इधर अखिलेश ने मुलायम को दी मुखाग्नि, उधर PM मोदी करने लगे मौत की बात!
महाकाल कॉरिडोर के उद्घाटन से 6 घंटे पहले पीएम मोदी ने मौत को लेकर बहुत बड़ी बात कह दी, गुजरात के जमकंदोरना में जब पीएम मोदी रैली को संबोधित करने पहुंचे तो किसी को ये उम्मीद नहीं थी कि वो इतनी बड़ी बात बोलने वाले हैं, हम आपको वो वीडियो भी आपके सुनवाएंगे, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि मुलायम सिंह के जाने के बाद पीएम मोदी टूट गए हैं, इसलिए उन्होंने ऐसी बातें कहीं.
क्योंकि भले ही मुलायम सिंह विरोधी पक्ष के नेता थे लेकिन संसद में मुलायम सिंह यादव ने खुलकर कहा था कि आपको दोबारा प्रधानमंत्री बनना चाहिए, इतना ही नहीं वक्त बेवक्त दोनों नेता देश के गहन मुद्दो पर चर्चा भी करते थे, तभी तो जब ये ख़बर पीएम मोदी को मिली, तो गुजरात की रैली से ही उन्होंने मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि दे दी. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि

सोनिया का वो बयान जिसने बदल दिया था इतिहास, मोदी ने उसी का जिक्र किया!
मैं दिल्ली में बैठा हूं, इसलिए मुझे ज्यादा दूर तक दिखता है, आप स्टेडियम में बैठकर मैच देख रहे होंगे, तो आपको पता नहीं चलता होगा कि गेंद कहां जा रही है, लेकिन टीवी पर सब पता चलता है, पिछले चुनावों में जिन लोगों को गुजरात ने नकार दिया है, वही अब यहां एड़ी चोटी का जोर लगाने आए हैं, मुझे परेशान करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी, गुजरात को बदनाम करने के लिए कोर्ट-कचहरी तक का इस्तेमाल किया, वोट के लिए कैसे-कैसे खेल होते थे, उसकी कोई सीमा नहीं है, हर चुनाव में उन्होंने मेरे खिलाफ अपशब्द बोले, मौत का सौदागर से लेकर हर कुछ कहा लेकिन गुजरात ने उन्हें हमेशा जवाब दिया…

देश में मुलायम की मौत की चर्चा, मोदी ने कहा मुझे तो मौत का सौदागर कहा गया
दरअसल साल 2007 में गुजरात दंगों का आरोप लगाते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को मौत का सौदागर कहा था, और ये बात गुजरात की जनता को ऐसी चुभी कि अगले 15 सालों तक कांग्रेस वहां सत्ता में नहीं आ पाई, इस बार क्या होगा कहा नहीं जा सकता, पीएम मोदी वही बात जनता को याद दिला रहे हैं, वो खुद कह रहे हैं कि मेरे खिलाफ कई साजिशें रची गईं, लोग कोर्ट तक गए, गुजरात दंगे वाले आरोपों से जब पीएम मोदी बरी हुए तब भी उन्होंने भावुक होकर कहा था कि विरोधियों की साजिशें असफल रही, सच सामने आ ही गया, क्योंकि उस दौर में ये कहा जाता था कि सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल के लिए मोदी को रास्ते से हटाना चाहती थी, इसिलिए इनके ऊपर दंगे का आरोप डालकर जेल भेजना चाहती थी, पीएम मोदी भी जानते हैं कि उसके बाद उनका भविष्य क्या होता, विद्वान कहते हैं कि चार साल पहले पीएम मोदी की कुंडली में भीषण दोष था, जिसकी वजह से उनकी जान को खतरा था, लेकिन अब उसे दूर कर दिया गया है, पीएम मोदी महाकाल के भक्त हैं और महाकाल के भक्त का कोई क्या बिगाड़ सकता है, काशी से उज्जैन तक की तस्वीर पीएम मोदी ने ही बदली है. गुजरात में भले ही केजरीवाल बीजेपी को टक्कर देने की सोच रहे हों, लेकिन किसी भी भाषण में मोदी उनका नाम तक नहीं लेते, क्योंकि पीएम मोदी को पता है कि राहुल गांधी की पदयात्रा और कांग्रेस का नया गेम प्लान ही बीजेपी को भारी पड़ सकता है, इसीलिए इस रैली में पीएम मोदी ने कहा कि

आपने देखा होगा कांग्रेस इस बार कोई सभा नहीं कर रही है, कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करती, और मोदी पर हमला भी नहीं करते, अपशब्द का इस्तेमाल भी नहीं करते, क्योंकि उन्होंने नई चाल चली है, उनसे सतर्क रहने की कोशिश करना होगा.
मतलब बातों-बातों में पीएम मोदी ये भी कह जा रहे हैं कि कांग्रेस की नई चाल को कामयाब नहीं होने देना है, 9 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक पीएम मोदी ने गुजरात में जितनी सभाएं की उसमें भीड़ का हुजूम देखकर विरोधियों के भी नींद उड़ गई है.