कहते हैं महाकाल के दर से कोई खाली हाथ नहीं जाता, केएल राहुल गए और वापस आकर फॉर्म हासिल कर ली. विराट कोहली भी जब कई साल से शतक नहीं लगा पा रहे थे तो भगवान के दर से ही उन्हें रनों का आशीर्वाद मिला. तो क्या अब सूर्यकुमार यादव को भी महाकाल के दर्शन करने चाहिए. लगता तो कुछ ऐसा ही है. पिछले साल तक टी20 में धमाल मचा रहे सूर्यकुमार यादव लगातार दो वनडे में बिना खाता खोले आउट हो गए, वो भी एक ही तरीके से. उसी जगह खड़े फील्डर को केच देकर. लेकिन क्या सिर्फ सूर्या को भगवान के दर से आशीर्वाद की जरूरत है.
क्या विराट की तरह सूर्या को भी पत्नी साथ जाना चाहिए महाकाल मंदिर?

ऐसा लगता तो नहीं है, लगता है रोहित शर्मा को उनसे ज्यादा जरूरत है. साले की शादी में ठुमके लगाकर लौटे कप्तान रोहित शर्मा रन भी नहीं बना पाये और फिर कप्तानी में भी ट्रिक मिस की. जिस पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद थी वहां शार्दुल ठाकुर को बाहर करके अक्षर पटेल को खिला दिया.

जबकि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने एक भी ओवर स्पिनर से नहीं करवाया. और टीम इंडिया को केवल 117 रनों पर ऑलआउट कर दिया. जिसका पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने वो आतिशबाजी की, जिसने रहित को साले की शादी के पटाखों की याद दिला दी होगी. भारतीय बॉलर्स ऑस्ट्रेलिया का एक भी विकेट नहीं ले पाये और मात्र 11वें ओवर में कंगारुओं ने मैच जीत लिया. और ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली ऐसी टीम बनी जिसने भारत के खिलाफ दो बार 10 विकेट से जीत दर्ज की.
सूर्या कुमार यादव को लेकर इंटरनेट पर बहस छिड़ बहस
इसके बाद इंटरनेट पर बहस छिड़ गई सूर्यकुमार यादव की जगह मिडिल ऑर्डर में संजू सैमसन को जगह देनी चाहिए. क्योंकि सूर्यकुमार यादव पहले टेस्ट में फेल हुए और फिर वनडे में भी नहीं चल पाये हैं. पिछले दो मैचों में तो वो जीरो पर आउट होते रहे हैं. भारतीय दर्शक अब श्रेयस अय्यर को भी याद कर रहे हैं हालांकि उनको चोट लगी है.

इसके अलावा एक बहस रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर भी छिड़ी है. कई लोग कह रहे हैं कि रोहित से बेहतर कप्तान हार्दिक पांड्या नजर आये हैं. जिस तरीके से पहले वनडे में उन्होंने गंदबाजों को चलाया और अपनी प्लेइंग इलेवन का चयन किया वो काबिले तारीफ है. लेकिन कंगारुओं के खिलाफ दूसरे वनडे में रोहित शर्मा ने कई ट्रिक्स मिस की जिसकी वजह से पूरा मैच मात्र 37 ओवर में खत्म हो गया. ऑस्ट्रेलिया ने तो केवल 11 ही ओवर बल्लेबाजी की.
वर्ल्डकप की तैयारी के लिहाज से ये हार टीम इंडिया को कई चीजें सिखाकर गई है.

पहली- श्रेयस अय्यर की टीम इंडिया को भारत में सबसे ज्यादा जरूरत है.
दूसरी- टॉप ऑर्डर अगर फॉर्म में नहीं आया तो मुश्किल होगी.
तीसरी- एक एक्स्ट्रा पेस वाला बॉलर आपको हर हाल में चाहिए.
अब तीसरा मैच फाइनल की तरह होगा. 22 मार्च को जब टीम इंडिया मैदान पर उतरेगी तो यही उम्मीद होगी कि इस हार को भुलाकर नई शुरूआत करे क्योंकि ये हार बड़ी जरूर है. लेकिन वर्ल्डकप की तैयारी में ये वेकअप कॉल साबित हो सकती है. कि बायें हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों को कैसे खेलना है क्योंकि पिछले वर्ल्डकप में अकेले शाहीन शाह आफरीदी ने भारतीय टीम को ढेर कर दिया था. और इस मैच में मिचेल स्टॉर्क ने पांच विकेट लेकर टीम इंडिया की कमर तोड़ दी. बल्लेबाजों को इसका तोड़ निकालना होगा वरना भले ही विश्व कप अपनी धरती पर हो रहा हो, बायें हाथ के तेज गेंदबाज परेशान कर सकते हैं.
ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज फ्लैश