आपके सामने ये दो तस्वीरें हैं, पहली तस्वीर में BJP विधायक विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सदन में गुटखा खा रहे हैं, दूसरी तस्वीर में BJP विधायक सदन में बेगम की तलाश में मोबाइल पर गेम खेल रहे हैं…अग्निवीरों की पेंशन रोकी, नेताओं की बढ़ी सैलरी, जवान सीमा पर शहीद, विधायक खेल रहे हैं ताश…रगड़ते हैं गुटका क्योंकि
हम ये तस्वीरें क्यों दिखा रहे हैं? क्योंकि आपका विधायक कैसा है ये आपको पता होना चाहिए! ये दोनों विधायक कौन हैं आपको बताएं, उससे पहले आपको योगी की वो शपथ याद दिलाते हैं जो आज से साढ़े पांच साल पहले खाई गई थी.. योगी जब सुपरमैन की तरह CM बनकर आए थे तो पहली शपथ थी, सरकारी कार्यालय, सचिवालय, विधानसभा और ऑन ड्यूटी कोई भी गुटखा नहीं खाएगा, मोदी-योगी के नाम पर जो विधायक जीतकर आते हैं उनके असली चरित्र का वर्णन आपको ध्यान से सुनना चाहिए. अंबेडकर ने जब संविधान लिखा था तो उन्हें नहीं पता होगा गुटका खाने वाले और सदन में ताश खेलने वाले संविधान की शपथ लेकर विधायक बनेंगे. हमें ऐसी तस्वीरें दिखाते वक्त दुख होता है लेकिन जनता जनार्दन के लिए ऐसे विधायकों की पोल खोलना भी ज़रूरी है…ये तस्वीरें 22 सितंबर की हैं, जब यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने कहा था आज सिर्फ महिला विधायक बोलेंगे और सभी विधायक उन्हें गौर से सुनेंगे, लेकिन दोनों विधायकों ने इन बातों को हवा में उड़ा दिया.

ये हैं BJP विधायक राकेश गोस्वामी हैं, मज़ाक में महोबा की जनता इन्हें अंटा महाराज कहती है. वो इसलिए क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि सुबह-शाम दोनों टाइम नियमित तौर पर ये भांग का गोला लेते हैं, हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं, महोबा सदर विधानसभा से विधायक राकेश बाबू या तो इस मस्ती में ताश के पत्तों के साथ जनता की भावनाओं के साथ खेल रहे थे कि कोई उनका क्या कर लेगा ? या फिर जनता को वो बेवकूफ समझ रहे हैं. तीसरी बार विधायक बने राकेश गोस्वामी के ज़िले में कई मुद्दे हैं, वहां जनता नाराज़ है लेकिन विधायक ताश के पत्तों में बेगम और बादशाह की तलाश कर रहे थे. ज़िला अस्पताल महोबा और किसान की चौपट फसल, जैसे कई मुद्दे महोबा में हैं, लेकिन विधायक जी गेम खेलने में मास्टर निकले, तो क्या योगी सरकार को तुरंत एक्शन लेकर इनकी सैलरी काटकर जनता को देना चाहिए! ऐसे विधायकों की विधायकी क्यों न खत्म की जाए

अब बोलो जुबां केसरी से प्रेरित गुटका महाराज से मिलिए. योगी के आदेश को पुड़िया में बांध कर बगल में रख दिया, ये तस्वीरें जिसने भी देखी लोकतंत्र में उसका भरोसा कम हुआ, ये कौन हैं और क्यों चुन कर आए हैं? गुटका खाने? ताश का पत्ता खेलने? हमें आपको बेवकूफ बनाने? ये हैं झांसी से विधायक रवि कुमार शर्मा. झांसी में सूखा समेत कई संकट है, एक बाल्टी पानी का इंतज़ाम न करवाने वाले रवि शर्मा अपनी गुटका की डिब्बी साथ लेकर चलते हैं., ये उसी योगी सरकार में जिन्होंने कहा था गुटका खाना सात खून के बराबर है!

भगवंत मान का संसद में नशे में झूमना, विधायक जी का सदन में ताश खेलना, दूसरे विधायक का गुटका खाना क्या कहता है? योगी के नाम पर जनता जो भरोसा कर रही है क्या ये विधायक उसका फायदा उठा रहे हैं? क्या जनता योगी के नाम पर इन्हें मज़बूरी में जिताकर भेज रही है? अब हम आपको एक तस्वीर दिखाते हैं…सरकार कैंसर के खिलाफ़ मुहिम चला रही है, और विधायक जी गुटका किंग बने हैं! अब सोचिए जिन नेताओं की सैलरी और पेंशन के लिए अग्निवीरों की पेंशन रोकी गई वो विधायक असल में करते क्या हैं? जब ऐसी हरकत सदन में हो सकती है तो फिर ये बंद कमरे में जनता के लिए क्या सोचते होंगे अंदाजा लगा लीजिए…