ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले टेस्ट की पहली पारी में अश्विन के डुप्लीकेट से बॉलिंग करवाकर तैयारी करके उतरी थी लेकिन पेपर में सर जडेजा आ गए और कंगारुओं की पूरी टीम 177 रनों पर ढेर हो गई. करीब छह महीने बाद मैदान पर वापसी कर रहे जडेजा अपनी पत्नी को विधायक बनाकर और ठीक होकर लौटे तो छा गए. शुरू में तो मोहम्मद सिराज और शमी ने ऑस्ट्रेलिया को दो रन पर दो विकेट चटका दिये थे. लेकिन इस मुश्किल से मार्नस लबुशेन और स्टीव स्मिथ ने उन्हें उबारने की कोशिश की. जब इन दोनों की साझेदारी बढ़ी तो जडेजा ने आकर अपना काम किया और लबुशेन को आउट करने के साथ दो विकेट लगातार ले लिए. इससे कंगारू टीम की कमर टूट गई. जडेजा ने 47 रन देकर 5 विकेट चटकाए.

आर अश्विन ने भले ही तीन विकेट लिए लेकिन उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड बना दिया. आर अश्विन सारे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए अब भारत की तरफ से सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन हए हैं. आर आश्विन ने ये रिकॉर्ड 88 मैचों में बनाया है. अब तक अनिल कुंबले भारत की तरफ से सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे. उन्होंने 93 मैचों में ये कारनामा किया था. दुनिया में अब अश्विन से आगे बस मुथैया मुरलीधरन हैं जिन्होंने 80वें मैच में 450 विकेट लिए थे. शेन वॉतर्न ने 101 मैचों में 450 विकेट पूरे किये थे.

इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अश्विन का ये रिकॉर्ड कितना लाजवाब है. एक बार को लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया की टीम बड़ा स्कोर खड़ा करेगी लेकिन एक बार जडेजा ने जब स्मिथ और लबुशेन की जोड़ी तोड़ दी तो फिर वो संभल नहीं पाई और एक भी कंगारू बल्लेबाज अर्धशतक भी नहीं लगा पाया. ऑस्ट्रेलियन मैच से पहले ही पिच की शिकायत कर रहे थे और उनके साथ हुआ भी वैसा ही लेकिन जैसे ही टीम इंडिया बल्लेबाजी करने उतरी लगा दूसरी पिच पर खेल चल रहा है. रोहित शर्मा और केएल राहुल ने बेहतरीन शुरुआत की. रोहित शर्मा ने एक के बाद एक खूब चौके जड़े. और गगनचुंबी छक्का भी लगाया. हालांकि केएल राहुल थोड़ी धीमा खेल रहे थे.

भारत के लिए मेहम्मद शमी और सिराज ने दिखाया कि तेज गेंदबाजी से भी हर पिच पर विकेट चटकाये जा सकते हैं. मोहम्मद शमी ने वॉर्नर को ऐसे आउट किया कि वो वायरल हो गया. वॉर्नर का विकेट कई फीट दूर जाकर गिरा.
जबकि सिराज ने ख्वाजा को शुरू में ही एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. पहले दिन केएस भरत का स्टंप भी चर्चाओं में रहा. उन्होंने लबुशेन को इतनी तेजी से स्टंप किया कि बल्ला टिकाना तो छोड़िये वो पीछे देख भी नहीं पाये. भरत ने आज अपना डेब्यू किया. पंत की चोट के बाद उन्हें मौका मिला है. जब टेस्ट कैप भरत को मिली तो उनकी मां भावुक हो गईं और मैदान पर ही उन्हें गले लगा लिया. सूर्यकुमार यादव ने भी आज भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया. और उनका परिवार भी मैदान पर मौजूद था.
हालांकि सूर्यकुमार यादव के सेलेक्शन को लेकर कई तरह के सवाल थे. कहा जा रहा था कि गिल को मौका मिलना चाहिए क्योंकि उनकी फॉर्म काफी शानदार रही है. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा को इस पिच पर ऐसा बल्लेबाज चाहिए था. जो विरोधी टीम पर रन बनाकर दबाव बना सके. लेकिन पहले दिन उनका नंबर नहीं आया और रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलियाई टीम पर दबाव बनाकर रखा. अब ऑस्ट्रेलिया वाले पिच की शिकायत भी नहीं कर सकते क्योंकि इसी पिच पर भारत ने शानदार बल्लेबाजी की.