शतक, शतक और सिर्फ शतक, बॉलर कैसा भी आ जाए, आउट नहीं होऊंगा, जो रौला इंटरनेशनल क्रिकेट में सूर्य कुमार यादव का है, वही रणजी में उनके दोस्त सरफराज खान का है, लेकिन कहते हैं दोस्त फेल हो तो दुख होता है लेकिन दोस्त अगर टॉप कर जाए तो ज्यादा दुख होता है, और यही दुख आजकल सूर्यकुमार यादव के दोस्त सरफराज खान को हो रहा है, खिलाड़ी हर शतक के बाद जश्न मनाते हैं, घरवाले उन्हें बधाई देते हैं, लेकिन सरफराज खान पिच पर हेलमेट उतारने के बाद जब घर लौटते हैं तो कमरे में बैठकर अपनी किस्मत पर रोते हैं, जो अन्याय सालों साल तक पृथ्वी शॉ के साथ हुआ, सूर्यकुमार यादव के साथ हुआ, वही अब सऱफराज के साथ हो रहा है.

13 जनवरी को जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैचों के लिए टेस्ट टीम का ऐलान हुआ और उससे एक धाकड़ नाम गायब था, जबकि सरफराज खान के फैंस को पूरी उम्मीद थी कि इस बार उन्हें जगह मिलेगी, खुद सूर्यकुमार यादव ने दिसंबर में ही मैसेज कर कहा था कि जगह नहीं मिल रही तो और तेज मारो, उसके बाद सरफराज ने लगातार कई शतक जड़े, उससे पहले जब अक्टूबर में सरफराज ने शतक जड़ा था तो सूर्या ने सेल्फी शेयर की थी, लेकिन बावजूद उसके सेलेक्टर्स ने सरफराज पर भरोसा नहीं जताया. सरफराज ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर की, जिसमें सर डॉन ब्रैडमैन के ठीक नीचे सरफराज खान का नाम है, और ये हर खिलाड़ी के लिए एक सपने की तरह है लेकिन बीसीसीआई ये बात लगता है नहीं समझ पाई, टेस्ट में 80 का स्ट्राइक रेट मतलब टेस्ट में टी20 वाला कमाल दिखाना. 80 की स्ट्राइक रेट 3380 रन बनाने वाले सरफराज खान फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सूर्या से आगे और सर डॉन ब्रैडमैन के औसत से करीब हैं.
सूर्यकुमार यादव ने 79 फर्स्ट क्लास मैच में 44.75 की औसत से 5549 रन बनाए हैं
जबकि इंडिया के ब्रैडमैन के नाम से मशहूर सरफराज ने 36 मैच में 3380 रन बनाए हैं

पहली बार लोग सूर्या को टीम में रखे जाने से नाराज हैं, लोग कह रहे हैं अगर सूर्या को चुना था तो फिर सरफराज को भी जगह देनी चाहिए थी, लेकिन इसके लिए केएल राहुल, शुभमन गिल या चेतेश्वर पुजारा में किसी को बाहर रखना पड़ता, ये तीनों खिलाड़ी टेस्ट में बेस्ट हैं, केएल राहुल ने तो पिछले वनडे को भी टेस्ट की तरह खेला औऱ मैच जीताया तो लोगों ने कहा इनकी जगह टेस्ट में फिक्स कर देने चाहिए और हुआ भी यही. पहले आउट ऑफ फॉर्म होने पर बीसीसीआई ने राहुल से उपकप्तानी छीन ली थी, लेकिन अब फिर से उपकप्तान बना दिया है, मतलब एक मैच में जीत क्या दिलाई राहुल को फिर से प्रमोशन मिल गया, लेकिन जो खिलाड़ी बार-बार मैच जीतवा रहा है, जहां से आप टेस्ट के लिए टीम चुनते हैं, उसे इग्नोर करने पर सवाल तो उठेंगे ही. हालांकि फिलहाल उम्मीद यही है कि 9-13 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खेलने जब टीम इंडिया उतरे तो इंग्लैंड की स्टाइल में बैटिंग करे. इंग्लैंड के नए कोच ब्रेंडन मैकुलम का निकनेम बैज है, और उन्होंने खिलाड़ियों को आक्रमक अंदाज में जो खेल सिखाया, उसे बेजबॉल इफेक्ट कहा गया और इसी बेजबॉल ने पाकिस्तान की ऐसी कमर तोड़ी कि टेस्ट मैच के पहले ही दिन चार शतक लग गए. टीम इंडिया में कोच तो नहीं बदले लेकिन सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जैसे धाकड़ खिलाड़ियों की टेस्ट में एंट्री के बाद से ये साफ दिख रहा है कि भारत भी टेस्ट को आक्रमक बनाने के मूड में है.