आम आदमी पार्टी (AAP) ने घोषणा की है कि राज्यसभा सांसद अतीशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी. पार्टी ने एक बयान में कहा, "अतीशी 21 सितंबर को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी, और अन्य मंत्री भी उनके साथ शामिल होंगे."
अतीशी, जिनको लेकर आम आदमी पार्टी ने अभी हाल ही में ये फैसला किया की वो दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी. उन्होंने कहा कि, वह अरविंद केजरीवाल के द्वारा दिखाए गए विश्वास से खुश हैं, लेकिन यह भी दुख व्यक्त किया कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा, "मैं दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री, AAP के राष्ट्रीय संयोजक और मेरे गुरु अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद कहना चाहती हो. उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मुझे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी."
अतीशी ने यह भी कहा कि वह विधानसभा चुनावों के बाद फिर से केजरीवाल को मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित करने का प्रयास करेंगी. उन्होंने अपने साधारण परिवार से आने की बात करते हुए कहा, "अगर मैं किसी अन्य पार्टी में होती, तो मुझे शायद चुनावी टिकट नहीं मिलता."
अतीशी, दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी. इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित इस पद पर रह चुकी हैं. अतीशी एक वरिष्ठ AAP नेता हैं और उन्होंने शिक्षा मंत्री के रूप में मनीष सिसोदिया को सलाह दी थी. AAP नेताओं का कहना है कि उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
अतीशी ने AAP में शुरुआत से ही काम किया है और 2013 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणा पत्र की ड्राफ्टिंग समिति की एक प्रमुख सदस्य रहीं. वह दिल्ली विधानसभा में कलकाजी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं और दिल्ली सरकार में कई मंत्रालयों का कार्यभार संभालती हैं. मार्च 2023 में, अतीशी को दिल्ली कैबिनेट में नियुक्त किया गया था, जब मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में वह जमानत पर रिहा हो चुके हैं.
अतीशी के सामने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के साथ बड़ी चुनौतियां होंगी, क्योंकि AAP पुनः सत्ता में आने का लक्ष्य रखती है. AAP ने दिल्ली विधानसभा के लिए जल्दी चुनावों की मांग की है. अंतिम विधानसभा चुनाव 2020 की शुरुआत में हुए थे. इससे पहले, केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा दिया था.