कौन है जाकिर नाइक जिसे मोदी लाना चाहते हिंदुस्तान
जिसका भाषण सुन एक आम आदमी भी आतंकी बन जाता है, जिसकी बातों से नफरत की बू आती है, जिसे हिंदुस्तान ने मोस्ट वॉन्टेड घोषित कर रखा है, उसे अब मोदी सरकार हिंदुस्तान लाने की तैयारी में है. उसने पहले दुबई और फिर ओमान में पनाह ली थी, ताकि मुस्लिम देश उसे बचाएंगे लेकिन ओमान के राजा से मोदी की दोस्ती के आगे उसकी दलील अब छोटी पड़ती दिख रही है, उसे भारत लाने के लिए ऑपरेशन जेड तैयार हो चुका है, पहले उसकी डिटेल सुनिए फिर बताते हैं जाकिर हिंदुस्तान से ओमान भागा कैसे.

- 23 नवंबर 2022 को जाकिर नाइक फीफा वर्ल्ड कप के ओपनिंग सेरेमनी में दिखा
- तभी उसे वापस लाने का प्लान तैयार होने लगा, कतर सरकार से बातचीत भी हुई
- लेकिन तब तक कतर से वो ओमान भाग गया, वहां अपने रसूख का फायदा उठाया
- 23 और 25 मार्च को होने वाले प्रोग्राम के लिए कतर सरकार ने उसे इनवाइट किया
- ये बात सुनते ही भारत को लगा कि हमें अब उसे लाने की तैयारी तेज करनी चाहिए
अब सूत्रों के हवाले से ख़बर मिली है कि अगले कुछ ही दिनों में उसे हिंदुस्तान लाया जा सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पहले ही ये साफ कर दिया था कि उसकी तलाश तेज हो चुकी है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब इसके ऊपर इतने मुकदमे थे, इसके भाषण से आतंकी तैयार हो रहे थे, तो फिर ये इंडिया से भागा कैसे, ये समझने के लिए आपको ये जानना होगा कि जाकिर नाइक एक डॉक्टर से भड़काऊ धर्मगुरु कैसे बन गया.
हिंदुस्तान से ऐसे भागा विदेश
कहते हैं दाऊद के इलाके यानि मुंबई के डोंगरी में जन्मा जाकिर नाइक डॉक्टरी की पढ़ाई छोड़ युवाओं को भड़काता, खुद को इस्लाम का बहुत बड़ा जानकार बताता, अपने ही लॉन्च किए पीस टीवी पर बैठकर हिंसा की बातें करता, लेकिन साल 2016 में जब बांग्लादेश में धमाका हुआ तो उसकी सारी पोल-पट्टी खुल गई, एक आतंकी ने कहा मैं उसके विचारों से प्रभावित हूं. यही हाल श्रीलंका और हिंदुस्तान के मंगलुरू में हुए धमाके के बाद हुआ, जिसके बाद जाकिर नाइक हिंदुस्तान छोड़कर भाग गया. साल 2017 में वो सबसे पहले हिंदुस्तान से मलेशिया पहुंचा, फिर अलग-अलग देशों में घूमता रहा, जैसे नीरव मोदी औऱ विजय माल्या जैसे लोग भागे, वैसे ही जाकिर नाइक ने भी अपने भागने का प्लान बनाया, अब नीरव मोदी औऱ विजय माल्या कब तक हिंदुस्तान आएंगे ये तो नहीं पता पर जाकिर नाइक के हिंदुस्तान लाए जाने की चर्चा तेज हो चुकी है, ओमान से भारत के रिश्ते दशकों से काफी अच्छे हैं, मोदी मस्कट में शिव मंदिर में पूजा करते हैं, भारतीय नेवी ओमान की नेवी को ट्रेनिंग देती है, 45 लाख आबादी वाले ओमान में करीब 5 लाख भारतीय कामगार रहते हैं. तो एक तरह से ओमान से भारत का रिश्ता कई खाड़ी देशों के मुकाबले काफी अच्छा है, जिसका फायदा अब जाकिर को भारत लाने में मिल सकता है.