विराट और सूर्या के तूफान में उड़ी ऑस्ट्रेलिया, लेकिन भुवनेश्वर कुमार का कुछ करना होगा
कहते हैं टीम इंडिया के हर युग में कुछ खिलाड़ी ऐसे होते है जो अपने दम पर इंडिया को आगे लेकर जाते हैं, सूर्य कुमार यादव की तारीफ सिर्फ भारत नहीं कर रहा है, बल्कि बाबर आज़म से लेकर निकोलस पूरन तक को सूर्या ने अपना फैन बना लिया है…ऐसी ताबड़तोड़ बैटिंग की ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ अपनी लाइन भूल गए…डिविलयर्स की तुलना ही किसी खिलाड़ी का कद बताता है, सूर्या जिस वक्त बैटिंग कर रहे थे उस वक्त वो एक महान खिलाड़ी के साथ थे…100 रनों से ज्यादा की साझेदारी विराट और सूर्या के बीच में हुई लेकिन सूर्या पूरे मैच में विराट पर भारी रहे…यहां तक आउट होने पर विराट कोहली खुद चल कर पीछे से आते हैं और सूर्या की तारीफ करते हैं…बल्लेबाज़ी में जो तारीफ सूर्या और विराट की हो रही है वहीं काम अक्षर पटेल ने किया, अक्षर भारत के ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्हें ऑस्ट्रेलिया नहीं समझ पा रही है…अक्षर ने सीरिज़ का दो मैच खेला है लेकिन मैन ऑफ दर सीरिज़ चुने गए हैं,

हर एक वक्त में टीम इंडिया में एक ऐसी जोड़ी होती है जो मैच को जीता देती है….कभी युवराज-कैफ, कभी सुरेश रैना और धोनी, तो कभी युवराज और धोनी की जोड़ी…फिलहाल तीसरे नंबर पर आते हैं विराट, चौथे नंबर पर आते हैं सूर्या दोनों में टिक कर रन बनाने की क्षमता है तो भारत की नई जोड़ी तैयार है जो आपको अक्सर मैच जीताकर लौटगी…अगर इस टीम में सिर्फ तीन खिलाड़ियों को हटा दिया जाए तो शायद टी-20 विश्वकप जीतना मुश्किल नहीं होगा…36 गेंदों पर 69 रनों की सूर्य कुमार की पारी, तो विराट ने 48 गेंदों पर 62 रनों की संयमित पारी खेली…हार्दिक पांड्या जिस वक्त क्रिज़ पर आए उस वक्त ऐसा लगा मैच फंस जाएगा…लेकिन जब DK मैदान पर आए तो सबने राहत की सांस ली, पूरा स्टेडियम DK-DK कहने लगा, लेकिन विनिंग चौका मारने का मौका पांड्या को मिला…आख़िरी दो गेंदों पर जब चार रन चाहिए थे तब भी रोहित और कोहली ड्रेसिंग रूम में बैठकर हंस रहे थे क्योंकि उन्हें पता था हार्दिक पांड्या और कार्तिक के होते इंडिया का हारना लगभग नामुमकिन है…लेकिन जीत में भी कई सवाल है जिन्हें पीछे नहीं छोड़ना चाहिए, भारत ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी की तो भुवनेश्वर कुमार फिर से असफल रहे, इस बार रोहित ने उन्हें 19वां ओवर नहीं दिया लेकिन 18वें ओवर में भुवनेश्वर ने 21 रन लुटाएं, तो क्या ये वक्त है भुवनेश्वर को बाहर बैठा कर विश्वकप के लिए मोहम्मद शमी को मौका देना या फिर दीपक चाहर को मौका देना चाहिए?

2 खिलाड़ियों को बाहर कर इंडिया जीतेगी T20 विश्वकप, KL राहुल का खोजना होगा विकल्प
क्योंकि एशिया कप से लेकर ऑस्ट्रेलिया सीरिज़ तक भुवनेश्वर लगातार फेल हो रहे है?
हर्षल पटेल को लगातार मौका मिल रहा है लेकिन वो कारगर साबित नहीं हो रहे हैं, हर्षल पटेल की जगह टीम में उमरान मलिक को मौका मिलना चाहिए, हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार टीम की दो कमज़ोर कड़ी है, जबकि बैटिंग में राहुल की जगह भी किसी नए बल्लेबाज़ को मौका देना चाहिए…सूर्या और केएल राहुल की बैटिंग देखें तो सूर्या के पास बेशक अनुभव कम है पर जिम्मेदार ज्यादा दिखते हैं, केएल राहुल और पांड्या की बैंटिंग देखें तो पांड्या ज्यादा सीरियस लगते हैं…बुमराह, शमी, अर्शदीप, दीपक चाहर के साथ T20 में अगर जाते हैं तो फिर मैच जितना आसान हो जाएगा…जबकि बैटिंग में सिर्फ KL राहुल और पंत की समस्या हैं…पंत को कार्तिक की वजह मौका नहीं मिलने वाला है लेकिन केएल राहुल को लेकर कुछ तो करना होगा….विराट कोहली का फॉर्म में आना साफ कहता है कि टीम इंडिया का वक्त लौट आया है…
रोहित पिछले पांच मैच से ताबड़तोड़ बैटिंग कर रहे हैं, ऐसे में विराट का फॉर्म में होना, सूर्या का इस तरह से खेलना, हार्दिक पांड्या का संभालना और फिनिशर मैन कार्तिक का दम टीम इंडिया को विश्वकप जीता सकता है, एशिया कप बॉलिंग की वजह से हारे इसलिए बॉलिंग पर ही द्रविड़ को काम करना चाहिए, क्योंकि बैटिंग में फिलहाल ख़ास शिकायत नहीं है….भारत ने ये मैच 6 विकेट से जीत लिया, 2-1 की हार के साथ सीरिज़ पर भी कब्जा हो गया…भारतीय टीम की अगली परीक्षा साउथ अफ्रीका के साथ है, 28 सितंबर को पहला मुकाबला खेला जाएगा