टी-20 रैकिंग में चमके सूर्या, टॉप10 में सिर्फ एक भारतीय खिलाड़ी,बाबर की बादशाहत खत्म
मार्च 2021 में जब सूर्यकुमार यादव ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया तो उनके नाम से कई रिकॉर्ड जुड़ते चले गए, अपने करियर की पहली ही बॉल पर छक्का मारने का कारनामा अब तक दुनिया के बड़े-बड़े खिलाड़ी नहीं कर पाए हैं. 32 साल के सूर्या ने रनों की पहाड़ की तरह ही रिकॉर्ड की भी लंबी लाइन खड़ी कर दी है, ये वो रिकॉर्ड हैं जिसमें उनके गुरू एबी डिविलयर्स, स्टार खिलाड़ी शिखऱ धवन और युवराज जैसे खिलाड़ी भी पीछे छुट गए हैं.
टी-20 में सूर्यकुमार का स्ट्राइक रेट 173.36 है, अब तक 32 मैच खेले और 57 छक्के लगाए
सूर्या का स्ट्राइक रेट कई महान खिलाड़ियों से ज्यादा है,डिविलियर्स का स्ट्राइक रेट भी 135 है
78 टी-20 मैच में डिविलयर्स ने 60 छक्के लगाए थे,जबकि सूर्या 33 में ही ये आंकड़ा छू लेंगे!
साल 2018 में धवन ने 689 रन बनाए थे, जबकि 2022 में सूर्या ने अब तक 732 रन बनाए
इस साल छक्का लगाने वालों में भी सूर्या सबसे आगे हैं, 21 मैच में सूर्या ने 45 छक्के जड़े हैं
युवराज ने 31 पारियों में 50 छक्के पूरे किए थे, जबकि सूर्या ने 29 पारियों में ही ये कर दिया
टी-20 रैंकिंग में सूर्यकुमार बाबर को पछाड़कर दूसरे नंबर पर पहुंचे, जबकि कोहली 13वें पर हैंt20
स्ट्राइक रेट में डिविलयर्स को, रन बनाने में धवन को छक्के में युवराज को छोड़ा काफी पीछे!
ये आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि सूर्या की बैटिंग में अभी बहुत जान बाकी है, जब केरल की पिच बल्लेबाजों के लिए कब्रगाह बन रही थी, हिटमैन रोहित और विराट से भी रन नहीं बन रहे थे, अफ्रीका की आधी टीम 9 रन पर आउट हो गई, तब सूर्या ने पिच पर आते ही केएल राहुल को बड़ी शानदार बात कही थी, सूर्यकुमार यादव ने कहा

राहुल भाई, मैं आक्रमक खेलने की कोशिश करूंगा, पिच इस बात की गवाही नहीं दे रही है, लेकिन मैं चारों तरफ शॉर्ट लगाने की कोशिश करता हूं, आपको फील्ड पर टिके रहने के लिए जितनी गेंद आराम से खेलनी है, आप खेलिए, मैं स्कोर बोर्ड पर रन लगातार बढ़ाता रहूंगा.
180 की स्ट्राइक रेट,साल में 45 छक्के और सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच का जीता खिताब
सूर्या की यही रणनीति भारत को जीत दिला सकी, वरना उस पिच पर भारतीय टीम भी 50 के अंदर ही ढेर हो सकती थी. सूर्या ने जिस मेहनत से खुद को तपाया है, वो हर खिलाड़ी नहीं कर सकता, जब इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया तो पता चला कि वो देश के पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिसे 100 से ज्यादा आईपीएल मैच खेलने के बाद टीम में मौका मिला है, बड़ी बात ये थी कि सूर्या ने इस मौके को भुनाया है, हर मैच में अपनी अहमियत बताई, जब सूर्या की टीम में एंट्री हुई तो लोग ये कह रहे थे कि बीसीसीआई लंबे वक्त से मैच फिनिशर तलाश रही थी, धोनी के जाने के बाद से ये तलाश पूरी नहीं हो पाई थी और अब सूर्या फिनिशर ही बनेंगे, जबकि कुछ लोग ये कह रहे थे कि टी-20 में मिडिल ऑर्डर के लिए सूर्या शानदार बल्लेबाज बन सकते हैं और हुआ भी यही. 101 आईपीएल मैच में 11 अर्धशतक की मदद से 2024 रन बनाने वाले सूर्यकुमार यादव के भरोसे ही मुंबई इंडियंस चैंपियन बन पाई थी, तेंदुलकर और गंभीर जैसे सीनियर खिलाड़ियों की सूर्या काफी इज्जत करते हैं, वो सीनियर्स से सीखते हैं, हर मैच के बाद अपनी पत्नी के साथ वक्त बिताते हैं और छुट्टियों का भरपूर आनंद लेते हैं, तभी तो बुखार में भी बल्ला लेकर फील्ड पर उतरते हैं तो सामने के गेंदबाज पनाह मांगने लगते हैं, यही सूर्या का अंदाज है जो उन्हें एक दिन डिविलियर्स से भी महान खिलाड़ी बना सकता है, क्योंकि मिस्टर 360 डिग्री कई सालों में एक पैदा होता है, अगर सूर्या का बल्ला ऐसे ही ऑस्ट्रेलिया में चलता रहा तो फिर सूर्या वहां भी मैन ऑफ द मैच का खिताब जीत सकते हैं, क्योंकि डेब्यू के बाद से टी-20 में छठी बार सूर्या ने मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता है, इस मामले में सूर्या ने पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान, इंग्लैंड के मोईन अली और दक्षिण अफ्रीका के तबरेज शम्सी को पीछे छोड़ दिया है.