कौन है वो IPS, जिसे मिली ऑपरेशन अतीक की जिम्मेदारी
48 घंटे में उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन अतीक का प्लान बना, लखनऊ में कई सीनियर अधिकारियों की मीटिंग हुई, जिसमें ये तय हुआ कि ऑपरेशन की कमान एक ऐसे आईपीएस को दी जाए जो युवा हो, जिसका गैंगस्टर में खौफ हो, और जो कागजी कार्रवाई में उलझे नहीं, बल्कि अतीक को लेकर ही यूपी लौटे. क्योंकि यूपी पुलिस के जवान कुछ दिनों पहले भी अहमदाबाद गए थे, लेकिन तब उसे लेकर नहीं लौटे, तब सुप्रीम कोर्ट में अतीक ने अपने वकीलों को दौड़ा दिया था, पर इस बार पुख्ता प्लान बना, इलाहाबाह के एमपी एमएलए कोर्ट के जज ने आदेश निकाला कि 28 मार्च को अतीक को कोर्ट में हाजिर किया जाए (use letter), उसके बाद 45 पुलिसकर्मियों की टीम अहमदाबाद रवाना हुई. जिसे लीड कर रहे थे IPS अभिषेक भारती. इस टीम में एक आईपीएस और 3 डीसीपी भी हैं, जबकि बुलेटप्रूफ जैकेट पहने कई हथियारबंद जवान भी मुस्तैद हैं, जिन्हें ये आदेश है कि किसी भी तरह की कोई गलती नहीं करना. आईपीएस अभिषेक भारती के बारे में कहा जाता है कि ये वही पुलिस ऑफिसर हैं जिनका खौफ गाजीपुर के गैंगस्टर में आज भी भरा हुआ है.

- मुजफ्फरनगर के रहने वाले अभिषेक भारती ने UPSC की परीक्षा पास कर साल 2018 में वर्दी पहनी
- पहली पोस्टिंग से ही इन्होंने रौद्र रूप दिखाना शुरू किया,गाजीपुर में नशीले कारोबार की कमर तोड़ी
- गाजीपुर ग्रामीण एसपी के पद पर रहते हुए अभिषेक भारती ने अंतर्राज्यीय हेरोइन तस्कर को पकड़ा था
- अकिंत राय ऊर्फ प्रवीण राय और उपेन्द्र राय जैसे अपराधी आज भी अभिषेक भारती के नाम से डरते हैं
- 22 फरवरी 2023 को यानि करीब 1 महीने पहले ही इन्हें प्रयागराज के गंगानगर का DCP बनाया गया
IPS अभिषेक भारती ने निकाला अतीक अहमद के पूरे खानदान का काला चिठ्ठा

कहते हैं डीसीपी का पदभार मिलते ही इन्हें अतीक के गुर्गों का कुंडली खंगालने की जिम्मेदारी मिल गई, चूंकि 22 फरवरी को इन्हें पोस्टिंग मिली और 24 फरवरी को ही प्रयागराज में उमेश पाल वाला केस हो गया, इसलिए अभिषेक भारती जैसे तेज तर्रार अधिकारियों को खास जिम्मेदारी दी गई, जिन्होंने अतीक के बेटे से जुड़ी जानकारी जुटाने से लेकर अतीक की पत्नी शाइस्ता के भी इस केस में शामिल होने जैसे बड़े सबूत जुटाए, इनके काम को देखते हुए ही इन्हें ऑपरेशन अतीक का जिम्मा मिला. कहा जा रहा है कि अगर ये ऑपरेशन इन्होंने तरीके से पूरा किया तो फिर योगी की गुड बुक में शामिल हो जाएंगे, जैसे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कई अधिकारी सीएम योगी की एक फोन पर उपद्रवियों की हवा खराब कर देते हैं, वैसा ही भरोसा फिर योगी इन पर भी जता सकते हैं. अतीक के यूपी पहुंचने के बाद भले ही इनका एक मिशन खत्म हो जाए, लेकिन दूसरा मिशन तब तक शुरू रहेगा जब तक अतीक का बेटा असद नहीं पकड़ा जाता. ऐसी ख़बर है कि गैंग्स ऑफ प्रयागराज में शामिल पांचों आरोपी नेपाल या बांग्लादेश में छिपे है, नेपाल के लिए एक एसटीएफ की टीम रवाना भी हुई थी, लेकिन वहां कुछ हाथ नहीं लगा, इसीलिए अब ये कहा जा रहा है कि पुलिस खाड़ी देशों से आने वाले फोन कॉल को ट्रैक कर रही है और पुख्ता जानकारी मिलने पर कोई स्टेप उठा सकती है, हालांकि अतीक के यूपी आने से इस केस को सॉल्व करना पुलिस के लिए भी थोड़ा आसान हो सकता है, क्योंकि अब वो आसानी से सारे राज उगलवा सकती है, अब तो अतीक की पत्नी की एक फोटो भी मीडिया में आ चुकी है, तो शाइस्ता को पकड़ना भी पुलिस के लिए आसान हो सकता है, हालांकि उस फोटो की सत्यता की पुष्टि हम नहीं करते. लेकिन इतना जरूर कह सकते हैं कि अतीक के खौफनाक साम्राज्य का अंत होने में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है, सीएम योगी की इस कार्रवाई और आईपीएस अभिषेक भारती के एक्शन पर आप क्या कहेंगे, कमेंट में बता सकते हैं.