युवराज की तरह मारता है छक्का, रैना की तरह दौड़ा कर मारता है चौका, चयनकर्ता भरवा रहे पानी!
गांगुली की तरह निडर खेलता है, बड़ा नाम बनने की क्षमता है,फिर भी वो द्रविड़ की पसंद नहीं बना!
धोनी होते कप्तान तो राणा को देते मैदान,IPL में तूफान लाने वाला विश्वकप में पांड्या का साथी बनता

साल 2004 में जब इंडिया में धोनी आए तो सबको लगता था, तकनीक नहीं है इसलिए धोनी जल्दी ही बाहर हो जाएंगे…शुरूआत के 3-4 मैच खराब भी रहे, लेकिन गांगुली ने उन्हें पाकिस्तान मैच में मौका दिया, और 148 रनों की पारी सबको याद है, धोनी महान बन गए, देश को वो सबकुछ दिया जो चाहिए था…जिस वक्त विराट कोहली टीम इंडिया में आए उसी वक्त रणजी में एक खिलाड़ी गेंदबाज़ों पर कहर बरपा रहा था, नाम है सूर्य कुमार यादव, आज उस खिलाड़ी को लोग न्यू एबी डिविलीयर्स कहते है, लेकिन सूर्य कुमार को उस वक्त मौका नहीं मिला…आज ऐसे ही एक खिलाड़ी और हैं जो बाएं हाथ का वीरेंद्र सहवाग है, नितीश राणा के कुछ शॉर्ट देखकर लोग कहते है ये युवराज से भी ख़तरनाक खिलाड़ी बनेगा…लेकिन अफसोस धोनी जैसा पारखी नहीं है तो कोई नीतीश को मौका नहीं दे रहा है..अब भावुक होकर नीतीश राणा को भी कहना पड़ा लगता है 400 रन से काम नहीं चलने वाला है, IPL में मैं 500 से 600 रन बनाऊंगा फिर देखता हूं कौन रोकता है! इशान किशन से भी ख़तरनाक खिलाड़ी का मनोबल अब टूट रहा है, क्योंकि 28 साल के नीतीश राणा को लगता है योग्यता के साथ किस्मत भी साथ होनी चाहिए….इसलिए राणा भावुक होकर कहते है….

मुझे उम्मीद है कि मुझे टीम इंडिया में मौका मिलेगा। हर कोई भारतीय टीम में मौका पाने की कोशिश कर रहा है। हमें यह सोचकर आगे बढ़ना होगा कि हमें मौका जरूर मिलेगा। लेकिन सब कुछ मेरे हाथ में नहीं है, मैं अपना बेस्ट देना चाहता हूं, बस इतना ही। मैं जहां भी खेलूंगा अपना शत-प्रतिशत दूंगा। मुझे जो टीम इंडिया में मौके मिले थे मैं उसे भुना नहीं पाया। मैंने बेस्ट नहीं दिया। 400 रन करने के बावजूद भी अगर मुझे मौका नहीं मिल रहा है तो मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। क्योंकि मैं उस लक्ष्य को बढ़ाना चाहता हूं। 400 रन के स्थान पर 600 रन बनाने होंगे। तभी मैं आगे बढूंगा।
नीतीश राणा ने IPL में 100 से ज्यादा छक्का मारा है, जबकि ढाई हज़ार रन भी बना लिए है ! T-20 विश्वकप से पहले साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से सीरिज़ है,जहां मौका मिलना चाहिए….राहुल त्रिपाठी और नीतीश राणा का चयन क्यों नहीं हुआ इस बात से बड़े दिग्गज भी हैरान है…पृथ्वी शाह के पिता तो चयनकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगा चुके है…पृथ्वी शॉ का करियर समझिए चौपट है, क्योंकि किसी भी खिलाड़ी को टीम इंडिया में जगह नहीं मिली तो वो खुद खत्म हो जाता है…भारत में वीरेंद्र सहवाग की कमी आज भी खलती है, ब्रेटली जैसे गेंदबाज़ों को भी सहवाग से डर लगता था, पाकिस्तान में एक वक्त ऐसा था जब सहवाग को आउट करने के लिए नमाज पढ़ी जाती थी…सहवाग के सन्यास के बाद पृश्वी शॉ को देखकर दिग्गजों ने कहा ये इंडिया का नया सहवाग बनेगा…लेकिन बार-बार उनका चयन नहीं हुआ…KL राहुल रन बनाए या न बनाए लेकिन पृथ्वी शॉ को मौका नहीं मिलेगा…इस खिलाड़ी का नाम है राहुल त्रिपाठी, धोनी के शहर रांची के ही राहुल भी धोनी की तरह काबिलयत और समझ है, लेकिन 31 साल की उम्र होने के बाद भी मौका नहीं मिल रहा है…अब आपको एक हैरान करने वाली बात बताते है….रोहित शर्मा किसकी देन है?

महेंद्र सिंह धोनी ने रोहित शर्मा के लिए क्या नहीं किया, कई मैच में नहीं चलने के बाद भी टीम से बाहर नहीं किया, जिस रोहित से आज दुनिया डरती है दरअसल उन्हें बनाने में उनसे ज्यादा धोनी का हाथ है, सुरेश रैना की जब सब आलोचना कर रहे थे तब सिर्फ धोनी उनके साथ थे, धोनी ने तब कहा था, दबाव मत डालिए वो खेलेगा सबको तोड़ेगा, फिर दुनिया ने देखा रैना कौन है? रविंद्र चंद्र अश्विन, रविंद्र जडेजा, यहां तक की विराट कोहली, सब धोनी की मेहनत का नतीजा है…धोनी ने सीनियर खिलाड़ियों से पंगा लिया, नए खिलाड़ियों को मौका दिया तभी भारत क्रिकेट में नाम कर पाया, लेकिन अब तक जो खिलाड़ी है वो रन बनाए या न बनाए लेकिन उन्हें बाहर नहीं किया जाएगा, अच्छे से अच्छे खिलाड़ियों की उम्र बढ़ रही है, फिर उन्हें अंबाती रायूडू बना दिया जाएगा, अंबाती रायडू की तरह भारत में कई खिलाड़ियों की किस्मत साथ नहीं है, नहीं तो उन्हें महान बनने से कोई रोक नहीं सकता है…IPL सवा सौ छक्के मारने वाला क्या तूफान ला सकता है इसका अंदाजा आपको भी होना चाहिए…आप बताएं नीतीश राणा का छक्का मारने का तरीका क्या आपको प्रभावित नहीं करता है…