ब्रिटेन से आया एक वीडियो, जिस भी हिंदुस्तानी ने देखा उसे गुस्सा जरूर आया, इस वीडियो में ऐसा क्या है, जिसे देखते ही दिल्ली में बैठे विदेश मंत्रालय के बड़े-बड़े अधिकारी भी हिल गए, वो हम बताएं उससे पहले सुनिए जूनियर जयशंकर कौन हैं, और वो कौन सा सबूत जुटा रहे हैं, जिसकी बदौलत भारत की एक बहुत बड़ी दिक्कत दूर होने वाली है, वो दिक्कत महंगाई, बेरोजगारी, नौकरी, या सीमा सुरक्षा से जुड़ी नहीं है, बल्कि मसला आंतरिक सुरक्षा का है.
ये हैं विनय मोहन क्वात्रा, जिनका कार्यकाल मोदी सरकार ने दो महीने पहले ही बढ़ाया है, अब साल 2024 तक यही विदेश सचिव रहेंगे, इनका दिमाग भी जयशंकर की तरह तेज तर्रार है, और जयशंकर भी कभी विदेश सचिव का पद संभाला करते थे, इसीलिए हमने इन्हें जूनियर जयशंकर कहा, जिन्हें अब एक अहम मिशन की जिम्मेदारी मिल सकती है. क्योंकि ब्रिटेन में उच्चायुक्त कार्यालय के बाहर कुछ लोगों ने ऐसा उत्पात मचाया है कि मोदी सरकार को अब इस पर सख्त कदम उठाना ही होगा.

ये दो वीडियो देखिए, पहले वीडियो में कुछ खालिस्तानी समर्थक ये तक कह रहे हैं कि बाहर निकलो, तुम्हें मोदी-आरएसएस कोई नहीं बचा पाएगा. जबकि दूसरे वीडियो में वो खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन के एक गायत्री मंदिर में तो खालिस्तानी समर्थकों ने फोन कर ये तक कहा कि अगर महाशिवरात्रि मनानी है तो फिर खालिस्तान जिंदाबाद कहो, कई जगहों पर हिंदू मंदिर निशाने पर हैं, ऐसी घटनाएं बढ़ने के पीछे की वजह ग्लोबल लेवल पर हिंदुत्व और भारत दोनों का बढ़ता कद भी है.

ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं, गाय की पूजा करते हैं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज हिंदुत्व के बड़े समर्थक हैं, यूट्यूब से लेकर गूगल तक पर भारतीय प्रतिभा का कब्जा है.
ऐसे में कुछ लोग भारत को बर्बाद करने की साजिश रच रहे हैं. ताकि उसे पीछे किया जा सके. लेकिन सवाल ये है कि जितने भी ऐसे हिंदुस्तान विरोधी एजेंडे वाले लोग हैं वो किस दम पर ऐसी साजिश रच रहे हैं. हम आपको वो भी समझाते हैं, जिसके बाद आप कहेंगे मोदीजी बाकी काम बाद में करना, पहले इनका मुकम्मल इलाज करो.

कनाडा में हिंदुस्तान की सबसे ज्यादा पंजाबी आबादी रहती है, उनमें से कई खुले तौर पर खालिस्तानी समर्थक हैं
वहां खालिस्तान के झंडे उठते हैं तो सरकार नहीं बोलती, जैसे यहां हिंदू-मुस्लिम पर कई नेता चुप रहते हैं, वैसा ही वहां भी है
कनाडा से ये लोग अमेरिका औऱ लंदन में जाकर भी बस चुके हैं, लेकिन पूरा कंट्रोल पाकिस्तान से चल रहा है
गृह मंत्रालय ने दो दिन पहले ही पाकिस्तान के लाहौर में छिपे हरविंदर सिंह रिंदा को आ’तंकी घोषित किया है
रिंदा बब्बर खालसा, और खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़ा है, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI उसे सपोर्ट करती है

और इसी शह पर वो लगातार पंजाब और उससे सटे क्षेत्रों में बवाल मचाता रहता है, लेकिन हद तब हो गई जब हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान के नारे लिखे गए, केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पर खालिस्तानी समर्थक होने के आरोप लगे, कोई भी संगठन सिर्फ विदेश से नहीं चल सकता, ऐसे में जांच हुई तो सिर्फ कांग्रेस और आप ही नहीं बल्कि कई लोगों की मुश्किलें बढ़ेंगी, ऐसे दावे भी कई बार हुए हैं, पर सच क्या है ये तो जांच एजेंसियां ही बता सकती हैं. फिलहाल पीएम मोदी से सबको उम्मीद इसलिए भी है, क्योंकि अनुच्छेद 370, राम मंदिर और तीन तलाक जैसे कई बड़े मसले उन्होंने निपटाए हैं, यहां तक कि शाह के गृहमंत्री बनते ही नक्सलवाद का मसला भी काफी हद तक सुलझा चुका है, असम, मेघालय, मणिपुर के उग्रवादी भी शांत हुए हैं, तो अब जरूत है खालिस्तान समर्थकों को शांत करने की, ताकि कोई नया बवाल खड़ा न हो.