सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन को ना खिलाने के सवालों के बीच टीम इंडिया ने श्रीलंका को बुरे तरीके से हरा दिया. लेकिन बीच मैदान पर कुछ ऐसा हुआ जिसने सबका दिल जीत लिया. श्रीलंका में रोहित और शमी की वाहवाही होने लगी. क्योंकि आखिरी ओवर मोहम्मद शमी फेंक रहे थे और श्रीलंका के कप्तान 95 रन के स्कोर पर नॉट आउट नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े थे वो किसी भी तरीके से एक परन लेना चाहते थे.

कप्तान रोहित ने अपने सभी फील्डर्स को एक रन रोकने के लिए लगा दिया. रजिथा बल्लेबाजी कर रहे थे, जैसे ही शमी ने दौड़ना शुरू किया तो श्रीलंका के कप्तान शनाका पहले ही अपनी क्रीज छोड़कर बाहर निकल गए और शमी ने बड़ी चालाकी से गेंद विकेट पर मार दी और मांकड़िंग के जरिए आउट कर दिया. जिसके बाद उन्होंने अंपायर से अपील भी कर दी. अब नियमों के हिसाब से तो ये सब ठीक था लेकिन भारत ठहरा बड़े दिल वाला.
इसके बाद कप्तान रोहित शमी के पास आये और उनसे कहा कि भाई हम तो मैच जीत रहे हैं वो बेचारा अपना शतक बना लेगा. तुम अपनी अपील वापस ले लो. शमी ने अपने कप्तान की बात सुनी और अंपायर से जाकर कहा- मैं अपनी अपली वापस लेता हूं. इसके बाद शनाका ने शमी को एक चोका और एक छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया. भले ही शनाका ने शतक लगाया लेकिन पूरे मैच में ऐसा लगा जैसे श्रीलंका हारने के लिए ही खेल रही थी. और भारत तो उतरा ही जीतने था. पहले श्रीलंका ने कोहली जैसे खिलाड़ी के दो आसान कैच टपका दिये. एक तो श्रीलंकाई कप्तान शनाका ने ही छोड़ा था. इसका नतीजा ये हुआ कि विराट कोहली ने अपने वनडे करियर का 45वां शतक जड़ दिया.

कहते हैं कि जब आप बड़े पहलवान से भिड़ते हैं तो दांव पेंच भी भूल जाते हैं. श्रीलंका के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. चरिथ असालंका बढ़िया बल्लेबाजी कर रहे थे तभी हवा की रफ्तार से तेज उमरान मलिक ने एक गेंद फेंकी. गेंद लेग साइड पर थी और कुछ आवाज करते हुए विकेटकीपर केएल राहुल के दस्तानों में चली गई थी. इसके बाद केएल राहुल और उमरान मलिक ने हल्की सी अपील की. और अंपायर ने थोड़ा सा सोचा फिर उंगली उठा दी. असालंका सीधे पवेलियन की ओर चल दिए. लेकिन जब बाद में रीप्ले देखा तो श्रीलंका के कप्तान और कोच समेत पूरी टीम ने सर पीट लिया.
रीप्ले में साफ दिख रहा था कि बॉल बल्ले से लगी ही नहीं थी. गेंद थाई से टकराई थी जिसकी वजह से आवाज हुई थी. अक्सर अगर बल्ले पर गेंद नहीं लगती है तो बल्लेबाज को पता होता है लेकिन असालंका ने डीआरएस नहीं लिया.

खैर श्रीलंका ने जो गलतियां की वो की लेकिन भारत गलतियां करके भी जीत गया. क्योंकि पहले सूर्या और ईशान किशन को नहीं खिलाया. फिर फील्ड में कई कैच छोड़े लेकिन रन इतने थे कि वहां से श्रीलंका संभल नहीं सकता था और उन्होंने कोशिश भी नहीं की.

भारत के लिए उमरान मलिक ने एक बार फिर अपनी रफ्तार में श्रीलंका के तीन बल्लेबाजों को गिरफ्तार किया. सिराज ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए शुरू में ही 2 विकेट निकालकर श्रीलंका को बैकफुट पर ला दिया. उसके बाद उमरान मलिक, चहल और पांड्या ने काम पूरा किया.
टीम इंडिया की बल्लेबाजी भी शानदार रही.

विराट कोहली ने 87 गेंदों में शानदार 113 रनों की पारी खेली. रोहित शर्मा ने 67 गेंदो में 83 रनों की बेहतरीन पारी खेली जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल रहे. इनके अलावा शुभमन गिल ने भी 60 गेंदो में 70 रनों की धमाकेदार पारी खेली. और 11 चौके लगाए.

रोहित और गिल की ओपनिंग साझेदारी ने ही भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी थी. हालांकि इनके अलावा भारत की ओर से कोई बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना सका. इसी को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ी थी कि, अगर सूर्यकुमार यादव होते तो आज का स्कोर 400 के भी पार होता लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ये पिच ऐसी थी जिस पर करीब 700 रन बन गए. श्रीलंका के कप्तान ने दासुन शनाका ने शानदार पारी खेली. आठवां विकेट लेने में टीम इंडिया के पसीने छूट गए. ये भारतीय गेंदबाजों की लंबे समय से कमजोरी रही है कि शुरुआती बल्लेबाजों को तो आउट कर लेते हैं लेकिन नीचे के बल्लेबाज उन्हें परेशान कर देते हैं. आज भी वैसा ही हुआ. 206 रन के स्कोर पर श्रीलंका का आठवां विकेट गिरा था लेकिन उसके बाद कप्तान शनाका ने बेहतरीन बल्लेबाजी की. शतक जमाया और अपनी टीम को 300 के पार तक ले गए