कहते हैं जब दौर बुरा हो तो महान खिलाड़ियों से सीख लेनी चाहिए, शायद इसीलिए सूर्यकुमार यादव ने मैच से ठीक पहले सचिन तेंदुलकर से मुलाकात की और अपनी दिक्कत बताई, सूर्यकुमार यादव के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये थी कि इस आईपीएल सीजन के 3 मैच में उन्होंने अर्धशतक तो जड़ा लेकिन अपना क्लास नहीं दिखा पा रहे थे, लेकिन जैसे ही तेंदुलकर से मुलाकात हुई, कहानी बदल गई, ये तस्वीर देखिए. प्री मैच ट्रेनिंग सेशन में सूर्यकुमार यादव हाफ पैंट और टीशर्ट में दिख रहे हैं, हाथ में बैट पकड़े, हाथ में ग्लव्स लगाए वो कुछ सोच रहे हैं और सामने खड़े क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर उन्हें शायद ये समझा रहे हैं कि धैर्य के साथ खेलो, टी20 जल्दीबाजी का गेम है, लेकिन वहां भी धैर्य जरूरी है, जैसा ज्ञान सहवाग ने रोहित को दिया था और जिसका असर इस मैच में भी दिखा था, वैसा ही कुछ ज्ञान सूर्या को भी मिला. जिसके बाद सुनिए सूर्यकुमार यादव ने कैसा कमाल किया.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 20 ओवर में 6 विकेट पर 199 रन बनाए, वो भी बिल्कुल लड़खड़ाते-लड़खड़ाते, क्योंकि शुरुआती तीन ओवर में ही आरसीबी के दो विकेट गिर चुके थे. फाफ डू प्लेसिस की 65 और मैक्सवेल की 68 रनों की पारी की बदौलत आरसीबी ने 200 का टारगेट मुंबई इंडियंस को दिया, जिसके जवाब में उतरी मुंबई इंडियंस के सलामी बल्लेबाज ईशान किशन ने धुआंधार पारी खेली, 21 गेंदों में 42 रन बनाए, जबकि रोहित सिर्फ 7 रन पर ही आउट हो गए. इसके बाद फील्ड पर आए सूर्यकुमार यादव.

सूर्यकुमार यादव ने आते ही अपना बल्ला खोला, सिर्फ 26 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और उसके बाद तो इतनी तेज रफ्तार से चले कि अगले 9 गेंदों में ही 35 रन बना डाले, सूर्या ने अपनी पारी में 7 चौके और 6 छक्के लगाए, पूरे आईपीएल सीजन में पहली बार उनका बल्ला इतनी तेज चला है. अगर 16वें ओवर में केदार जाधव सूर्या को आउट न करते और सूर्यकुमार यादव आखिर तक टिक जाते तो शतक तो तय था. लेकिन कहते हैं क्रिकेट में मेहनत के साथ-साथ किस्मत का भी बड़ा रोल होता है, सूर्या को शतक न जड़ने का अफसोस तो होगा लेकिन खुशी इस बात की होगी कि जो लोग रोहित शर्मा को हिटमैन की जगह डकमैन कह रहे थे, मुंबई इंडियंस की हार के बाद रोहित का मजाक उड़ा रहे थे, उन्हें सूर्या ने अपने बल्ले से जवाब दे दिया. सूर्यकुमार यादव और रोहित शर्मा समेत मुंबई इंडियंस की पूरी टीम के अलावा इस जीत से सबसे ज्यादा खुश नवीन उल हक होंगे, क्योंकि नवीन को ही कोहली ने कहा था कि तुम मेरी जूते के बराबर भी है, कोहली से भी ज्यादा अकड़ सिराज हर मैच में दिखाते हैं, लेकिन इस मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाड़ियों ने सिराज की अकड़ ऐसी तोड़ी कि शायद वो अपने आप पर अफसोस कर रहे होंगे, ये आरसीबी के गेंदबाजों का प्रदर्शन है.
मोहम्मद सिराज ने 3 ओवर में 31 रन लुटाए और एक भी विकेट नहीं मिला
जोश हेजलवुड ने 3 ओवर में 32 रन दिए, उन्हें भी कोई विकेट नहीं मिला
वानिंदु हसंरगा ने 2 विकेट लिए लेकिन 4 ओवर में 53 रन लुटा डाले
मतलब आरसीबी की हार में इन तीन बॉलर्स का बड़ा योगदान रहा, जबकि मुंबई इंडियसं की जीत में ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव और नेहाल वढेरा की तूफानी पारी का अहम रोल था. इन तीन खिलाड़ियों की बदौलत मुंबई इंडियंस आईपीएल के प्वाइंट टेबल में 8वें नंबर से सीधा तीसरे नंबर पर जा पहुंची, कोहली जो ये सपना देख रहे थे कि आईपीएल का खिताबी मुकाबला इस बार अपने नाम कर सकते हैं, फाफ डू प्लेसिस की कप्तानी और उनके अनुभव के बदौलत आरसीबी अच्छा कर सकती है, उन्हें बड़ा झटका लगा है, क्या आरसीबी की हार की वजह उसके कुछ खिलाड़ियों की अकड़ रही है, क्या उसी चक्कर में उसका गेम खराब हुआ है या फिर सूर्या की धुआंधार पारी के आगे पूरी टीम नतमस्तक हो गई थी, आपको क्या लगता है कमेंट में बता सकते हैं.
ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज फ्लैश