पटना: बिहार के सुपौल जिले के बकौर से मधुबनी जिले के भेजा तक कोसी नदी पर भारतमाला परियोजना के तहत देश का सबसे लंबा पुल तैयार किया जा रहा है, जिसको लेकर चर्चाएं तेज है. ये पुल 10.2 किलोमीटर लम्बा है और आगे का निर्माण कार्य जारी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी देते हुए बताया कि ये पुल दिसंबर 2025 तक तैयार हो जायेगा.
इस परियोजना की कुल लागत 1,199.58 करोड़ रुपए है, जिसमें सिविल कार्यों की लागत 1,101.99 करोड़ रुपए बताया गया है. जानकारों के मुताबिक पुल के 171 पिलरों में से अधिकांश का काम पूरा हो चूका है और अब 170 में से 70 स्पैन का काम खत्म कर लिया गया है. बाकी का जो काम बचा है वो जून तक पूरा कर लिया जाएगा. हालांकि इस पुल के बन जाने से सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी, जिससे यात्रा करने का वक्त बचेगा और लोगों को कई सारी सुविधा मिलेंगी और क्षेत्र का व्यापार भी पढ़ेगा.
हालांकि बिहार में पुल की कहानी कोई नई नहीं है, एक के बाद एक कई ऐसे पुल बने जिसने दुनिया भर में रिकॉर्ड बनाया. हमेशा ही बिहार से पुल बनने और गिरने की खबरें आती रहती हैं. कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बड़ा हादसा होने से टल गया. यहां पर अंग्रेजों के जमाने का पुल अचानक से भरभरा कर गिर गया. औराई प्रखंड के गरहां-अमनौर आरईओ पथ के अमनौर खंखार टोला के पास पुराना पुल गिर गया, जो 100 साल पुराना बताया गया था. इससे आवागमन भी ठप हो गया है.
हालांकि कोई बड़ा बड़ा हादसा होने से बच गया.. लेकिन बिहार में जो नया पुल बन रहा है इसको पूरी सावधानी से बनाया गया है. साथ ही ये भी कहा गया कि ये पुल देश का सबसे लम्बा पुल होगा. कोसी नदी पर बन रहा ये पुल न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है. इसके बन जाने से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही कोसी और मिथिलांचल के लाखों लोगों को फायदा भी मिलेगा.