6 साल बाद PM मोदी किसी पाकिस्तानी PM के सामने पहुंचे तो जो हुआ वो सुनकर आपको गर्व होगा…UN में सुषमा स्वराज को पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाते सुना होगा…लेकिन आज मोदी ने ही भरी सभा में पाकिस्तान PM की बोलती बंद कर दी…पूरी दुनिया ने भारत की ताकत देखी. सुषमा स्वराज की तरह PM मोदी ने पाकिस्तान PM के सामने ही क्लास लगा दी…पुतिन के सामने जाते ही पाकिस्तान PM का आत्मविश्वास एकदम शून्य हो गया? पुतिन उन्हें देखते रहे लेकिन वो खुद को गलती करने से नहीं बचा पाए. PM मोदी ने शहबाज शरीफ की क्लास किस बात पर लगाई वो बताएं उससे पहले ये वायरल वीडियो देखिए…
रूसी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात के दौरान इयरफोन नहीं लगा पाने का वीडियो वायरल होने के बाद पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ को खूब ट्रोल किया गया. खुद इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने भी इसका वीडियो शेयर किया है, एससीओ मीटिंग के इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच एक मीटिंग चल रही थी. व्लादिमीर पुतिन ने रूसी भाषा में अपनी बात की शुरुआत की तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को अहसास हुआ कि वह तो कुछ समझ ही नहीं पा रहे हैं क्योंकि उनका ट्रांसलेट टूल तो चल ही नहीं रहा है. अंग्रेजी में कहते हैं- क्या कोई मेरी मदद कर सकता है

इसके बाद मीटिंग हॉल में मौजूद अधिकारी उनके ट्रांसलेटर टूल वाले इयरफोन को उनके कान में अच्छे से लगाते हैं…हालांकि, फिर जैसे ही पुतिन बोलना शुरू करते हैं, एक बार फिर शरीफ का इयरफोन नीचे गिर जाता है और फिर पुतिन की हंसी छूट जाती है…ये सब इसलिए हो रहा था क्योंकि पुतिन और मोदी जैसे नेता के सामने बैठने से पहले सामने वाला नर्वस हो जाता है! पाकिस्तान रूस से कर्ज की लगातार मांग कर रहा है, पुतिन के कद के सामने खुद शहवाज शरीफ ने बता दिया अभी पाकिस्तान को बड़ा होने में वक्त लगेगा…अब आपको बताते हैं PM मोदी ने कैसे क्लास लगाई…ये वीडियो देखिए जब इंडिया ने एशिया कप में पाकिस्तान को हराया तो एक अफगान समर्थक ने पांड्या को टीवी पर ही चूम लिया…PM मोदी ने भी SCO मीटिंग अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में ही पूछ लिया कि जब भारत ने अफगानिस्तान को मदद भेजी तो पाकिस्तान ने रास्ता क्यों रोका था.

महामारी और यूक्रेन के संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन में कई बाधाएं उत्पन्न हुई, जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा एवं खाद्य संकट का सामना कर रहा है. एससीओ को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त, लचीला और विविध सप्लाई चेन विकसित करने के लिए प्रयास करने चाहिए. इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की तो आवश्यकता तो होगी ही, साथ ही ये भी महत्वपूर्ण होगा कि हम सभी एक दूसरे को ट्रांजिट का पूरा अधिकार दें. हम भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर प्रगति कर रहे हैं.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग मोदी के बगल में ही थे लेकिन न तो उनसे हाथ मिलाया न ही इशारा किया…पाकिस्तान के PM से भी मोदी ने न तो हाथ मिलाया न ही उनकी तरफ कोई इशारा रहा, SCO मीटिंग में, कुछ ऐसा ही हाल कुछ समय पहले एससीओ की एक बैठक में हुआ जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बगल में बैठे पाकिस्तानी विदेश मंत्री की ओर देखा तक नहीं. एससीओ मीटिंग में 8 देशों के नेता शामिल थे लेकिन निगाहें मोदी और पुतिन पर ही टिकी थी…भारत की छवि दुनिया के सामने कैसी है, ये वो लोग समझ सकते हैं जो दूसरे देश में रहते हैं…मोदी युग में कोई कुछ भी कहे विदेशों में भारत की छवि पूरी बदल चुकी है…क्योंकि मोदी ने पुतिन को सबके सामने समझाया…साफ इशारा किया पुतिन युद्ध नहीं शांति चुनो…ये देखकर हर हिन्दुस्तानी का सीना गर्व से फूल जाता है…