एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस की करीब 86 फ्लाइट अचानक कैंसिल हो जाने से एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ जमा हो गई. वहीं डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद भी फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे रहे. उन्होंने एयर इंडिया की सर्विस को खराब बताते हुए एयरलाइन्स को बंद करने की मांग की.
बता दें कि इन दोनों एयरलाइंस ने अपनी कम से कम 86 फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं. दोनों कंपनियों ने इस कदम के पीछे पायलट्स और क्रू मेंबर्स के मास सिक लीव यानी सामूहिक रूप से बीमारी की छुट्टी लेने को वजह बताया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरलाइंस के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सिक लीव ली है, जिनकी संख्या तकरीबन 300 बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि नए अपॉइंटमेंट नियमों के बाद प्रदर्शन देखने को मिल रहा था, जिसके फलस्वरूप मंगलवार को करीब 300 केबिन क्रू ने सिक लीव ली है. जानकारों का मानना है कि एअर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय होने वाला है, इसलिए दोनों एयरलाइंस के पायलट और केबिन क्रू को लग रहा है कि उनकी जॉब खतरे में है, इसलिए वे लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.
वहीं एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें अंतिम समय में रद्द होने के खिलाफ बुधवार को केरल के सभी हवाईअड्डों पर नाराज यात्रियों का विरोध प्रदर्शन देखा गया. ज्यादातर खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें सुरक्षा जांच पूरी करने के बाद उड़ान रद्द होने के बारे में सूचित किया गया था और वे उड़ान में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे. एयर इंडिया एक्सप्रेस ने पूरे रिफंड या किसी अन्य तारीख के लिए पुनर्निर्धारित की पेशकश की है, जबकि इस पेशकश से यात्री खुश नहीं हैं.