नई दिल्ली: अभिनेत्री सेलिना जेटली को अपने भाई मेजर (सेवानिवृत्त) विक्रांत कुमार जेटली के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के हस्तक्षेप से लंबे इंतजार के बाद एक उम्मीद की किरण नजर आई है, जो सितंबर 2024 से यूएई में हिरासत में हैं.
14 महीनों की कठिन संघर्ष के बाद अभिनेत्री ने गहरी कृतज्ञता व्यक्त की, जब कोर्ट ने विदेश मंत्रालय (MEA) को नोटिस जारी कर स्थिति रिपोर्ट मांगते हुए उनके भाई को प्रभावी कानूनी और चिकित्सकीय सहायता सुनिश्चित करने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया. अब सेलिना ने भारत सरकार से भावुक और शक्तिशाली अपील की है कि वे चौथी पीढ़ी के इस सैनिक के साथ खड़े हों और उसे सुरक्षित घर वापस लाएं.
मीडिया से बातचीत में भावुक सेलिना ने अपने भाई को जन्मजात देशभक्त और चौथी पीढ़ी का सशस्त्र बल अधिकारी बताया. उन्होंने उनकी राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता को याद करते हुए कहा, ''वह देशभक्त हैं, जन्मजात देशभक्त. भले ही उन्हें MCTE (मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेक्निकल इंजीनियरिंग) में शामिल किया गया था, लेकिन उन्होंने अपना आर्म बदलकर पैराट्रूपर बनने का फैसला किया. मेरे भाई के शरीर पर कई मिशनों से चोटें हैं. वह उन जगहों पर टूट चुके हैं जिनके बारे में लोग नहीं जानते, सभी मिशनों से जो उन्होंने अंजाम दिए.''
जेटली ने पिछले 14 महीनों के दर्द को साझा करते हुए कहा, ''बहन के रूप में, यह मेरी जिंदगी का सबसे अंधेरा समय रहा... मेरे माता-पिता और मेरे बेटे को खोने जितना ही, या उससे भी बदतर. मेरे पास कई सवाल थे. यह क्यों हुआ, अपहरण के दौरान वह कहां थे. लेकिन अब मैं बस उन्हें वापस चाहती हूं. मुझे उनकी मानसिक स्थिति की बहुत चिंता है. वह आठ महीने तक अपहरण में रहे, और मुझे नहीं पता उनसे क्या किया गया.'' सेलिना जेटली ने खुलासा किया कि उन्हें हाल ही में उनके हिरासत संख्या मिली है और हिरासत के आरोपों या जांच के बारे में बहुत कम जानकारी है.
उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं पता वे क्या जांच रहे हैं. शायद कुछ जांच रहे होंगे. मेरे पास कोई जवाब नहीं है, सर. मेरे पास सिर्फ हिरासत संख्या है, जो हमें कुछ महीने पहले पता चली जब उन्हें इस डिटेंशन सेंटर में स्थानांतरित किया गया.'' जेटली ने आगे कहा, ''मैं सिर्फ अपनी सरकार से अपील कर सकती हूं. अभी मैं सेलिना जेटली नहीं हूं. मैं सिर्फ एक सैनिक की बहन हूं. उन्होंने हमारे राष्ट्र की महान सम्मान के साथ सेवा की है, और मुझे विश्वास है कि सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी. कृपया मेरे सैनिक को मेरे पास वापस लाएं. वह मेरे पास बचा हुआ सबकुछ है.''
सेलिना ने पहले दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था, जिसमें भारतीय अधिकारियों से उनके भाई के लिए कानूनी और चिकित्सकीय सहायता मांगी गई थी. उनके याचिका पर प्रतिक्रिया देते हुए हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया और चार हफ्तों में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया. कोर्ट ने मेजर जेटली की स्थिति पर नजर रखने और उनके तथा परिवार के बीच संवाद सुविधा प्रदान करने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का भी आदेश दिया.
मामले की अगली सुनवाई 4 दिसंबर को निर्धारित है. सेलिना की ओर से अधिवक्ता राघव कक्कड़ और माधव अग्रवाल पेश हुए. अभिनेत्री की याचिका में दावा किया गया है कि उनके भाई का अबू धाबी में अपहरण किया गया और उन्हें 14 महीनों से अधिक समय से उचित कानूनी या चिकित्सकीय सहायता के बिना हिरासत में रखा गया है.
मीडिया से बात करते हुए अधिवक्ता राघव कक्कड़ ने कहा, ''एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो याचिकाकर्ता और उनके भाई के बीच संवाद में मदद करेगा, प्रभावी कानूनी सहायता प्रदान करेगा और मामले की स्थिति पर हमें अपडेट रखेगा. ये कदम यूएई और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने में बहुत सहायक होंगे. वह स्पेशल फोर्सेस अधिकारी थे, और सरकार स्थिति रिपोर्ट जारी करने जा रही है जिसमें उठाए जाने वाले कदमों का उल्लेख होगा.''
उन्होंने कहा कि मेजर जेटली की हिरासत के विवरण अभी अस्पष्ट हैं, और कानूनी टीम अधिकारियों से आधिकारिक अपडेट की प्रतीक्षा कर रही है. सेलिना के कामकाजी मोर्चे पर बात करें तो वह आखिरी बार 'सीजन्स ग्रीटिंग' में रोमिता की भूमिका में नजर आई थीं.