महिला IPL में बना इतिहास, फिर पैसों की हुई बरसात
पहले महिला IPL में इतिहास रचा गया और मुंबई इंडियंस की टीम ने वो इतिहास रचा. इंग्लैंड की उस खिलाड़ी ने मुंबई को खिताब दिलाया जिसने हरमनप्रीत को भारत की कप्तान रहते हुए रुलाया था. लेकिन ये साल दूसरा था वो साल दूसरा था. अब वो दोनों एक ही टीम में खेल रही थी तो दिल्ली कैपिटल्स की टीम को आसानी से हरा दिया. WPL के फाइनल में कई ऐसी चीजें हुई जिन्होंने इस टूर्नामेंट को हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज कर दिया. दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. लेकिन उनके शुरुआती तीन विकेट फुलटॉस गेंदों पर गिर गए. जिसकी शुरूआत शेफाली वर्मा के विकेट से हुई. वो भला हो राधा यादव और शिखा पांडे का जिन्होंने आखिरी विकेट के लिए 52 रनों की साझेदारी की. जो रिकॉर्ड था क्योंकि आज से पहले कभी भी महिला टी20 में आखिरी विकेट के लिए 50 या उससे ज्यादा रनों की साझेदारी नहीं हुई थी.

लड़कियों के मैच में क्यों लगे सचिन-सचिन के नारे?
फाइनल मैच देखने के लिए सचिन तेंदुलकर भी मैदान पर पहुंचे थे लेकिन वो मुंबई को सपोर्ट नहीं कर रहे थे बल्कि उन्होंने महिला क्रिकेट को सपोर्ट किया. जैसे ही सचिन स्क्रीन पर दिखाई दिये जनता हमेशा की तरह सचिन-सचिन चिल्लाने लगी. फाइनल मैच में मुंबई इंडियंस के पुरुष क्रिकेटर्स की टीम भी अपनी टीम को सपोर्ट करने पहुंची थी. रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव मैदान से बाहर बैठकर तालियां बजा रहे थे. हरमनप्रीत की टीम ने मुंबई को ट्रॉफी दिलाकर रोहित पर दबाव बढ़ा दिया है कि अब आप भी जीतकर आना.

महिला आईपीएल का पहला सीजन शानदार रहा. फाइनल जीतने वाली मुंबई इंडियंस की टीम को पाकिस्तान क्रिकेट लीग की विजेता टीम से दोगुने पैसे मिले. जबकि दिल्ली कैपिटल्स को भी उनसे ज्यादा पैसे मिले.
फाइनल मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. मुंबई की शानदार गेंदबाजी के आगे दिल्ली की एक ना चली, और पूरी टीम 131 रन ही बना सकी. 79 रन पर ही दिल्ली के 9 विकेट गिर गए थे लेकिन उसके बाद शिखा पांडे और राधा यादव ने नाबाद 52 रनों की साझेदारी कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. शिखा पांडे ने 17 गेंदो में नाबाद 27 रन बनाए और राधा यादव ने भी 12 गेंदो में शानदार 27 रन बनाए.

इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी मुंबई की टीम ने भी शुरू में विकेट गंवाए और ज्यादा रन नहीं बने. आखिरी दो ओवर्स में 21 रन चाहिए थे लेकिन एक तरफ से नीट साइवर ब्रंट ने मोर्चा संभाले रखा और नाबाद 60 रनों की पारी खेलकर मुंबई को जीत की दहलीज तक पहुंचाया. मुंबई के लिए कप्तान हरमनप्रीत ने भी 37 रनों की पारी खेली.
ये भारत में महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत है. जिससे महिला क्रिकेट को नए पंख लगेंगे. पहले बीसीसीआई ने पुरुष क्रिकेटर्स के बराबर महिला क्रिकेटर्स की मैच फीस की. उसके बाद महिला आईपीएल का जब पहला ऑक्शन हुआ था तो खिलाड़ियों पर पैसे की बरसात हो गई. टीमों ने खिलाड़ियों पर जमकर पैसा लुटाया. अब पुरुष आईपीएल की तरह हर साल भारत में महिला आईपीएल भी हुआ करेगा.
31 मार्च से पुरुष आईपीएल भी शुरू होने जा रहा है. और एक बार फिर दिल्ली और मुंबई की टीमें आमने-सामने होंगी तो एक नई राइवलरी बन सकती है. रोहित शर्मा पर भी अब दबाव बढ़ेगा कि वो अपनी टीम को ट्रॉफी दिलाएं.
पूरे मैच के दौरान मुंबई इंडियंस की मालिक नीता अंबानी ग्राउंड पर मौजूद रहीं और मैच खत्म होने के बाद रोती हुई खिलाड़ियों को गले लगाया.