19 नवंबर साल 2006 को विराट के पिता की सुबह अचानक मौत हो गई, मैच शुरू होने से पहले विराट के पास फोन गया कि पिता जी नहीं रहे, कर्नाटक और दिल्ली के बीच रणजी मुकाबला चल रहा था, और कर्नाटक जीत की तरफ बढ़ रहा था, दिल्ली और कर्नाटक के उस मैच में एक ऐसा इतिहास दर्ज हुआ जिसने साबित कर दिया था विश्व क्रिकेट में विराट एक विशाल खिलाड़ी बनेंगे. विराट के पिता प्रेम कोहली का सपना था बेटा राहुल द्रविड़ की तरह टीम की दीवार बने, विराट ने जब सुना पिता की मौत हो गई है तो फील्ड पर ही रोने लगे,

उसी वक्त मैच थोड़ी देर के लिए रोका गया, लेकिन विराट कोहली ने फैसला किया कि वो टीम की हार टाल कर ही जाएंगे. विराट ने 90 रनों की पारी खेली और टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया. NDTV ने उस वक्त फिरोज़शाह कोटला में जाकर ग्राउंड रिपोर्ट की थी, जिसकी ये तस्वीरें आज बहुत कीमती हो गई हैं. 2008 में विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने अंडर-19 विश्वकप जीता.और वहीं से टीम इंडिया में एंट्री मिल गई,सबकुछ ठीक रहा, लेकिन एक वक्त गांगुली और विराट कोहली विवाद बढ़ गया,

विराट काम सिर्फ बाहर होना तय था बल्कि कप्तानी भी जाने वाली थी, पिछले साल ICC के दो टूर्नामेंट में मिली करारी हार के बाद जब विराट इंडिया आए तब उन्हें कहा गया कि वो कप्तानी छोड़ दें. कहते हैं सौरभ गांगुली विराट को देखना नहीं चाहते थे. साल 2017 में BCCI के बॉस गांगुली बने और साल 2019 से विराट का बुरा दौर शुरू होने लगता है, और फिर कोराना के दौरान तो विराट की ज़िंदगी बिखर गई, पहले हम 2019 का विश्वकप हारे फिर एशिया कप हारे, चैंपियन ट्रॉफी हारे और फिर T20 वर्ल्ड कप भी हार गए. विराट ने छुट्टी ली, कप्तानी छोड़ दी, और फिर जब उनका फॉर्म लौटा तो पाकिस्तान पर जीत के बाद ऊपर उंगली उठाते हुए पिता की तरफ इशारा कर यही बताया कि मैं वो हूं जो पिता की मौत के बाद भी टीम के लिए लड़ा. टीम में रोहित के बाद विराट सबसे सीनियर हैं, लेकिन जिम्मेदारी कोहली ज्यादा निभाते है. हम कुछ ऐसे रिकॉर्ड बताते हैं जो शायद कोई और जल्दी नहीं बना पाएगा

विराट कोहली एक दशक में 20,000 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. कोहली सबसे तेज 10,000 वनडे रन पूरे करने वाले बल्लेबाज भी हैं. 205 पारियां खेलीं, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 10,000 वनडे रन तक पहुंचने के लिए 259 पारियां ली थीं. विराट कोहली एक कैलेंडर ईयर में सबसे तेज 1000 वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने 11 पारियों में ये उपलब्धि हासिल की थी. विराट कोहली दो टीमों के खिलाफ वनडे में लगातार तीन शतक जमाने वाले पहले खिलाड़ी हैं. कोहली ने फरवरी 2012 से जुलाई 2012 के बीच श्रीलंका के खिलाफ 133, 108 और 106 रन बनाए. फिर 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 140, 157 और 107 रन बनाए. विराट कोहली एक वर्ष में सभी आईसीसी वार्षिक व्यक्तिगत पुरस्कार जीतने वाले एकमात्र क्रिकेटर हैं. कोहली ने बतौर कप्तान एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक रन बनाए हैं. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 2017 में 1460 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 26 वनडे मैचों में 75 से अधिक की औसत से बल्लेबाजी की. पिछला रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग के नाम था, जिन्होंने 2007 में 1,424 रन बनाए थे. विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल में भारत के बाहर होने के बावजूद विराट कोहली क्रिकेट के इस महाकुंभ में लगातार पांच अर्धशतक बनाने वाले पहले कप्तान बने. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ 82, 77, 67 और 72 रन बनाए थे. विराट कोहली पहले टेस्ट कप्तान हैं, जिन्होंने लगातार तीन कैलेंडर वर्षों में 1000 रन बनाए. कोहली ने 2016 में 1215 रन, 2017 में 1059 रन और 2018 में 1322 रन बनाए. विराट कोहली ने टेस्ट कप्तान के तौर पर सर्वाधिक दोहरे शतक बनाए. कोहली ने 7, ब्रायन लारा ने 5 और डॉन ब्रैडमैन, माइकल क्लार्क, ग्रीम स्मिथ ने चार-चार दोहरा शतक कप्तान रहते लगाए.आईपीएल के एक सीजन में सर्वाधिक रन बनाने के रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम है. आईपीएल 2016 में उन्होंने 973 रन बनाए थे. विराट कोहली वनडे मैचों में बतौर कप्तान लगातार तीन शतक लगाने वाले पहले प्लेयर हैं. 350 और उससे अधिक के रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली का शानदार रिकॉर्ड है. भारत अब तक तीन मौकों पर 350 से ऊपर के स्कोर का पीछा करने में सफल रहा है और पूर्व भारतीय कप्तान ने तीनों बार शतक जमाए. कोहली ने 2011 में विश्व कप में पदार्पण किया. बांग्लादेश के खिलाफ उस मैच में उन्होंने शतक जमाया. विश्व कप के पहले ही मैच में शतक बनाने वाले वो पहले भारतीय कप्तान हैं.विराट कोहली विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक बनाने वाले पहले भारतीय हैं. उन्होंने विश्व कप 2015 में पाकिस्तान के खिलाफ 126 गेंदों में 107 रन बनाए थे.