राजस्थान में योगी ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसके कई सियासी और भविष्य में राजनीति को बदल देने वाले मायने हैं? अपने एक बयान से पूरा यूपी इलेक्शन बदलने वाले योगी ने मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक ऐसी लकीर खींची है जिसे विपक्ष पार नहीं कर पाएगा..मोदी सरकार फिलहाल कभी हिन्दू राष्ट्र पर खुलकर नहीं बोली, अमित शाह भी कभी हिन्दू राष्ट्र पर नहीं बोल पाए पर योगी ने अचानक सटीक बयान दे कर एक नई बहस छेड़ दी है? BJP कभी खुलकर नहीं आई कि भारत को सनातन राष्ट्र घोषित करेगी या नहीं, न तो इसे घोषणा पत्र में कभी शामिल किया गया, हालांकि योगी ने पूछा नहीं बल्कि ऐलान किया कि सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है! एक तरफ बीजेपी पासमांदा मुसलमानों का वोट लेने की रणनीति बना रही है दूसरी तरफ योगी हिन्दू राष्ट्र का ऐलान कर रहे हैं? तो फिर खेल क्या चल रहा है? बीजेपी करने वाली क्या है? क्योंकि योगी ने सनातन धर्म को राष्ट्रीय धर्म बताकर साफ कर दिया है कि अगर कोई इसे लागू नहीं करता है तो वो खुद कर सकते हैं, पहले आप को बयान सुनवाते हैं फिर बताते हैं एक बयान से कैसे बदल जाएगी भारत की सियासत….योगी ने रैली में जो कहा वो सुनिए…

हमारा सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है, हम सब अपने व्यक्तिगत स्वार्थों से ऊपर उठकर अपने इस राष्ट्रीय धर्म के साथ उठते हैं, हमारा देश सुरक्षित हो, हमारे मानबिंदुओं की पुनर्स्थापना हो, गौ और ब्राह्मणों की रक्षा हो…किसी काल खण्ड में अगर हमारे धर्मस्थलों को अपवित्र किया गया हो तो उनकी पुनर्स्थापना हो…
राजस्थान की रैली में UP CM योगी का बयान

तो क्या योगी ने उस मुद्दे में आग लगा दी है जो चिंगारी से भी डरता था? ये मुद्दा एक ऐसा मुद्दा है जहां चुनाव एक तरफा हो जाएगा? ये बयान बेशक राजस्थान में दिया गया हो पर इसके सियासी मायने अलग हैं! हम आपको 5 प्वाइंट में समझाते हैं योगी के बयान का क्या इशारा है?
पहला प्वाइंट: यहां सांप भी मर जाए और लाठी भी बच जाए वाली बात है, योगी ने ये नहीं कहा है कि हम हिन्दू राष्ट्र हैं, पर देश का राष्ट्रीय धर्म सनातन कहकर बता दिया है कि राज सनातन परंपरा का होना चाहिए
दूसरा प्वाइंट: योगी भाषण नपा तुला देते हैं, ये गलती से दिया गया बयान नहीं है, बल्कि राजस्थान में कन्हैया की हत्या के बाद जानबूझकर दिया गया बयान है
तीसरा प्वाइंट: बीजेपी का नहीं देश का ये सबसे बड़ा मुद्दा है, आने वाले वक्त में इसी मुद्दे पर आर या पार होगा? योगी ने हिन्दुस्तान की दुखती नब्ज पर हाथ रखा है
चौथा प्वाइंट: BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या ये मुद्दा तय हुआ था? चुनाव में सनातन राष्ट्र ही राष्ट्रीय धर्म का नारा दिया जाएगा?
पांचवां प्वाइंट: योगी के इस बयान के बाद कांग्रेस और बाकी पार्टियां मुसलमानों, पारसियों और ईसाइयों का सवाल पूछने लगी हैं जिससे बीजेपी को बहुत बड़ा फायदा होगा

योगी ने जो सोचकर बयान दिया उसका परिणाम भी 24 घण्टे में ही मिल गया, कांग्रेस नेता उदित राज ने एक ऐसा बयान दिया जिससे बीजेपी को ही फायदा होगा…उदित राज ने ट्विटर पर लिखा…

‘कल कुछ परिचित बौद्ध धर्म के साथियों का फोन आया कि सनातन धर्म अगर राष्ट्रीय धर्म है तो हमारे धर्म का क्या होगा…सनातन धर्म के अस्तित्व को कौन नकार सकता है ? मैंने सोचा कि योगी जी से पूछ लिया जाये कि और धर्म हैं कि नहीं, बस इतना ही है
बीजेपी की रणनीति साफ है, इस बार चुनाव मोदी VS विपक्ष नहीं, राष्ट्र VS राष्ट्र विरोधी होने वाला है, योगी का बयान इत्तेफाक़ नहीं बल्कि एक महा प्लानिंग का हिस्सा है! ये बयान 26 जनवरी के ठीक यानि 27 जनवरी को दिया गया है, 26 जनवरी को मिस्त्र के राष्ट्रपति को भारत ने अपना मेहमान बनाया, दुनिया में संदेश भेजा कि भारत मुस्लिम नेता को अपने गणतंत्र दिवस में बुलाता है, औऱ 27 तारीख को योगी सनातन धर्म को ही राष्ट्रीय धर्म बता देते हैं…जानकार कहते हैं कि ये बयान इतना कारगर है कि मोदी को ही नहीं योगी को भी प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचा सकता है! यानि हिन्दू राष्ट्र का मुद्दा अब कोई दबा नहीं पाएगा…क्या आप योगी के बयान से सहमत हैं या फिर कोई खेल है ? कमेंट में बताइए हिन्दुस्तान का राष्ट्रीय धर्म क्या होना चाहिए?