जिस वक्त मैदान पर सूर्य कुमार यादव आए उस वक्त भारत संकट में था. जिम्बाब्वे के गेंदबाज़ मुस्कुरा रहे थे, ऐसा लगा हम भी पाकिस्तान की तरह जिम्बाब्वे से हार जाएगा, तभी आया भारत का हनुमान सूर्य कुमार यादव. आते ही कूटाई शुरू कर दी. सूर्या ने वो तूफान मचाया कि जिम्बाब्वे के गेंदबाज़ों की हालत ख़राब हो गई. जिस मैदान पर फाइनल होना है उसी पर सूर्य कुमार का तूफान देख बाज़ार थम गया, सूर्यकुमार यादव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ गजब की पारी खेली और सिर्फ 23 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया और इस बीच 3 छक्के व 5 चौके जड़े. इस मैच में उन्होंने 24 गेंदों पर नाबाद 65 रन की पारी खेली और 4 छक्के और 6 चौके लगाए. भारतीय टीम ने इस मैच में 101 रन पर केएल राहुल की अर्धशतकीय पारी के बावजूद 4 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन सूर्यकुमार ने फिर से अपनी पारी से भारतीय टीम को संभालने का काम किया और उनकी पारी टीम के लिए बेहद उपयोगी रही. उनकी इस पारी के दम पर भारत ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 180 रन बनाए. ये पहाड़ जैसा रन जिम्बाब्वे के लिए मुश्किल हो गया? अब टीम ये सोचती है कि विकेट नहीं गिरे भारत का क्योंकि विकेट गिरेगा तो सूर्या आएगा और फिर रन रेट दोगुना हो जाएगा.भारत की खोज ने दुनिया को चौंका दिया है. भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है बस मौका मिलना चाहिए. सूर्य कुमार यादव ने सबका दिल जीता तो अर्शदीप और हार्दिक पांड्या और भुवनेश्वर देश के ज़रूरी किरदार हैं.

पहले ओवर में लेता है विकेट, आख़िरी ओवर में जिताता है मैच, बुमराह को कह दो टाटा
ज़हीर खान की तरह अर्शदीप भारत का भरोसा, इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अर्शदीप करेंगे कमाल!
वो 3 सितारे जिनके दम पर इंडिया जीतेगा वर्ल्डकप, भुवी,अर्शदीप और सूर्या की है जोड़ी

अर्शदीप की बॉलिंग में ऐसा क्या है कि पहले ओवर में ही विकेट मिल जाता है? अर्शदीप की खोज किसने की ? 23 अक्टूबर को अपने विश्वकप का पहला मैच खेल रहे अर्शदीप ने पहली ही गेंद पर बाबर आज़म को OUT किया था. उसके बाद ये सिलसिला थमा नहीं, जो आया उसको पहले ओवर की पहली दूसरी या तीसरी गेंद पर OUT करते हैं. जिम्बाब्वे के मैच को पहले ही ओवर में OUT किया. दुनिया में ऐसे कम बॉलर पैदा हुए जो ऐसा करते हैं. हमने कुछ गेंदबाज़ों की हिस्ट्री पढ़ी की आख़िर अर्श में ऐसा क्या है? मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप की जोड़ी पाकिस्तान के गेंदबाज़ों पर भारी है. अगर देखा जाए तो एशिया कप में जिन गेंदबाज़ों की वजह से हम हार गए उन्हीं गेंदबाज़ों ने हमें जीत का सबसे बड़ा दावेदार बना दिया है. भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप हर स्पेल में विकेट ले रहे हैं, ख़ास बात ये है कि रन कम दे रहे हैं, मोहम्मद शमी को बुलाया जाता है तो वो भी एक विकेट लेकर देते हैं और ऐसे में काम आसान हो जाता है.बाकी काम हार्दिक पांड्या करते हैं, पर अर्शदीप की गेंद में ऐसा क्या है कि सबसे नया गेंदबाज़ दुनिया का सबसे सफल गेंदबाज़ बन गया. अर्शदीप के पास ताकत है एक जगह गेंद को फेंकना, यानि 6 गेंद को एक ही जगह पर फेंक कर अलग-अलग तरह से स्विंग करवाते है, जिससे बल्लेबाज़ समझ नहीं पाता है और विकेट देकर चला जाता है! हार्दिक पांड्या का किरदार सबसे शानदार है, थोड़ा रन और थोड़ा विकेट. जबकि विराट और राहुल का फॉर्म में होना बताता है कैसे भारत विश्वकप जीत रहा है.

विश्व क्रिकेट की बात करें तो एक वर्ष में सूर्यकुमार यादव 1000 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने और उनसे पहले ये कमाल साल 2021 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज मो. रिजवान ने किया था. यही नहीं साल 2022 में 1000 रन टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में पूरे करने वाले वो दुनिया के पहले बल्लेबाज भी बन गए. भारत का सेमीफाइनल मैच 10 नवंबर को इंग्लैड के साथ खेला जाएगा. तो क्या कहते है आप क्या हम इस बार विश्वकप जीत रहे हैं?