बांग्लादेश (Bangladesh) में सत्ता बदलते ही मोहम्मद यूनुस (Mohammed Yunus) की अंतरिम सरकार का भारत विरोधी चेहरा सामने आने लगा है. कभी घुसपैठिए, कभी हिंदुओं तो कभी भारतीय त्योहारों के नाम पर बांग्लादेश सरकार (Bangladesh Government) लगातार मोदी सरकार (Modi Government) को उकसाने की कोशिश कर रही है. इसी बीच सीमा पर भी बांग्लादेशी बदमाशों ने एसी धृष्टता कर दी है, जिसका जवाब देने जूरूरी हो गया है. सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इसे लेकर मीडिया से जानकारी साझा की है.
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश की सीमा पर 15 से 20 बांग्लादेशी बदमाशों ने एक BSF जवान को अगवा कर लिया था. BSF के एक बयान में कहा गया है कि भारतीय जवान पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर इलाके में बिराल सीमा के पास गश्त कर रहे थे, तभी बांग्लादेशी बदमाशों ने भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर जवान को अगवा कर लिया था. इसे लेकर BSF ने बांग्लादेशी बॉर्डर गार्ड (BGB) के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है.
BSF की तरफ से जानकारी दी गई है कि दोनों पक्षों के बीच फ्लैग मीटिंग के बाद BGB ने जवान को वापस कर दिया. जानकारी मिली है कि जब भारतीय जवान पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर इलाके में बिराल सीमा के पास गश्त कर रहे थे, तभी 20 से 25 की संख्या में बांग्लादेशी बदमाशों ने उन्हें अगवा कर लिया था. BSF ने जानकारी दी है कि बदमाशों के समूह ने पहले भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया फिर एक जवान को अगवा कर BGB को सौंप दिया.
BSF ने इसे खतरनाक स्थिति बताते हुए कहा कि तत्काल ही BSF के उत्तर बंगाल फ्रंटियर महानिरीक्षक ने BGB के उत्तर पश्चिम क्षेत्र के कमांडर से संपर्क किया और जवान की रिहाई की मांग की. BSF ने कहा है कि इस आक्रमक कृत्य की निंदा की गई है और बांग्लादेशी बदमाशों की हरकतों के खिलाफ बांग्लादेश के समक्ष विरोध दर्ज कराया गया है.