क्रिकेट में बॉलर को जो दौड़ाकर मारेगा, उसे अब अंपायर क्या नए स्टाइल में सजा देंगे, क्योंकि सूर्यकुमार यादव ने जब लेटकर छक्का लगाया तो उसे अंपायर ने छक्का दे दिया, लेकिन उससे भी आगे बढ़कर नए स्टाइल में जब एक विदेशी बल्लेबाज ने चौका जड़ा तो अंपायर ही उस पर खफा हो गए. पहले तस्वीर देखिए फिर पूरी कहानी तफसील से समझाते हैं.

ये तस्वीरें देखिए बल्लेबाज कैसे विकेट से करीब 5 फीट की दूरी पर जाकर बॉल को हिट कर रहा है, वो बॉल एक टप्पा खाते हुए सीधे बाउंड्री के पार पहुंच गई, पहली नजर में तो अंपायर ने भी उसे चार रन देने का मन बना लिया था, लेकिन तभी उन्हें याद आया कि अंपायर वाली किताब में तो हमने एक नियम और पढ़ा था कि बल्लेबाज क्रीज से निकलकर अगर दौड़-दौड़कर खेलेगा तो उसे अपने हिसाब से डील करना है. MCC के नियम के मुताबिक

अगर बल्लेबाज को गेंद पर शॉट खेलने के लिए पिच से बाहर जाना पड़ता है तो ऐसे में फील्ड अंपायर पहले नोबॉल का इशारा करेगा. इसके बाद तत्काल उसे डेडबॉल करार देगा. कुछ ऐसा ही यहां भी देखने को मिला.

जब बॉलर ने अगली गेंद फेंकी तो सिर्फ एक रन मिला और इस तरह दौड़-दौड़कर लगाया गया शॉट बेकार हो गया. और ऐसा हुआ दुबई में खेले जा रहे इंटरनेशनल लीग टी20 2023 के एक मुकाबले में…डेजर्ट वाइपर और शारजाह वॉरियर्स की टीम के बीच मुकाबला चल रहा था, शारजाह वॉरियर्स की ओर से खेलने उतरे 28 साल के अंग्रेज खिलाड़ी टॉम कोहलर-कैडमोर को बॉलर ने एक ऐसी गेंद फेंकी जिसे देखते ही वो क्रीज छोड़कर दौड़ने लगे. इस पर कमेंट्री कर रहे वीरेन्द्र सहवाग ने कहा

आजकल बल्लेबाज को तोहफे ऐसे मिल रहे हैं जिसका कोई जवाब नहीं, काश हमारे समय में भी ऐसी गेंदें मिलती ऐसे तोहफे हमें भी मिलते.
सहवाग का ये कमेंट लोगों को खूब पसंद भी आ रहा है, लेकिन सवाल ये है कि अगर इस बल्लेबाज को अंपायर ने चौका नहीं दिया तो फिर सूर्या वाला छक्का छक्का कैसे हो गया, क्या एक हफ्ते के अंदर ही कोई नया नियम आ गया, तो इसे समझने के लिए हमने सूर्यकुमार यादव की वो तस्वीर देखी, जिसमें वो श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 में फील्ड पर गिरकर छक्का लगाते दिख रहे हैं, उसमें आपको पीछे विकेट भी दिख रहा है, जब उन्होंने शॉट खेला तब वो क्रीज में ही थे, लेकिन कैडमोर ने क्रीज छोड़कर इतनी दूर जाकर खेला कि अंपायर ने उसे चौका ही नहीं दिया. अगर सूर्या भी क्रीज से बाहर जाकर खेलते तो शायद उन्हें एक भी रन न मिलता.

कैडमोर ने 66 फर्स्ट क्लास मैच में 3459 और टी20 में 2197 रन बनाए हैं, अब तक 13 शतक लगाया है
जबकि सूर्यकुमार यादव ने 79 फर्स्ट क्लास मैच में 5549 रन और टी20 में 1597 रन बनाए हैं, और 14 शतक लगाए हैं

मतलब रिकॉर्ड के मामले में ये बल्लेबाज सूर्या से काफी पीछे है, लेकिन मौका मिला तो ये सूर्यकुमार यादव की तरह आड़े-तिरछे शॉट भी खेल सकता है, जो इंडिया के लिए बड़ी बात होगी, क्योंकि जो इंग्लैंड दुनियाभर में क्रिकेट लेकर आया, अब उसके खिलाड़ी भी इंडिया के धाकड़ खिलाड़ी से नए-नए शॉट सीखें तो खुशी की बात तो होगी ही. लेकिन कभी भी गेंदबाज ऐसे खिलाड़ियों से खुश नहीं होंगे, इसलिए ये मांग भी उठ रही है कि जैसे बॉलर का पैर आगे निकलते ही नो बॉल घोषित हो जाता है, वैसे ही बैट्समैन के क्रीज से निकलते ही उसे आउट या फिर उस बॉल पर रन नहीं दिया जाए. हालांकि ये संभव इसलिए भी नहीं लगता क्योंकि सचिन हों चाहे सहवाग सबने अपने दौर में क्रीज से आगे निकलकर लंबे-लंबे शॉट लगाए हैं, लेकिन किसी ने वाइड बॉल को इतनी बुरी तरह नहीं छेड़ा था, और इसी लूपहोल का फायदा आजकल कई नए खिलाड़ी उठा रहे हैं, आप इस पर क्या सोचते हैं, हमें कमेंट कर बता सकते हैं.