प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा और दिल्ली एनसीआर से सटे गुरुग्राम में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. यहां कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एम3एम इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (M3M India Infrastructure Private Limited) से जुड़ी 88.29 एकड़ में फैली 300.11 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां जब्त की गई है. ED ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है.
मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि ED ने भारतीय दंड संहिता, 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर जांच शुरू की, जो हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, डीटीसीपी के तत्कालीन निदेशक त्रिलोक चंद गुप्ता, आरएस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (RSIPL) और 14 अन्य कॉलोनाइजर कंपनियों के खिलाफ आरोपों पर आधारित है.
ED ने कहा कि आरोपियों ने कथित रूप से धोखाधड़ी और बेईमानी से अधिसूचित भूमि पर आशय पत्र (एलओआई) और लाइसेंस प्राप्त किए, जिससे संबंधित भूमि मालिकों, आम जनता और हरियाणा राज्य और हुडा को नुकसान हुआ, जबकि उन्होंने गलत तरीके से खुद को लाभ पहुंचाया.