विश्व क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी बेईमानी का आरोप, पाकिस्तान को जिताने के लिए ग़लत अंपायरिंग, आकाश चोपड़ा से लेकर दिग्गजों का भड़का गुस्सा, 10 लाख से ज्यादा सवाल, थर्ड अंपायर का गलत फैसला. 1 घण्टे में आ गए 5 लाख से ज्यादा ट्वीट, पब्लिक ने पूछा क्या भांग पीकर थर्ड अंपायर ने सुनाया फैसला
क्या बांग्लादेश को हराने के लिए आज तक की सबसे बड़ी बेइमानी हो गई? पूरा बांग्लादेश एक फैसले पर रो रहा है? दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान को भारत से फाइनल में भिड़ाने के लिए ICC हर कोशिश करेगा. दरअसल शाकिब अल हसन बांग्लादेश के कप्तान हैं? पर क्या उन्हें गलत OUT दे दिया गया?

अंपायर के एक फैसले से पहले आकाश चोपड़ा का ट्विट देखिए. इसके बाद आपको पूरी कहानी समझ में आ जाएगी. कैसे एक फैसले से बांग्लादेश के खिलाड़ियों को तोड़ दिया. शाकिब अल हसन का उदास चेहरा बताता है बड़ी नाइंसाफी हुई है, पाकिस्तान जीत गया लेकिन यहां एक खेल हुआ है. बांग्लादेश के तीन विकेट गिर चुके थे, कप्तान शाकिब अल हसन आए तो शादाब खान की गेंद पर LBW की अपील हुई, अंपायर ने आउट दे दिया. पर बांग्लादेश ने रिव्यू लिया जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि गेंद पहले बैट पर लगी है, 10 बार टीवी अंपायर देखते हैं और अचानक OUT का फैसला सुना देते हैं.. इसके बाद कुछ भी नहीं बचा, फिर भी वो कप्तान के पास गए और बोला कि एक बार देखिए मैं तो OUT ही नहीं हूं पर, क्रिकेट के इतिहास में एक सेमीफाइनल जैसे महामुकाबले में गलत फैसला दे दिया गया, जिसके बाद आकाश चोपड़ा खुलकर लिखते हैं.

साकिब उल हसन का बैट ज़मीन पर लगा ही नहीं था, आप ध्यान से देखिए तो लगता है बैट हवा में है तभी तो बैट का निचला हिस्सा परछाई में दिख रहा है. यहां कुछ भी संभव है, हो सकता है बॉल बैट से टकराई है पैड से नहीं. बांग्लादेश का सफर अंपायर के एक बेहद घटिया फैसले से ख़त्म हो गया.
आकाश चोपड़ा, क्रिकेट कमेंटेटर

ट्विटर पर हैश टैग NOT OUT और हैश टैग चिटिंग के नाम से दो ट्रेंड चले जिसमें 1 घण्टे में ही पांच लाख ट्विट आ गए, फोटो में साफ तौर से एंगल देखा जा सकता है कैसे गेंद पहले बैट पर लगी है? अब सवाल उठता है क्या भारत पाकिस्तान को विश्वकप में इसलिए बनाए रखना मज़बूरी है ताकि खेल की दिलचस्पी बनी रहे? ICC की कमाई बढ़ती रहे, क्योंकि ये मैदानी अंपयार का फैसला नहीं है, जहां ये कहा जा सकता है कि ये तो भूल है, यहां तो टीवी अंपायर के पास कई तरह की तकनीक है, कई कैमरा एंगल होता है पूरा वक्त दिया जाता है, फिर भी फैसला ऐसा देना कितना सही है? शाकिब अल हसन के विकेट गिरते ही बांग्लादेश के खिलाड़ियों का मनोबल टूट गया, एक खेल प्रेमी के नज़रिए से देखिए तो ये गलत है, क्योंकि पाकिस्तान पहले विश्वकप जीत चुकी है पर बांग्लादेश पहली बार सेमीफाइनल खेलती. शाकिब के आउट होने के बाद अंपायर की ये फोटो देखिए, उनकी पीठ पर हाथ रखकर ये कहते हुए कि भाई मुझे माफ करना पर आपको जाना होगा. अब सेमीफानल का रास्ता तय हो गया है, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल खेला जाएगा, और भारत इंग्लैंड 10 नवंबर को सेमीफाइनल खेलेंगे, यानि 70% की उम्मीद है कि भारत-पाकिस्तान फाइनल में मिल सकते हैं, अगर ऐसा करने के लिए शाकिब अल हसन को गलत OUT दिया गया है तो खेल भावना कहां है? क्या क्रिकेट में सिर्फ पैसा ज़रूरी है? बांग्लादेश ने 127 रन बनाए और पाकिस्तान ने वो मैच आसानी से जीत लिया. लेकिन अफसोस टीवी अंपायर के पैसले पर न अंपायर की कुर्सी जाएगी न कोई पूछेगा ऐसा क्यों किया? शाकिब अल हसन हो सकता है हारकर संन्यास का ऐलान कर अंपायर पर कुछ बोलकर बवाल खड़ा कर दें, पर अगर किसी देश को छोटा और गरीब मानकर उसका खेल कमज़ोर माना जाएगा तो फिर ICC को एक बार फिर सोचना चाहिए, खेल की भावना आवश्यक है या कमाई का खेल?