अपर्णा के बारे में…
- सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं
- पिता अरविंद सिंह बिष्ट एक पत्रकार रहे हैं. उनके पिता को सपा की सरकार में सूचना आयुक्त बनाया गया था
- उनकी मां अंबी बिष्ट लखनऊ नगर निगम में अधिकारी हैं.
- साल 1990 में जन्मी अपर्णा ने स्कूल की पढ़ाई लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट इंटरमीडिएट कॉलेज से की
- लखनऊ यूनिवर्सिटी से अपर्णा ने राजनीति विज्ञान, आधुनिक इतिहास और अंग्रेजी में ग्रेजुएशन किया
- अपर्णा यादव ने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की
- भातखंडे संगीत यूनिवर्सिटी से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा भी ली
- 9 साल संगीत की औपचारिक पढाई की है. वह ठुमरी में निपुण हैं.
- अपर्णा-प्रतीक की शादी दिसंबर 2011 में मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में हुई
- दोनों की एक बेटी है, जिसका नाम प्रथमा है.
प्यार किसी को भी हो सकता है, पहले साधना गुप्ता से मुलायम सिंह यादव को हुआ…डिंपल यादव से अखिलेश यादव को हुआ और फिर तीसरी प्यार की जोड़ी मुलायम सिंह यादव के परिवार में अपर्णा यादव की है जिनसे प्यार प्रतीक यादव को हुआ…मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से ज़ुदा है प्रतीक और अपर्णा की प्रेम कहानी…एक पत्रकार की बेटी यूपी के सबसे सियासी घराने की बहू कैसे बनी ? अपर्णा की प्रेम कहानी सुनने से पहले आपको मुलायम और साधान गुप्ता की प्रेम कहानी सुननी चाहिए…
मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता की प्रेम कहानी

साधना गुप्ता यूपी के इटावा के बिधुना तहसील की रहनेवाली हैं. 4 जुलाई 1986 में उनकी शादी फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता से शादी हुई थी। इनकी शादी के बाद 7 जुलाई 1987 में प्रतीक यादव का जन्म हुआ था। इसके दो साल बाद साधना और चंद्रप्रकाश अलग हो गए थे। इसके बाद साधना गुप्ता सपा के तत्कालीन सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के संपर्क में आई थी। ऐसा कहा जाता है कि दोनों काफी दिनों तक एक-दूसरे से मिलते-जुलते रहे।
कई सालों तक ये बात बात किसी को पता नहीं थी कि मुलायम सिंह यादव साधना गुप्ता के साथ रहते हैं। एक जांच में खुलासा हुआ था कि प्रतीक गुप्ता के स्कूल फॉर्म में पिता के नाम पर एम एस यादव और पते की जगह मुलायम सिंह यादव के ऑफिस का एड्रेस दिया हुआ था। एम एस इसलिए लिखा गया था कि मुलायम सिंह यादव देने से हर कोई जान जाएगा…इस तरीके से प्रतीक मुलायम सिंह यादव की संतान हो गए।
परिवार में टकराव की नींव पड़ गई

परिवार में टकराव की नींव पड़ गई…अखिलेश यादव को एक सौतेला भाई मिल गया और फिर विरासत को लेकर भविष्य में रार होना ही था…अब प्रतीक की जिंदगी में एक ऐसी लड़की आई जिसने प्रतीक के साथ होने वाले सोतेला व्यवहार कभी बर्दाश्त नहीं किया
अपर्णा की कैसे हुई प्रतीक से मुलाकात

अपर्णा यादव एक क्लासिकल सिंगर हैं…दावा किया जाता है कि सैफई और लखनऊ के राजनीतिक कार्यक्रम में अपर्णा यादव ने कई बार भाग लिया है..इसी बीच प्रतीक से मुलाकत हुई…सालों तक अपर्णा यादव को ये बात पता नहीं थी कि प्रतीक किस घराने से आते है…मुलायम का नाम सुनते ही अपर्णा के पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक हई थी..लेकिन ये सच है कि मुलायम सिंह यादव की दोनों बहू ठाकुर जाति से हैं और दोनों उस उत्तराखण्ड से जो उत्तराखण्ड मुलायम को अपना विलेन मानता है।
अपर्णा कब बनी मुलायम की बहू

8 सालों तक प्यार का बंधन शादी के रिश्ते में बदल गया और फिर अपर्णा मुलायम सिंह यादव की बहू बन गई…साल 2011 में शादी हुई..अमिताभ बच्चन से लेकर कई पावरफुल लोग शामिल हुए…हालांकि उस वक्त सपा विपक्ष में थी.
कब बढ़ी परिवार में नाराज़गी

2012 में मुलायम के नेतृत्व में सपा की सरकार बनी और फिर मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया और प्रतीक यादव के बारे में कोई रणनीति नहीं बनी…लोग कहते है कि इस बात से मुलायम की पत्नी और प्रतीक की मां बेहद नाराज़ हुई…अपर्णा यादव ने एक बार सार्वजनिक जीवन में डिंपल के पैर छुए लेकिन घर में सब ठीक नहीं चल रहा था…अपर्णा यादव सियासत में आना चाहती थीं…मौका तलाश रही थी…लेकिन मुलायम सिंह यादव ने ये तय कर लिया था कि प्रतीक को सिर्फ नाम देंगे राजनीतिक विरासत में कोई बंटवारा नहीं होगा