टीम इंडिया ने अपने पहले दोनों मैच जीत तो लिए हैं. लेकिन ओपनर अभी भी कोच राहुल द्रविड़ के लिए मुसीबत बने हैं. केएल राहुल ने दोनों मैचों में रन नहीं बनाए हैं. रोहित शर्मा ने नीदरलैंड के खिलाफ रन तो बनाए लेकिन उसके बीच उनका कैच भी छूटा और वो रंग में नजर नहीं आए. अब अगर भारत को वर्ल्डकप जीतना है तो कड़े फैसले लेने होंगे. क्योंकि नॉकआउट मुकाबलों तक ऐसे ही चलता रहा और किसी दिन कोहली का बल्ला नहीं चला तो क्या होगा. सूर्या फेल हुए तो क्या होगा.
इसीलिए केएल राहुल की जगह टीम में किसको लाना चाहिए वो भी आपको बताएंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि नीदरलैंड के खिलाफ मैच में क्या हुआ. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. रोहित शर्मा और केएल राहुल ओपनिंग करने उतरे थे लेकिन उन्होंने बेहद धीमी शुरुआत दी. तीसरे ओवर में केएल राहुल चलते बने. और उनकी जगह विराट कोहली आये लेकिन रोहित शर्मा बहुत धीमे खेल रहे थे. जिससे विराट कोहली पर भी दबाव बढ़ रहा था और वो भी अपनी पारी धीरे-धीरे चला रहे थे, रोहित शर्मा ने अर्धशतक जरूर लगाया लेकिन वो पूरी पारी में कभी भी सहज नहीं दिखे.

12वें ओवर में जब रोहित आउट हुए तो भारत का स्कोर महज 84 रन था. इसके बाद आये सूर्यकुमार यादव और केवल 25 गेंदों में 51 रनों की धुआंधार पारी खेल डाली. जिसमे 7 चौके और एक छक्का जड़ा. विराट कोहली ने भी उनके आने के बाद रंग बदला और नाबाद 62 रनों की पारी खेली. जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 140 का रहा और सूर्या ने 200 से भी ऊपर के स्ट्राइक रेट से रन बनाए.

भारत की ओर से दिए गए 180 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी नीदरलैंड की टीम का कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाया और पूरी टीम 9 विकेट पर 123 रन ही बना सकी. टीम इंडिया के लिए भुनेश्वर कुमार ने 3 ओवर 9 रन देकर 2 विकेट लिए. अश्विन, अक्सर और अर्शदीप ने भी दो-दो विकेट चटकाये. जबकि मोहम्मद शमी को एक विकेट मिला. नीदरलैंड जैसी कमजोर टीम के खिलाफ इससे कहीं ज्यादा रन बनाने चाहिए थे. लेकिन केएल राहुल और रोहित की धीमी शुरुआत की वजह से ऐसा नहीं हो सका. इसीलिए टीम में

केएल राहुल की जगह श्रेयस अय्यर को कोच राहुल द्रविड़ को मौका देना होगा. क्योंकि केएल राहुल ने पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 8 बॉल में मात्र चार रन बनाए, वो भी केवल 50 के स्ट्राइक रेट से जो टेस्ट मैच से भी बुरा है. इससे तेज तो टेस्ट में पुजारा भी रन बना लेते हैं.
यही हाल छोटी टीम नीदरलैंड के खिलाफ भी रहा, उन्होंने रोहित शर्मा के साथ मिलकर ओपनिंग की शुरुआत की. और उनके सामने नीदरलैंड का गेंदबाज भी ऐसा लग रहा था जैसे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे हों. नतीजा ये हुआ कि केएल राहुल 12 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हो गए. बताइए इतनी छोटी टीम के खिलाफ भी ये हाल है तो वर्ल्डकप में ऐसा कैसे चलेगा. कोच राहुल द्रविड़ को साफ कहना होगा कि या तो रन बनाओ नहीं तो बाहर जाओ.
कोच को रोहित शर्मा से भी कहना होगा कि रन बनाओ नहीं तो कोई भी बाहर हो सकता है. नीदरलैंड के खिलाफ भी जब तक रोहित शर्मा खेल रहे थे तो रन रेट 6 का भी नहीं था. रोहित शर्मा जब आउट हुए तो विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव ने तेजी से रन बनाए. तब जाकर एक सम्मानजनक स्कोर बना. और बॉलर्स ने आखिरकार भारत को जीत दिला दी.