मोदी-योगी को नहीं मिलता बहुमत,तो अब तक गिर जाती सरकार?
जरा सोचिए, बीजेपी को बहुमत न मिलता और मोदी-योगी कड़े से कड़े फैसले लेते, तो सरकार का क्या होता, मोदी एक झटके में 370 हटा देते हैं, तीन तलाक पर फैसला ले लेते हैं और योगी उन माफियओं की कमर तोड़ते हैं जिनका सत्ता में कभी सिक्का चलता था. तो सोचना तो बनता है. इसी हिंदुस्तान में कभी अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार एक वोट की वजह से गिर गई थी, तो क्या ऐसे कड़े फैसलों पर समर्थन देने वाली पार्टियां हाथ नहीं खींच लेती, क्या सरकार नहीं गिर जाती, ये सवाल इसलिए क्योंकि हम योगी के उन 6 सालों के कामों की लिस्ट लेकर आए हैं, जिसे देखकर बड़े-बड़े नेताओं के दिल में भी डर बैठ जाएगा कि आखिर ये फैसला योगी ने लिया कैसे होगा. यूपी में एक दौर वो भी था

- जब मुख्तार अंसारी जेल में दरबार लगाता था,डीएम उसके साथ बैडमिंटन खेलते थे
- अतीक को पकड़ने वाले पूर्व DSP धीरेन्द्रराय जब उसके घर गए वहां IG,CRPF बैठे थे
- मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद,हाजी याकूब, अरबाज खान, रसद और विकास दुबे
- मुन्ना बजरंगी , आजम खान ये सब माफिया नहीं थे, इनकी सत्ता चला करती थी!
उत्तर प्रदेश के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अधिकारी
ये बातें बीजेपी युवा मोर्चा के एक नेता शौर्य मिश्रा ने ट्विटर पर लिखी, जिसके बाद हमने ये जानने की कोशिश कि आखिर योगी ने इन पर हाथ डाला कैसे, तो इसकी शुरुआत सबसे पहले पुलिस डिपार्टमेंट से ही हुई, वहां ईमानदार और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अधिकारी रखे गए, जिन्हें साफ आदेश था कोई पैसा दिखाए या रसूख डरना नहीं है, लेकिन जब लगा कि अपराधी तो जेल जाने के आदी हो चुके हैं, तो उनकी संपत्ति पर भी बुलडोजर चलने लगा, मतलब पूरी तरह से मिट्टी में मिलाने का प्लान तैयार हुआ, 6 सालों में 12000 एनकाउंटर और हजारों गिरफ्तारियां हुईं, जिसके बाद यूपी में शांति आई. जैसे ही योगी को लगा कि अब उत्तर प्रदेश में निवेशकों को बुलाया जा सकता है, उन्होंने तुरंत प्रदेश के विकास पर फोकस करना शुरू कर दिया. मंत्रियों को विदेश में निवेश लाने भेजा.

- नतीजा ये हुआ कि जहां 2017 में 4 लाख करोड़ का निवेश का प्रस्ताव आया, वहीं 2022 में ये 33 लाख करोड़ पहुंच गया
- उत्तर प्रदेश में सड़कों का जाल ऐसा बिछा कि 13 एक्सप्रेसवे वाला ये देश का पहला राज्य बन गया है, तेजी से काम हुआ
- एथनॉल से लेकर ग्रीन हाइड्रोजन तक का प्लांट यूपी में लग रहा है, ग्रीन एनर्जी पर योगी काफी तेजी से काम कर रहे हैं

महिला सुरक्षा से लेकर टूरिज्म तक के सेक्टर में कागजों पर प्रगति दिखती है, पर कई सेक्टर में अभी भी काम होने बाकी हैं, जिस पर योगी को फोकस करना होगा, जैसे पहले उत्तर प्रदेश की छवि माफिया वाले प्रदेश के रूप में थी, अब बुलडोजर, और एनकाउंटर वाली पुलिस के रूप में है, जिससे निकलना काफी जरूरी है, हर नेता की एक अलग छवि होती है, योगी की छवि सख्त नेता के तौर पर है, लेकिन हमेशा आप सख्ती से काम नहीं कर सकते, इसीलिए बुलडोजर की आड़ में पुलिस सुस्त न हो और असली आरोपियों एनकाउंटर की आड़ में भाग न निकले, इसका तोड़ निकालना होगा, क्योंकि प्रयागराज केस के इतने दिन बाद भी वो पांचों आरोपी नहीं पकड़े गए, जिनका नाम पता पुलिस ने जारी किया, दो एनकाउंटर हुए और कई गिरफ्तारियां हुईं, पर अतीक का बेटा अब भी फरार है, जिसका मतलब साफ है, सुधार तो हुआ है लेकिन और सुधार जरूरी है, आपको क्या लगता है आपके जिले में विकास की बयार कितनी तेज पहुंची है, कितनी शांति आई है, आप योगी सरकार के कामकाज से कितने संतुष्ट हैं, कमेंट में बता सकते हैं.