यहां फुटपाथ पर बिक रहा है आईफोन14, सस्ते में भी कोई खरीदने को तैयार नहीं
अगर आप भी सस्ता आईफोन खरीदना चाहते हैं तो थोड़ा सावधान हो जाइए, बहुत से लोग बाहर से आईफोन का लोगो देखकर कम दाम में फोन खरीद लेते हैं, जबकि बाद में वो लोगो ही नकली निकल जाता है, हम आज आपको वो 5 तरीके बताने वाले हैं, जिससे आप ये पता कर सकेंगे कि आपके हाथ में जो आईफोन है वो नकली है या असली, लेकिन उससे पहले आपको हिंदुस्तान से हजारों किलोमीटर दूर चीन ले चलते हैं, जहां फुटपाथ पर आईफोन14 बिक रहा है.

ये तस्वीरें चीन की है, जहां फुटपाथ पर लोग सब्जी की तरह आईफोन लेकर बैठे हैं, जैसे हिंदुस्तान के शहरों में संडे मार्केट लगता है, दिल्ली के नेहरू प्लेस और चांदनी चौक में चोरी का सामान मिलता है, वैसे ही चीन के कई इलाके कालाबाजारी के लिए बदनाम हैं, जैसे ही आईफोन 14 लॉन्च हुआ इसकी कालाबाजारी करने वाले लोगों ने बैग भर-भरकर फोन कम दाम में खरीद लिए और फिर उसे फुटपाथ पर बेचने निकल पड़े, लेकिन न तो कोई खरीददार मिला और ना ही लोगों ने इसे पसंद किया, अब नौबत ये आ गई है कि हिंदुस्तान में आप जो आईफोन 80 हजार में खरीद रहे हैं, वो चीन में 50 हजार में भी कोई खरीदने को तैयार नहीं है, क्योंकि आईफोन 14 लोगों को शुरू से ही पसंद नहीं आ रहा है. ये फोन बिल्कुल आईफोन 13 की तरह ही है, बस लगता है ऊपर से किसी ने डिब्बा बदल दिया हो, लेकिन ऐसे ही डिब्बा बदलकर अगर कोई आपको नकली आईफोन दे दे तो उसे कैसे पहचानेंगे ये बात जरूर जान लीजिए.
सबसे पहला तरीका
नकली-असली में नहीं पता किया अंतर तो आईफोन के नाम पर बन जाएंगे बेवकूफ
हाथ में फोन लेते ही उस पर *06# डायल करें, उसके बाद स्क्रिन पर जो नंबर आएगा उसे नोट कर लें, फिर मोबाइल खोलें और जहां IMEI नंबर लिखा होता है, दोनों को मिलाएं, अगर दोनों नंबर एक नहीं हैं, तो हो सकता है कि आपके हाथ में नकली फोन हो, कई नकली आईफोन में IMEI नंबर भी नहीं होता.
दूसरा तरीका

अपने आईफोन की सेटिंग में जाएं और सीरियल नंबर को नोट करें और फिर https://appleid.apple.com/ पर जाएं और अपनी एपल आईडी के जरिए लॉगिन करें. यहां आपको आपकी आईडी पर एक्टिवेटेड सभी डिवाइस की लिस्ट दिख जाएगी. डिवाइस के साथ-साथ आपको सभी डिवाइस का सीरियल नंबर भी दिखेगा. अगर ऐसा कुछ नहीं दिखता है तो समझिए कि आपके पास नकली आईफोन है.
तीसरा तरीका

आईफोन का बैक पैनल और फ्रेम ध्यान से देखें, जो असली आईफोन होता है उसका बैक पैनल ग्लास का होता है और उसका फ्रेम मेटल का होता है, जबकि नकली आईफोन में आपको सिर्फ लुक आईफोन का दिखेगा, इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें.
चौथा तरीका

आप फोन लेते ही तुरंत सिरी की हेल्प लें, अगर सिरी की जगह फोन में गूगल वॉयस असिस्टेंट हो, सिरी की आवाज न सुनाई दे तो तुरंत उस फोन को छोड़ दीजिए, चाहे वो फोन जितने भी सस्ते में मिल रहा हो मत खरीदिए
पांचवां तरीका

इसके अलावा फोन के बेजल्स यानि स्क्रिन के चारों ओर लगा फ्रेम और लाइटनिंग पोर्ट को देखकर लगा सकते हैं, आईफोन में लाइटनिंग पोर्ट के चारों ओर पेंटालोब स्क्रू लगा होता है.
इसलिए जब भी आगे से आप पुराना आइफोन खरीदने के बारे में सोचें तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें, ताकि आपके साथ धोखा न हो, इसके अलावा एक बात का विशेष ख्याल रखें, सेकेंड आईफोन खरीदें या फिर कोई सा भी फोन, उसका ऑरिजिनल बिल जरूर लें, अगर बिल नहीं लिया तो आप पुलिस केस में भी फंस सकते हैं, क्योंकि कई बार चोरी का फोन लोग कम दाम में बेच देते हैं, पुलिस ईएमआई के जरिए आप तक पहुंचेगी और फिर आपकी मुश्किलें जरूर बढ़ सकती है.