टीम इंडिया की ओर से अगर आज उमरान मलिक खेल रहे होते, तो शायद ऑस्ट्रेलिया का कोई न कोई खिलाड़ी अस्पताल पहुंच जाता, हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, वो इस तस्वीर से समझिए, ये चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर हुए हादसे की तस्वीर है, डेविड वॉर्नर ने ऐसा शॉट खेला कि गेंद सिराज के हाथ में लगी और हाथों से खून निकलने लगा, तुरंत पिच पर डॉक्टर बुलाए गए, सिराज के हाथ में पट्टी बांधी और फिर सिराज ने अपना ओवर पूरा किया, पर अगले ओवर तक वो यही सोचते रहे कि वॉर्नर का क्या करूं. उसके बाद जैसे ही अगला ओवर फेंकने आए,सामने खड़े उस्मान ख्वाजा को ऐसा बाउंसर फेंका कि गेंद पसलियों पर जाकर लगी, एक वक्त तो ऐसा लगा कि हड्डी-पसली टूट जाएगी पर ख्वाजा ने खुद को संभाल लिया, उसके बाद जब डेविड वॉर्नर स्ट्राइक पर आए तो सिराज ने एक और बाउंसर मारा और वॉर्नर की कोहनी पर जोर की चोट लगी, और बदला पूरा हो गया, पर किस्सा यहीं खत्म नहीं हुआ, असल किस्सा तो तब शुरू हुआ जब भारत ने बैटिंग शुरू की.

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 263 रन बनाए, जिसके जवाब में उतरे रोहित और राहुल ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 21 रन बनाए, दोनों ने मिलकर कुल 9 ओवर खेले, लेकिन 9वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ कि अंपायर को माफी मांगनी पड़ गई, रोहित शर्मा ने पहले गेंद को खेला, फिर ऊपर चेहरा उठाया तो देखा अंपायर ने उंगली उठा रखी है, थोड़ी देर तक तो रोहित समझ नहीं पाए कि हुआ क्या है, तो तुरंत डीआरएस का इशारा कर दिया और फिर जो हुआ उसकी तारीफ आपको भी करनी होगी, ये डीआरएस इतना सटीक था कि हिटमैन का विकेट बच गया. लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बुद्धि ऐसी मारी गई है कि कई लोग उसकी टीम कॉम्बिनेशन पर ही सवाल उठाने लगे हैं.

ऑस्ट्रेलिया की टीम में सिर्फ एक तेज गेंदबाज हैं, और वो हैं पैट कमिंस, बाकी सभी स्पिनर्स को लेकर इस बार ऑस्ट्रेलिया उतरी है, उसकी वजह ये है कि नागपुर की पिच में जडेजा और अश्विन को मदद मिली तो ऑस्ट्रेलिया को लगा कि दिल्ली में भी कमाल करेंगे. पर दिल्ली की पिच पर सबसे ज्यादा चार विकेट तेज गेंदबाज शमी ने चटकाए, बाकी अश्विन और जडेजा को तीन-तीन विकेट मिले.

इनमें सबसे शानदार विकेट उस्मान ख्वाजा का रहा, जिसका क्रेडिट जडेजा से ज्यादा केएल राहुल को मिला, दरअसल 46वें ओवर की पांचवीं गेंद को जैसे ही उस्मान ख्वाजा ने खेलने की कोशिश की कि राहुल ने करीब दस फीट की दौड़ लगाई, फिर तीन फीट ऊपर उछले और कैच पकड़ लिया. इस कैच की खूब तारीफ हो रही है, कोई कह रहा है कि भाई शादी के बाद बदल गया, तो कोई कह रहा बल्ले की बात छोड़ो, 6 महीने में एक तो नेक काम किया है भाई ने, पर असल में नेक काम मोहम्मद शमी ने किया.

ये तस्वीर देखिए कैसे बीच फील्ड एक फैंस पहुंचा तो सिक्योरिटी गार्ड वाले उसे उठाकर ले जाने, उसे मारने लगे आखिर में मोहम्मद शमी आए और उन्होंने कहा कि इसे छोड़ो, और ठीक से ले जाओ, इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है, ऐसा ही काम कुछ दिनों पहले रोहित ने भी किया था, तब उनकी खूब तारीफ हुई थी, जब हम खिलाड़ियों के खेल की आलोचना करते हैं, तो फिर उनके अच्छे खेल और व्यवहार की तारीफ भी करनी होगी, इसिलिए हमने आपको ये तस्वीर दिखाई, चूंकि ये मैच कोहली के शहर दिल्ली में हो रहा है तो फिर स्टेडियम में कोहली-कोहली की गूंज तो मची ही है, खास बात ये है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिस पवेलियन में बैठे उसका नाम भी कोहली पवेलियन है, ऐसा लगता है जैसे दूसरे टेस्ट मैच में रनों या विकेट के रिकॉर्ड से ज्यादा तस्वीरों का इतिहास रहने वाला है.