रतन टाटा दूसरे उद्योगपतियों से अलग क्यों हैं, ये 24 घंटे पहले हुई एक डील ने बता दिया है, उन्होंने एक साथ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस तीनों देशों से डील कर डाली है, और वो भी घर बैठे-बैठे,ये डील इतनी बड़ी थी कि यहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस से राष्ट्रपति इमैंनुएल मैंक्रो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे. ट्वीटर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पीएम मोदी का शुक्रिया अदा कर रहे थे, पर फिर भी कुछ लोगों को चिड़ इस बात से हो रही थी कि प्राइवेट कंपनी की डील में पीएम क्या कर रहे थे, तो उसका जवाब भी हम आपको बताते हैं, लेकिन उससे पहले ये सुनिए कि ये डील कितनी बड़ी है, इससे आपको क्या फायदा मिलेगा, और आपको क्यों खुश होना चाहिए.

मंगलवार यानि 14 फरवरी को एयर इंडिया ने 470 विमानों का ऑर्डर दिया, एक विमान की कीमत करोड़ों-अरबों में होती है, इस लिहाज से ये पूरी डील करीब 80 बिलियन डॉलर की है, जिसमें फ्रेंच कंपनी एयरबस 250 और अमेरिकी कंपनी बोइंग 220 विमान देगी. अब चूंकि एयरबस के विमान का इंजन ब्रिटिश कंपनी रोल्स रॉयस बनाती है, इसलिए ब्रिटेन भी इस डील से काफी खुश है
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तो डील के बाद प्रेस रिलीज जारी कर कहते हैं थैंक्यू मोदीजी इस डील के बाद अमेरिका में करीब दस लाख लोगों को इससे रोजगार मिलेगा, अब आप कहेंगे हमें तो यहां रोजगार मिल नहीं रहा, तो उसका भी प्लान सुनिए, ये जितने की डील है न, उतनी जीडीपी भी दुनिया के 140 देशों की नहीं है, चीन जितने पैसे लगाकर एक कॉरिडोर बनवा रहा है, उससे दोगुने की डील में रतन टाटा 470 विमान खरीद रहे हैं, अब ये विमान इंडिया आएंगे तो उनके रखरखाव से लेकर चलाने तक के लिए स्टाफ की नियुक्ति जरूर होगी, उसमें भी हजारों लोगों को नौकरी मिलेगी, जो लोग टाटा ग्रुप में नौकरी करते हैं, वो जानते ही हैं कि इसकी नौकरी कैसी होती है, लेकिन आपको इस बात से ज्यादा खुश और क्यों होना चाहिए वो समझिए.

भारत के 50 प्रतिशत मार्केट पर अभी इंडिगो का कब्जा है, इसके मालिक राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल अमेरिका में रहते हैं, जबकि एयर इंडिया अभी अपना वर्चस्व बढ़ा रही है
इंडिगो की सर्विस और एयर इंडिया की सर्विस में क्या अंतर है ये सफर करने वाले अच्छी तरह जानते हैं
रतन टाटा ने अब तक जो भी काम किया, दिल से किया, कस्टमर्स की संतुष्टि उनकी पहली प्राथमिकता रही है
मतलब आपको बेहतर सफर मिलने की उम्मीद है, देश के लिए गर्व की बात ये है कि हमने दुनिया की बड़ी डील की है

एविएशन सेक्टर में जो काम बड़े-बड़े देश नहीं कर पाए, वो भारत ने एक झटके में कर दिया, अब बिजनेसमैन तो बिजनेस डील करके ही देश का नाम आगे बढ़ाएंगे, वो भी रतन टाटा जैसा आदमी अगर कोई डील करे तो उसमें अगले 50 साल का भविष्य छिपा होता है. अभी विदेशी आसमानों में यूरोप और खाड़ी मुल्क के विमानन कंपनियों का कब्जा है, लेकिन जैसे ही इस डील की डिलीवरी शुरू होगी आसमान में एक तरह से भारत का कब्जा हो जाएगा, ऐसे गर्व के मौके कभी-कभार ही आते हैं, और रतन टाटा ने तो देश को कई ऐसे अवसर दिए, जब देशवासी गर्व से सीना चौड़ाकर कहते हैं रतन टाटा जैसा दूसरा बिजनेसमैन कोई और हो ही नहीं सकता. जिनके मन में ये सवाल है कि प्राइवेट कंपनियों की डील में पीएम मोदी क्या कर रहे थे, उन्हें ये सवाल बाइडेन से भी पूछना चाहिए, जो वहां की कंपनी के साथ डील होने पर उछल-उछलकर कह रहे हैं थैंक्यू मोदीजी इससे बहुत नौकरियां मिलेंगी. क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था तो ऐसे ही डील से आगे बढ़ती है.