पटना: बिहार के रोहतास जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोडशो में शामिल होने गई एक बुजुर्ग महिला की गर्मी के कारण मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान केसरी देवी के रूप में हुई है. केसरी देवी की तबीयत पहले से खराब थी, लेकिन उन्होंने परिवार की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए रोडशो में जाने की जिद की. यह रोडशो शुक्रवार को दुर्गा डीह में आयोजित किया गया था, जब मौसम बहुत गर्म और उमस भरा था. परिवार वालों के मुताबिक, रोडशो के बाद उनकी हालत बिगड़ गई, और उन्हें तुरंत बिकरमगंज के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
परिवार के लोगों ने क्या कहा
केसरी देवी के पति का नाम लाली सिंह है. उनके बेटे अजय कुमार सिंह ने बताया कि उनकी मां की तबीयत पहले से ठीक नहीं थी, लेकिन वह प्रधानमंत्री के रोडशो में जाने के लिए बहुत उत्साहित थीं. पार्टी ने उन्हें आयोजन स्थल में प्रवेश के लिए पास भी जारी किया था. अजय ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 5 बजे प्रशासन से फोन आया, जिसमें उन्हें अस्पताल बुलाया गया और सूचना दी गई कि रोडशो के बाद केसरी देवी की मृत्यु हो गई. परिवार इस घटना से सदमे में है और उनकी जिद को उनकी मृत्यु का कारण मान रहा है.
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
स्थानीय पुलिस ने केसरी देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सासाराम के एक अस्पताल में भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उनकी मृत्यु के सटीक कारण का पता चलेगा. प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए परिवार को सूचित किया और आवश्यक कदम उठाए. पुलिस इस घटना की जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई लापरवाही तो नहीं हुई.
गर्मी के प्रकोप के कारण मौत
बिहार में गर्मी और उमस का मौसम इस समय अपने चरम पर है. ऐसी स्थिति में खुले में आयोजित बड़े आयोजनों में शामिल होना, खासकर बुजुर्गों और कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों के लिए जोखिम भरा हो सकता है. केसरी देवी की मृत्यु इस बात का दुखद उदाहरण है कि गर्मी और उमस से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी परिस्थितियों में लोगों को पर्याप्त पानी पीने और छायादार स्थानों में रहने की सलाह दी जाती है, खासकर तब जब उनकी उम्र अधिक हो या स्वास्थ्य ठीक न हो.
यह घटना प्रशासन और आयोजकों के लिए एक सबक है कि बड़े सार्वजनिक आयोजनों में स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं. रोडशो जैसे आयोजनों में भीड़ प्रबंधन के साथ-साथ गर्मी से बचाव के उपाय, जैसे पानी की व्यवस्था और मेडिकल सुविधाएं, सुनिश्चित करना जरूरी है. केसरी देवी की मृत्यु ने यह सवाल भी उठाया है कि क्या आयोजकों ने भीड़ में शामिल लोगों, खासकर बुजुर्गों, की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए थे.