दुनिया का सबसे बड़ा तेज धावक, जो पलक झपकते ही 100 मीटर पार कर देता था. जिसकी स्पीड से तूफान भी पनाह मांगता था. जो गोली की ररफ्तार से दौड़ता था. वो गोली से भी तेज रफ्तार से कंगाल हो गया. एक सेकेंड में उसके 100 करोड़ अकाउंड से कोई उड़ा ले गया. वो भी उस जगह से जहां लोग पैसा सुरक्षित करने के लिए जमा करते हैं. जामताड़ा वेब सीरीज अगर आपने देखी होगी तो पता होगा कि कैसे चंद सेकेंड में आपका खाता खाली हो जाता है. जरा सोचिए आप अपना सारा पैसा बैंक में जमा करें, अपनी पूरी जिंदगी की कमाई बैंक को दे दें ताकि वो सुरक्षित रहे और एक दिन आपको फोन आये कि सारा पैसा गायब हो गया. तो आप पर क्या बीतेगी. इस वक्त दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले शख्स उसेन बोल्ट पर भी ऐसी ही बीत रही होगी.

उसेन बोल्ट ने लगभग 101 करोड़ रुपये अपनी मां और अपनी रिटायरमेंट के लिए रखे थे. ये पैसे जमैका की एक प्राइवेट फर्म में रखे गए थे, जो बैंक की तरह से काम करती है. अब इसमें से 100 करोड़ रुपये गायब हो चुके हैं. खाते में बस 12 हजार डॉलर बचे हैं. बोल्ट ने फर्म से 10 दिन के भीतर सारा पैसा वापस मांगा है.
उसेन बोल्ट ने कहा कि अगर 10 दिन के अंदर उन्हें पैसा वापस नहीं मिला तो वो फर्म पर क्रिमिनल केस कर देंगे. उसेन बोल्ट 2018 में सबसे अमीर एथलीट्स की लिस्ट में 45 वें नंबर पर थे. उस वक्त बोल्ट हर महीने 1 मिलियन डॉलर कमाते थे.

उसेन बोल्ट के नाम दुनिया में सबसे तेज 100 मीटर दौड़ मारने का रिकॉर्ड है. उन्होंने कई बार अपनी ही रिकॉर्ड तोड़ा है. कोई भी धावक आज तक उनका रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाया है. बोल्ट ने अपने करियर में आठ ओलंपिक गोल्ड मेडल जीते हैं. उन्होंने दो सिल्वर और एक कांस्य पदक भी जीता है. बोल्ट ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में पहला गोल्ड जीता था. तब से 100 और 200 मीटर रेस में वो हमेशा गोल्ड जीतते रहे.
लगता है खेलों की दुनिया पर जामताड़ा जैसे किसी गैंग की नजर लगी है. इधर उसेन बोल्ट के अकाउंट से सौ करोड़ उड़े. उधर आईसीसी के साथ भी 20 करोड़ का फ्रॉड हो गया. हालांकि ICC ने तो फ्रॉड पर कुछ नहीं कहा. लेकिन, मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आ रहा है कि अमेरिकी बेस्ड पार्टी ने ICC से ऑनलाइन फ्रॉड किया है. फ्रॉड ने ICC के दूसरे कस्टमर जैसा ई-मेल एड्रेस बनाकर संस्था को मेल भेजे. इन पर ICC से पेमेंट करने के लिए कहा गया.
ICC इन पर पेमेंट करता गया, लेकिन गुरुवार को मामला सामने आ गया. जिन्हें असल में पेमेंट मिलनी थी, उसे कभी पैसा मिला ही नहीं.
ICC के फाइनेंस डिपार्टमेंट ने मामले पर अंदरुनी और बाहरी जांच शुरू कर दी है. फाइनेंस डिपार्टमेंट ने स्टाफ मेंबर्स से सवाल करने शुरू कर दिए हैं कि आखिर 4 बार फ्रॉड पेमेंट हो गया और किसी को पता क्यों नहीं चला. खैर इस बारे में अब तक ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन, मुश्किल ही है कि ICC इस मामले पर सामने आ कर कुछ कहेगा.
उसेन बोल्ट के साथ भी हुई धोखाधड़ी में बैंक के किसी कर्मचारी के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में आपको भी सावधान रहने की जरूरत है. जब इतनी बड़ी कंपनियों और बड़े-बड़े लोगों को फ्रॉड चूना लगा रहे हैं तो आम आदमी की क्या औकात है?