे हैं,क्योंकि इधर राहुल की सदस्यता गई, उधर इमरान की सदस्यता छीनने की तैयारी हो रही है, हालांकि दुनिया कुछ भी कहे यहां तय आपको करना है कि राहुल सियासत के शिकार हुए हैं या फिर उन्हें अपनी ही गलती भारी पड़ी है, राहुल 8 साल चुनाव नहीं लड़ पाए तो हो सकता है कांग्रेस प्रियंका गांधी को आगे लाए, पर क्या इससे कुछ बदलाव दिखेगा.