क्या आरआरआर मूवी को ऑस्कर दिलाने के लिए रामचरण ने कठिन तपस्या शुरू कर दी है, काली शर्ट, काली धोती, और काला गमछा लिए नंगे पांव रामचरण अमेरिकी एयरपोर्ट पहुंचे तो हर कोई हैरान रह गया, लोग उनकी विवेकानंद से तुलना करने लगे. इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि अब आरआरआर को ऑस्कर से कोई नहीं रोक सकता. हालांकि इसका फैसला 12 मार्च को होना है, पर पांच वजहें ये कहती हैं कि आरआरआर को ही ऑस्कर मिलना चाहिए, जिस पर हम आएं उससे पहले सुनिए आरआरआर की सफलता का वो किस्सा जो 99 फीसदी लोग नहीं जानते, और जो बॉलीवुड के बड़े-बड़े डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी सुनना चाहते हैं.

साल 2022 में आरआरआर के डायरेक्टर एसएस राजामौली ने जब ये फिल्म बनाई, तभी कई एक्टर्स ने मूवी हिट होने की भगवान से मन्नत मांगी थी, और जैसे ही मूवी हिट हुई फिल्म में राम का किरदार निभाने वाले रामचरण ने अय्यपा दीक्षा ले ली, जिसमें 41 दिनों तक उन्हें साधु की तरह जीना पड़ा, भीम का किरदार निभाने वाले जूनियर एनटीआर 21 दिनों तक लाल कपड़े में साधु बने घूमते रहे, और अजय देवगन भी भगवान अय्यपा की शरण में पहुंच गए, भगवान अय्यपा की साधना सबसे कठिन मानी जाती है, सबरीमाला मंदिर समेत कई दक्षिण भारत के कई जगहों पर स्वामी अय्यपा के मंदिर हैं. जिन्हें भगवान शिव और विष्णु की मोहिनी अवतार का रूप माना जाता है. कहते हैं इनकी पूजा करने वाले भक्त की हर मुराद पूरी होती है.
मतलब आरआरआर की सफलता में जितना मेहनत का रोल है, उतना ही भगवान के आशीर्वाद का भी है, पर इस बात को बॉलीवुड वाले नहीं समझ पाएंगे, क्योंकि उन्होंने कभी तो हमेशा भगवान का अपमान किया है, उन पर सवाल उठाए हैं. पर जब से साउथ ने राह दिखानी शुरू की है, बॉलीवुड भी बदल चुका है. एक हजार करोड़ से ज्यादा का आंकड़ा पार करने वाली 5 फिल्मों में बॉलीवुड की सिर्फ दो फिल्में हैं, जबकि तीन साउथ की है. जिसमें से आरआरआर ने करीब 1200 करोड़ कमाए हैं, अब चूंकि आरआरआर के एक गाने नाटू नाटू को गोल्डन ग्लोबल अवॉर्ड मिल चुका है, फिल्म ऑस्कर की रेस में पहुंच चुकी है , इसलिए हर कोई यही मन्नत कर रहा है कि इसे ऑस्कर मिलना चाहिए.

ऑस्कर की रेस में दुनियाभर की 301 फिल्में हैं, जिनमें से 9 भारत की हैं, जिसमें गंगूबाई काठियावाड़ी, द कश्मीर फाइल्स, कांतारा, द नांबी इफेक्ट, विक्रांता रोना, मैं वसंत राव, तुझी साथी, इराविन निझल और छेल्ला शो शामिल है. पर ऑस्कर के लिए जो प्रसिद्धि चाहिए, अमेरिका से लेकर कई देशों में जो क्रेज चाहिए वो आरआरआर का ज्यादा है, इसके अलावा दूसरी वजह उसकी शानदार कहानी और अभिनय है, तीसरी वजह उसे क्रिटिक्स अवॉर्ड मिलना है, जबकि चौथी वजह साउथ सुपरस्टार की विदेशों में बढ़ती लोकप्रियता और पांचवीं वजह भारत का विदेशों में बढ़ता सम्मान है.

इसे ऐसे समझिए कि भारत की अब तक तीन फिल्में ही ऑस्कर की फाइनल रेस में पहुंची हैं, जिनमें मदर इंडिया, सलाम बॉम्बे और लगान है, इनमें से मदर इंडिया तो एक वोट की वजह से बाहर हो गई थी, पर इस बार अगर आरआरआर को मौका मिला तो फिर इतिहास बदल सकता है, और इसीलिए रामचरण से लेकर एसएस राजामौली तक ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. कहा जा रहा है कि रामचरण हर साल 41 दिनों का कठिन व्रत रखते हैं, तो उनके दिल में यही मन्नत होती है कि साउथ सिनेमा को ऑस्कर अवॉर्ड मिले, शाहरूख खान जैसा स्टार भी कहता है कि भाई ऑस्कर लाना तो मुझे छुकर जरूर देखने देना, क्या आपकी भी अपने सुपरस्टार से ऐसी कोई डिमांड है, तो कमेंट कर बता सकते हैं.