भारतीय हॉकी टीम ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में चीन को 1-0 से हराकर अपनी शानदार जीत दर्ज की. इस जीत के साथ, भारत ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में अपने खिताब की संख्या को पांच बार तक पहुंचा दिया है. इस मैच में एकमात्र गोल जुगराज सिंह ने किया, जो भारत की जीत का आधार बना. इस जीत के बाद हॉकी टीम के खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश हुई है.
दरअसल इस शानदार जीत के बाद हॉकी इंडिया ने टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों को 3 लाख रुपये और सहायक स्टाफ को 1.5 लाख रुपये की पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है. इसके अलावा, एशियन हॉकी फेडरेशन ने टीम इंडिया को गोल्ड मेडल, चैंपियंस ट्रॉफी और अतिरिक्त पुरस्कार राशि भी प्रदान की.
इस चैंपियनशिप में भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और उन्हें टूर्नामेंट का 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया. उन्हें इस उपलब्धि के लिए 2000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी गई. हरमनप्रीत सिंह ने अपनी शानदार खेल के चलते टूर्नामेंट में कुल सात गोल किए, जो उन्हें भारत का सबसे बड़ा गोल स्कोरर बना दिया. कप्तान हरमनप्रीत की अगुवाई में भारत ने लगातार दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती है. उन्होंने फाइनल मैच में गोल करने का एक मौका गंवाया, लेकिन इसके बावजूद टीम ने जीत हासिल की.
गौरतलब हो फाइनल मैच में में चीन, जो मेज़बान टीम थी, उसे सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. इसके अलावा, पाकिस्तान की टीम ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ कांस्य पदक मैच जीतकर तीसरा स्थान हासिल किया. यह जीत भारतीय हॉकी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और भी बढ़ गया है. अब भारतीय टीम अगले प्रतियोगिताओं के लिए और भी अधिक प्रेरित है.
इस प्रकार, भारतीय हॉकी टीम ने एक बार फिर अपने खेल से देश को गर्वित किया है और आने वाले दिनों में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का इरादा किया है. यह जीत न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक उत्सव का अवसर है.