नई दिल्ली: रक्षा मामलों की संसदीय स्थायी समिति की नवीनतम रिपोर्ट में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत रावत (General Bipin Rawat Rawat) की हेलीकॉप्टर क्रेश को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में दावा किया गिया है कि तीन साल पहले CDS बिपिन रावत सहित 13 अन्य लोगों को ले जा रहे एमआई-17वी5 विमान (Mi-17V5 aircraft) की दुर्घटना मानवीय भूल के कारण हुई थी. दुर्घटना में CDS जनरल बिपिन रावत सहित 13 अन्य लोग मारे गए थे.
वहीं भारतीय वायु सेना ने जनवरी 2022 में खुलासा किया था कि खराब मौसम में पायलट के स्थानिक भटकाव के कारण दुर्घटना हुई थी. IAF जांच ने दुर्घटना के संभावित कारणों के रूप में लापरवाही, यांत्रिक विफलता या तोड़फोड़ को खारिज कर दिया. मंगलवार को लोकसभा में पेश की गई पैनल की रिपोर्ट में 2017-22 के दौरान 34 हवाई दुर्घटनाओं के कारणों को सूचीबद्ध किया गया है. इनमें मानवीय भूल (एयरक्रू), मानवीय भूल (सर्विसिंग), तकनीकी दोष, विदेशी वस्तु क्षति और पक्षी से टकराना शामिल हैं. कुछ दुर्घटनाओं की अभी भी जांच चल रही है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कि मानवीय भूल (एयरक्रू) के कारण 8 दिसंबर, 2021 को Mi-17 दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बेहद सुरक्षित और भरोसेमंद माने जाने वाले रूसी मूल के हेलीकॉप्टर कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले पूरी तरह से सेवा योग्य थे. कम ऊंचाई पर उड़ने वाला हेलीकॉप्टर आग के गोले में तब्दील होने से कुछ सेकंड पहले बादलों के आवरण में उड़ गया, यह वेलिंगटन में उतरने से बमुश्किल सात मिनट पहले हुआ था. हेलीकॉप्टर ने सुबह 11.48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी और इसे दोपहर 12.15 बजे वेलिंगटन गोल्फ कोर्स के हेलीपैड पर उतरना था. हालांकि, सुलूर में एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने उड़ान भरने के 20 मिनट बाद दोपहर 12.08 बजे हेलीकॉप्टर से संपर्क खो दिया.
दुर्घटना में मारे गए लोग...
दुर्घटना में मारे गए लोगों में CDS की पत्नी मधुलिका राजे सिंह रावत, उनके रक्षा सहायक ब्रिगेडियर एलएस लिडर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एमआई-17वी5 के पायलट विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, सह-पायलट स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक बी साई तेजा शामिल हैं.