अतीक के वकील विजय मिश्रा ने पुलिस से पूछताछ में वो राज खुले हैं, जिसने यूपी पुलिस में खलबली मचा दी है, इस खुलासे के बाद सीएम योगी कई अधिकारियों की क्लास लेने वाले हैं, पहले खुलासा सुनिए फिर बताते हैं यूपी पुलिस अब क्या करने वाली है. वकील विजय मिेश्रा ने कहा
अतीक के वकील विजय मिेश्रा ने पुलिस से कहा

मैं लखनऊ जेल में अतीक अहमद के बेटे उमर से मिला, उमर ने सारी बेनामी संपत्ति की लिस्ट मुझे सौंपी, बताया कि किस बिल्डर के नाम पर कौन सी प्रॉपर्टी है. उसके बाद ये तय हुआ कि प्रयागराज की सदर तहसील के कटहुला गौसपुर गांव की जमीन बेची जानी है, ये जमीन अतीक ने 14 गरीब लोगों से जबरन खरीदकर अपने एक करीबी के नाम करवा दी थी. इस जमीन की कीमत करीब 12 करोड़ 72 लाख रुपये थी, हमने ये तय किया था कि अशरफ की पत्नी जैनब के सामने ये सौदा करेंगे. मैं कानूनी तौर पर अतीक के परिवार की मदद शुरू से करता रहा हूं, लेकिन इस सौदे में मुझे 7 करोड़ रुपये मिलने वाले थे, इसीलिए मैं लंबे वक्त से खरीददार ढूंढ रहा था. करीब 12 करोड़ रुपये जैनब को देने थे, जिसके बाद जैनब और अतीक की पत्नी शाइस्ता दोनों विदेश भाग जाते. इसी प्लानिंग के मुताबिक जैनब एक महिला के साथ लखनऊ आई थी, वो उसी होटल में रुकी, जहां मैं कोल्ड ड्रिंक पीते वक्त पकड़ा गया, लेकिन वो दोनों भाग गईं. यहां एक नेताजी से मुलाकात के बाद डील होनी थी.

पुलिस ने जब ये कबूलनामा सुना तो उसके भी होश उड़ गए, उसके बाद आनन-फानन में प्रयागराज वाली वो जमीन जब्त की गई, जिसे बेचने की तैयारी में अतीक की फैमिली लंबे वक्त से लगी थी. लेकिन पुलिस के लिए बड़ा सवाल ये है कि वो नेता कौन है, जो योगी के खिलाफ जाकर अतीक के परिवार के अब भी मदद कर रहा है. क्या ये वही नेता है जिसे अतीक ने अपने आखिरी वक्त से कुछ दिन पहले कॉल की थी. पहले फेसटाइम पर कई बार की और बात नहीं हुई तो नॉर्मल कॉल की और जैसे ही नेताजी ने फोन उठाया, अतीक उधर से बोल पड़ा.
अतीक अहमद ने नेता जी को लगाया था फोन

आपको पचासों कॉल की माननीय, आप मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहे हैं, बात काहे नहीं कर रहे हैं.
इतना सुनते ही नेताजी ने फोन काट दिया, पुलिस नेताजी का पता ढूंढने लगी पर ये ख़बर अब तक सामने नहीं आई कि वो कौन था जिसे अतीक ने फोन किया, यहां समझने वाली बात यही है कि पुलिस की नाक के नीचे ही बड़ा खेल करने में कौन लगा है. सबसे बड़ा सवाल यही है कि प्रदेश की राजधानी में इतने बड़े सौदे की तैयारी कैसे हो गई, सीएम योगी ने जब माफिया को मिट्टी में मिलाने की छूट पुलिस को दी है, और बुलडोजर का इंजन भी स्टार्ट है तो फिर पुलिस शाइस्ता से दूर क्यों है, जैनब लखनऊ आकर आखिर फरार कैसे हो जाती है.
अतीक के वकील विजय मिश्रा का फोन पुलिस ने जब्त

अतीक के वकील विजय मिश्रा का फोन पुलिस ने जब्त किया है, जिससे जैनब के राज खुल सकते हैं, जैनब से वकील विजय मिश्रा की बात हुई है यानि जैनब और उसके साथ की महिला का नंबर ट्रेस हो सकता है, हालांकि ये इतने शातिर हैं कि एक नंबर को बंद कर दूसरे नंबर का इस्तेमाल करने लगते हैं, लोकेशन ट्रेस होने के डर से खुद का फोन इस्तेमाल नहीं करते. ऐसे में पुलिस के पास एक ही रास्ता बचता है वो है वकील विजय मिश्रा को रिमांड पर लेकर राज उगलवाना, जिसकी तैयारी में यूपी पुलिस जुट चुकी है. अतीक की पत्नी शाइस्ता की तलाश में कभी मध्य प्रदेश तो कभी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग ठिकानों पर छापा पड़ रहा है, लेकिन शाइस्ता का पता कही नहीं चल पा रहा है, यहां तक कि पुलिस ने इनाम की राशि भी बढ़ा दी, पर शाइस्ता की मदद करने वाले लगता है अभी भी हैं, जो उसे पुलिस के साथ आंखमिचौली का खेल खेल रहे हैं, अब वकील विजय मिश्रा के शिकंजे में आने के बाद पुलिस को उम्मीद है शाइस्ता का खेल भी जल्द खत्म होने वाला है.
ब्यूरो रिपोर्ट ग्लोबल भारत टीवी