ग्लोबल भारत नेशनल डेस्क: अगर आप बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिन्दुओं पर हुए हमलों से सहम गए हैं तो मुर्शिदाबाद और बंगाल में हिन्दुओं की घटती संख्या के आंकड़े देख कर शायद आप डर भी सकते हैं. क्योंकि जिस तरह से बंगाल में हिन्दू घट रहे हैं और मुस्लिम आबादी बढ़ रही है वो वाकई में चिंताजनक है. यही वजह है कि मुर्शिदाबाद में जब वक्फ बोर्ड के नाम पर उन्मादी भीड़ ने हिन्दुओं को निशाना बनाया तो उन्होंने वहां से पलायन करना ही बेहतर समझा. और अपना घर-बार छोड़ कर जान की सलामती के लिए बंगाल से ही पलायन कर गए. क्योंकि अगर पीड़ितों के बयानों पर यकीन करें तो पुलिस से लोगों को कोई उम्मीद नहीं है. लोगों का कहना है कि पुलिस को सूचना देते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं मिली. कुछ रिपोर्ट तो ऐसी भी हैं कि दंगाइयों ने पानी कि टंकियों में जहर तक मिला दिया था, जिसकी वजह से पलायन के अलावा कोई दूसरा रास्ता ही नहीं बचा.
मुर्शिदाबाद में कितने हिन्दू बचे हैं?
एक प्रश्न बेहद अहम है कि पिछले 6 दशक में मुर्शिदाबाद के अंदर हिन्दू और मुस्लिम आबादी में कितना अंतर आया है? किस समुदाय के लोगों की संख्या बढ़ी और किसी संख्या घटी? अगर 1961 की जनगणना की रिपोर्ट के आधार पर बात करें तो उस समय हिन्दू-मुस्लिम आबादी में मात्र 11.8 प्रतिशत का फर्क था. उस समय मुस्लिम आबादी 55.9 फीसदी और हिन्दू आबादी 44.1 प्रतिशत थी. लेकिन 2011 आते-आते ये बीच का अंतर एक खाई बन गया. 2011 में हिन्दू आबादी मुर्शिदाबाद के अंदर 33.2 प्रतिशत रह गई जबकि मुस्लिम आबादी 66.3 फीदसी पहुंच गई. और 1961 जो अंतर 11.8 प्रतिशत था वो 33.1 फीसदी तक पहुंच गया. इन आंकड़ों से समझा जा सकता है कि मुर्शिदाबाद में किस तरह से देश और राज्य के बहुसंख्यकों को अल्पसंख्यक बना दिया गया
पूरे बंगाल में घट रही हिन्दू आबादी
ये आंकड़े एक मात्र मुर्शिदाबाद के नहीं हैं, इसके अलावा भी कई ऐसे शहर हैं जहां मुस्लिम आबादी हिन्दुओं से ज्यादा हो चुकी है. और वहां देश का बहुसंख्यक डर के साए में अपना जीवन जीने पर मजबूर है. 2011 में हुई जनगणना के अनुसार पश्चिम गाल में हिन्दुओं की आबादी में 1.94 प्रतिशत की गिरावट हुई है, जबकि मुस्लिम समुदाय में 1.77 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. जिसमें मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर दिनाजपुर में मुसलमानों की संख्या हिन्दुओं से ज्यादा हो चुकी है.
प्यू रिसर्च की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
2021 में प्यू रिसर्च की रिपोर्ट सामने आई थी जिसने हर किसी को चौंका कर रख दिया था. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि पश्चिम बंगाल में लगातार हिन्दुओं की संख्या कम होती जा रही है और मुसलमानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. यहां हिन्दुओं में 2 प्रतिशत की कमी और मुस्लिमों में 2 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है.