नई दिल्ली: बुधवार शाम को दिल्ली-एनसीआर में एक जोरदार धूल भरी आंधी ने दस्तक दी, जिसके बाद भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई. इस अचानक बदले मौसम ने पूरे क्षेत्र में भारी तबाही मचाई. बिजली की आपूर्ति ठप हो गई, सड़कों पर जाम लग गया, और कई जगहों पर पेड़ गिर गए. इस शक्तिशाली तूफान के कारण कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. उधर मौसम विभाग की तरफ से 23 मई तक येलो अलर्ट जारी किया गया है.
शाम करीब 8 बजे अचानक आए तूफान ने हवाओं के साथ ढेर सारी धूल उड़ाई, जिससे दृश्यता लगभग शून्य हो गई. दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद के कई इलाकों में धूल भरी आंधी के बाद तेज बारिश और ओले गिरे. नोएडा में तूफान के बाद ओलों ने सड़कों और छतों को ढक दिया.
इस मौसम के बदलाव ने कई इलाकों में बिजली गुल कर दी. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, कालिंदी कुंज बॉर्डर और डीएनडी फ्लाईवे जैसे प्रमुख मार्गों पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया. तेज हवाओं और बारिश ने बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचाया. कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और बिजली की ओवरहेड लाइनें (OHE) क्षतिग्रस्त हो गईं.
नोएडा में स्वागत द्वार (वेलकम बोर्ड) तेज हवाओं के कारण ढह गया. कई जगहों पर बैनर और होर्डिंग्स गिर गए, जिससे ट्रैफिक की स्थिति और खराब हो गई. दिल्ली के कोपरनिकस मार्ग पर, इंडिया गेट के पास, एक बड़ा पेड़ एक कार पर गिर गया. सौभाग्य से, कार का ड्राइवर सुरक्षित रहा.
दिल्ली मेट्रो सेवाएं प्रभावित
तूफान ने दिल्ली मेट्रो की सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया. रेड, येलो और पिंक लाइन पर मेट्रो सेवाएं बाधित हुईं. शहीद नगर, जहांगीरपुरी और निजामुद्दीन जैसे स्टेशनों पर मेट्रो सेवाएं कुछ समय के लिए पूरी तरह बंद रहीं. मयूर विहार फेज 1 स्टेशन पर 30 मिनट से अधिक की देरी की खबरें आईं, जहां यात्रियों की भीड़ जमा हो गई.
पिंक लाइन की सेवाएं रात 9:18 बजे तक फिर से शुरू हो गईं, लेकिन रेड और येलो लाइन पर देरी देर रात तक जारी रही. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने बताया कि पेड़ों और अन्य वस्तुओं के गिरने और ओवरहेड बिजली लाइनों को नुकसान पहुंचने के कारण यह समस्या हुई. डीएमआरसी की टीमें सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने में जुटी रहीं.
इस तूफान ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए एक मुश्किल शाम बना दी. मौसम विभाग ने पहले से ही आंधी और बारिश की चेतावनी दी थी, लेकिन इसकी तीव्रता ने सभी को हैरान कर दिया. प्रशासन और बिजली विभाग अब नुकसान का आकलन कर रहे हैं और प्रभावित इलाकों में बिजली और अन्य सेवाओं को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.