चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर विवाद अभी भी जारी है. यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित होने वाला है, लेकिन टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने से इंकार करने के कारण इस पर विवाद पैदा हो गया है. टीम इंडिया ने पाकिस्तान में होने वाले इस इवेंट में भाग लेने से साफ़ इनकार कर दिया है, जिसके कारण पूरी स्थिति जटिल हो गई है. इस विवाद के बाद "हाइब्रिड मॉडल" का प्रस्ताव सामने आया था, लेकिन पाकिस्तान ने इसके लिए कुछ शर्तें रखी हैं, जिनका समाधान अब तक नहीं हो पाया है.
अभी तक जो खबरें आ रही हैं, उसके अनुसार बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) और पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) दोनों कल यानी 5 दिसंबर, 2024 को एक अहम बैठक में शामिल होने वाले हैं. यह बैठक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के साथ होगी, और इसमें चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के विवाद का समाधान निकलने की उम्मीद जताई जा रही है. इस बैठक में पाकिस्तान और भारत के बोर्ड के अधिकारी एक दूसरे से अपने-अपने दृष्टिकोण को साझा करेंगे, और शायद इस विवाद का कोई स्थायी समाधान निकले.
हालांकि, इससे पहले 29 नवंबर को हुई बैठक में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका था. उस बैठक में केवल 15 मिनट का समय दिया गया था, और कोई निर्णय नहीं लिया जा सका. इस बैठक में पाकिस्तान और भारत के बीच की जटिलताओं को सुलझाने के लिए और समय की आवश्यकता महसूस की गई थी.
पाकिस्तान की शर्तें
पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल को लेकर कुछ शर्तें रखी हैं. सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह है कि भारत-पाकिस्तान के मैच भविष्य में दुबई में खेले जाएं. इसके अलावा, पाकिस्तान बोर्ड ने टूर्नामेंट से मिलने वाली राजस्व हिस्सेदारी में वृद्धि की भी मांग की है. हालांकि, अभी तक इन शर्तों पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, और दोनों बोर्ड इस पर चर्चा कर रहे हैं.
चैंपियंस ट्रॉफी की तारीखों में देरी
चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन की तारीखें भी इस विवाद के कारण स्थगित हो चुकी हैं. पहले यह कहा गया था कि नवंबर 2024 में इस टूर्नामेंट की तारीखों का ऐलान किया जाएगा, लेकिन भारत के इनकार के बाद इसे टाल दिया गया है. अब टूर्नामेंट फरवरी या मार्च 2025 में होने की संभावना जताई जा रही है. आईसीसी ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का समाधान कब निकलता है, और कब टूर्नामेंट की तारीखों का ऐलान किया जाता है. क्रिकेट प्रेमी इस निर्णय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि यह विवाद न केवल पाकिस्तान और भारत, बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है.