ये कहानी 33 साल पुरानी है, साल था 1991 का, 32 साल की उम्र में शिवराज सिंह चौहान विदिशा से जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे, मतलब विधायकी के बाद सियासत की दूसरी सीढ़ी चढ़ रहे थे, घरवाले शादी करवाने को तैयार थे, पर शिवराज सबको ये कहकर शांत कर देते थे कि